त्रिची टर्मिनल अप्रैल 2023 तक बनकर तैयार हो जाएगा

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बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए त्रिची हवाई अड्डे का उन्नयन किया जा रहा है

टिकाऊ विशेषताओं के साथ टर्मिनल की एक ऊर्जा दक्ष इमारत तैयार होगी

नई दिल्ली :  भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने त्रिची हवाई अड्डे का विस्तार कार्य शुरू किया है जिसमें एक नए एकीकृत यात्री टर्मिनल भवन का निर्माण, एक नया एप्रन, हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) टॉवर और हवाई अड्डे पर व्यस्ततम समय के दौरान यात्रियों के बढ़ते आवागमन की आवश्यकता को पूरा करने तथा भीड़-भाड़ को कम करने के लिए हवाई यात्रा से संबन्धित सुविधाओं का उन्नयन शामिल है।

नए टर्मिनल भवन के निर्माण पर 951.28 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसे व्यस्त समय में 2900 यात्रियों के आवागमन का निपटान करने के लिए डिजाइन किया गया है। 48 चेक-इन काउंटर और 10 बोर्डिंग ब्रिज से सुसज्जित, टर्मिनल भवन टिकाऊ विशेषताओं के साथ एक ऊर्जा दक्ष इमारत होगी।

नया टर्मिनल भवन 75000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस टर्मिनल भवन को आलीशान छत के साथ गतिशील और आकर्षक इमारत के रूप में एक प्रतिष्ठित संरचना के रूप में डिजाइन किया गया है। इमारत के आंतरिक हिस्से समकालीन तरीके से उपयोग की गई सामग्री और बनावट के माध्यम से शहर के रंगों और संस्कृति को प्रदर्शित करते हैं।

नए टर्मिनल का सहज रूप दक्षिणी क्षेत्र में एक अद्वितीय वास्तुशिल्प कला की पहचान बनाएगा और टर्मिनल डिजाइन में एक नया आयाम स्थापित करेगा। स्थानीय संस्कृति और पारंपरिक वास्तुकला के मजबूत संदर्भ भवन की वास्तुकला द्वारा व्यक्त किए जाएंगे। आने-जाने वाले यात्रियों को इस जगह की पहचान और संदर्भ का आभास होगा।

हवाईअड्डा विस्तार परियोजना में नए एप्रन, संबद्ध टैक्सीवे, आइसोलेशन-बे भी शामिल हैं जो हवाई अड्डे को अलग-अलग एप्रन रैंप प्रणाली के लिए अर्थात पांच चौड़े बॉडी (कोड ई) या 10 सँकरे बॉडी वाले विमान (कोड सी) के लिए उपयुक्त हैं। इसके अलावा, नियंत्रण कक्ष का निर्माण, सहायक उपकरण कक्ष, टर्मिनल रडार, रडार सिमुलेशन, स्वचालन सुविधाएं, वीएचएफ, एएआई कार्यालय और मौसम विज्ञान कार्यालय भी परियोजना का हिस्सा हैं। परियोजना में टर्मिनल भवन को शहर से जोड़ने वाली फोर-लेन एलिवेटेड एक्सेस मार्ग भी शामिल है।

टर्मिनल भवन के निर्माण कार्य 75 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो गया है और परियोजना अप्रैल 2023 तक तैयार हो जाएगी। चेन्नई और कोयंबटूर के बाद अंतर्राष्ट्रीय यात्री यातायात के मामले में त्रिची दूसरा सबसे बड़ा हवाई अड्डा है। विमानन अवसंरचना का विकास तमिलनाडु में त्रिची और आसपास के क्षेत्र के लोगों के लिए बेहतर हवाई संपर्क सुनिश्चित करेगा।

नए एकीकृत टर्मिनल भवन का एरियल व्यूनया एप्रन और नया समानांतर टैक्सीवे

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ढांचागत इस्पात का काम जारी है

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सर्विस यार्ड का कार्य प्रगति पर

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समानान्तर टैक्सीवे का कार्य प्रगति पर

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