- जिला के अनाथालय गृह में रह रही छात्राओं व सरकारी स्कूल की मेधावी छात्राओं सहित आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों के बच्चों का शैक्षिक आधार मजबूत करने के लिए गुरुग्राम में शुरू किया जाएगा रियल टाइम इंटरैक्टिव विज़िबल क्लास रूम
- उपायुक्त ने आज स्वयं बच्चों के साथ बैठकर देखी डेमो क्लास
- एक बैच में 50 बच्चों के बैठने की होगी व्यवस्था
गुरुग्राम, 22 अप्रैल। गुरुग्राम जिला में जिला बाल कल्याण समिति द्वारा संचालित अनाथालय गृह में रह रही छात्राओं, जिला में आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों व सरकारी स्कूल की मेधावी छात्राओं का शैक्षिक आधार मजबूत करने के लिए जिला में रियल टाइम इंटरैक्टिव विज़िबल क्लासरूम यानी लाइव क्लास रूम की स्थापना की जाएगी। गुरुग्राम सहित प्रदेश के करनाल व पंचकूला जिला में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किए जा रहे यह स्मार्ट क्लासरूम होंडा मोटरसाइकिल एवं स्कूटर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा सीएसआर फण्ड के तहत स्थापित किए जाएंगे। गुरुग्राम के चंदन नगर स्थित जिला बाल कल्याण समिति के भवन में आज डेमो क्लास का सेशन रखा गया था। जिसको बच्चों के साथ देखने के लिए गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव स्वयं क्लास रूम में उपस्थित थे। इस दौरान हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की उपाध्यक्ष श्रीमती पारिसा शर्मा भी उपस्थित थी।
डीसी श्री यादव ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा के क्षेत्र में लगातार नए बदलाव हो रहे हैं। इन बदलावों के साथ सरकार द्वारा पोषित अनाथालयों में रह रही छात्राओं व सरकारी स्कूल की मेधावी छात्राओं सहित आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों के बच्चे भी शिक्षा में आगे बढ़ सकेंगे , साथ ही उनके शैक्षिक आधार को और अधिक मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से जिला में रियल टाइम इंटरैक्टिव विज़िबल क्लास रूम की स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि होंडा कंपनी के सहयोग से स्थापित इस क्लास रूम को 3 वर्षों तक उपरोक्त कंपनी द्वारा ही सीएसआर के तहत पोषित किया जायगा।
डीसी श्री यादव ने बताया कि एक समय में एक बैच में कुल 50 बच्चों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। यदि बच्चों की संख्या कम रही तो जिला बाल कल्याण समिति, चाइल्ड हेल्पलाइन, जिला बाल संरक्षण समिति व अन्य सोशल वर्कर्स के सहयोग से स्लम एरिया व अन्य क्षेत्रों से मेधावी बच्चों का चयन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त राजकीय कन्या विद्यालयों से भी स्क्रीनिंग टेस्ट के माध्यम से मेधावी छात्राओं को भी उपरोक्त क्लास रूम से जोड़ा जाएगा। श्री यादव ने कहा कि इस रियल टाइम इंटरैक्टिव विज़िबल क्लासरूम के माध्यम से बच्चों को नए ढंग व आधुनिक तरीके से विभिन्न विषयों को सीखने में मदद मिलेगी। जिला में होनहार छात्राओं के लिए स्थापित इस प्रकार का क्लास रूम उनके प्रतिभा विकास में निश्चित ही लाभकारी सिद्ध होगा। उपायुक्त ने इस दौरान अनाथालय गृह में दी जा रही सुविधाओं का भी जायजा लिया।- क्या है रियल टाइम इंटरैक्टिव विज़िबल क्लास रूम-
उच्च तकनीकी उपकरणों व श्रेष्ठ ऑडियो व वीडियो माध्यम से आयोजित होने वाली रियल टाइम इंटरैक्टिव विज़िबल क्लास रूम एक तरह से आपको रियल क्लास रूम का फील देते है। इसमें बड़ी स्क्रीन पर पढ़ा रहे विषय विशेषज्ञ व विद्यार्थियों के बीच सीधा संवाद होता है।
इस अवसर पर हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की उपाध्यक्ष श्रीमति पारिशा शर्मा ने जिला के सभी अभिभावकों से आह्वान करते हुए कहा कि दुनिया में कलम की ताकत से बड़ी कोई ताकत नही है, भले ही आप अपनी थाली में एक रोटी कम खाएं लेकिन अपने बच्चों को शिक्षित अवश्य बनाए। उन्होंने कहा कि बच्चों को शैक्षिक रूप से कामयाब बनाना मानव जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है। बच्चे किसी भी देश का भविष्य होते है ऐसे में उज्ज्वल भविष्य के लिए बच्चों का शिक्षित होना जरूरी है।
जिला बाल कल्याण अधिकारी एवं हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद में सीएसआर प्रोजेक्ट्स के स्टेट नोडल अधिकारी विश्वास मालिक ने रियल टाइम इंटरैक्टिव विज़िबल क्लास रूम की रूपरेखा की जानकारी देते हुए बताया कि क्लास रूम में छठी से बारहवीं तक के विद्यार्थियों को निःशुल्क कोचिंग दी जाएगी। सोमवार से शुक्रवार तक के दिन कक्षा छठी से दसवीं तक के विद्यार्थियों के लिए निर्धारित किए गए है। जिसमें शाम के समय 3 घंटे की क्लास में उनके सिलेबस से संबंधित विज्ञान, गणित व अंग्रेजी के उत्कृष्टता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। वहीं शनिवार व रविवार को कक्षा 11वीं व 12वीं के विद्यार्थियों को नीट सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि कोई विद्यार्थी क्लास के बाद दोबारा वीडियो को देखना चाहता है तो उसे वीडियो का लिंक उपलब्ध करवाने की व्यवस्था भी की जाएगी।
इस अवसर पर जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों सहित विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य भी उपस्थित रहे।