नई दिल्ली : संसद का मॉनसून सत्र अपने तय समय से 4 दिन पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. संसद के दोनों सदनों को सोमवार दोपहर को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. ऐसा सातवीं बार हुआ है जब संसद के दोनों सदनों को तय समय से पहले स्थगित किया गया . सरकार की ओर से दावा किया गया कि ज्यादातर विधायी एजेंडा पूरा हो गया है.
Lok sabha अध्यक्ष ओम बिरला ने 17वीं लोक सभा के इस सत्र के समापन की घोषणा करते हुए कहा कि सत्र के दौरान 16 बैठकें हुईं. इनकी कुल अवधि 44 घंटे 29 मिनट रही। इन बैठकों के दौरान 6 विधेयक पेश किये अगये जबकि 7 विधेयक पारित किए गए।
सरकार की ओर से तर्क दिया गया कि इस सप्ताह के शेष पांच दिनों में से दो दिन अवकाश है. आज यानी 9 अगस्त मुहर्रम जबकि 11 अगस्त को रक्षाबंधन है . त्योहार के इस अवसर पर सांसद अपने निर्वाचन क्षेत्र वापस लौटना चाहते हैं. सरकार का कहना है कि सत्र को छोटा करने पर सदस्यों की ओर से ही मांग की गई थी .
इस बार दोनों सदन 4 सप्ताह में दो सप्ताह हंगामे में बाधित रहा. दूसरी तरफ राज्यसभा में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने बताया कि उच्च सदन में 38 घंटे काम हुआ जबकि 47 घंटे से अधिक का समय बर्बाद हुआ.