नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गाँधी ने गुरुवार को लोक सभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हो रही चर्चा में कहा कि भारत में दो हिंदुस्तान बन रहां है . एक अमीरों का हिंदुस्तान और दूसरा गरीबों का हिंदुस्तान और इन 2 हिंदुस्तान के बीच में खाई बढ़ती जा रही है. करोड़ों लोगों के रोजगार छिन गए . वर्तमान सरकार ने एम् एस एम् ई और असंगठित क्षेत्र को कमजोर कर दिया जिससे रोजगार की संभावनाएं कम हुई. देश के कुछ चुनिन्दा अमीरों के हाथ में सभी व्यवसाय सीमित कर दिया गये हैं जिससे रोजगार की संभावना कम है.
राहुल गांधी ने कहा कि अभी दो वक्ताओं ने बात की, मगर आपने यह नहीं कहा कि रोजगार ढूंढने के लिए उत्तर प्रदेश में, बिहार में, रेलवे की नौकरी के लिए, वहां युवाओं ने क्या किया और क्या हुआ. इस बारे में सत्ता पक्ष की ओर से कुछ नहीं कहा गया. गरीब हिंदुस्तान के पास आज रोजगार नहीं है. प्रेसीडेंशियल ऐड्रेस में बेरोजगारी के बारे में एक शब्द नहीं था और पूरे हिंदुस्तान में आज हिंदुस्तान का युवा रोजगार ढूंढ रहा है. हर स्टेट में ,उत्तर प्रदेश. बिहार, हिंदुस्तान का युवा एक ही मांग रहा है रोजगार हमें दे दो और आप की सरकार नहीं दे पा रही. मैं संसद में आकंडा रखना चाहता हूं. पिछले साल 3 करोड़ युवा रोजगार खो चुके हैं. यह सरकार बात करती है रोजगार देने की. 2021 में 3 करोड़ युवा रोजगार खोए हैं. 50 साल से सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज हिंदुस्तान में।
उन्होंने कहा कि आपने स्टार्टअप इंडिया ,मेक इन इंडिया की बात की मगर जो हमारे यहां हिंदुस्तान में रोजगार था वह गायब हो गया और यह सच्चाई है. यह सरकार भी बेहतर जानती है क्योंकि राष्ट्रपति ने भाषण में रोजगार के बारे में कुछ नहीं कहा. कितना रोजगार आपने पैदा किया है और किस प्रकार किया गया. आपने कुछ नहीं बोला और आप बोल भी नहीं पाएंगे क्योंकि अगर आप बोलेंगे तो आपको देखकर हिंदुस्तान का युवा कहेगा कि यह मजाक कर रहे हैं तो यह स्थिति पैदा कैसे हुई. यह दो हिंदुस्तान पैदा कैसे हुआ ।
राहुल गांधी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि रोजगार, स्मॉल एंड मीडियम इंडस्ट्री और जो इनफॉरमल सेक्टर से मिलता है . लाखों करोड़ों रुपए आपने उन सेक्टरों से छीन कर हिंदुस्तान के सबसे बड़े अरबपतियों को दे दिया. आपने पिछले 7 साल में ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर और स्माल मीडियम सेक्टर पर एक के बाद एक, एक के बाद एक, लगातार हमले किए हैं. असंगठित क्षेत्र पर आपने आक्रमण किया. नोटबंदी, गलत जीएसटी और कोरोना के समय जो सपोर्ट उनको देना था वह इस सरकार ने नहीं दिया. इसका नतीजा हुआ कि देश की 64% लोगों की आमदनी आज घट गई है और वह तेजी से गरीबी की ओर बढ़ रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यूपीए के शासनकाल में 27 करोड़ लोगों को गरीबी से 10 साल में निकाला था यह हमारा आंकड़ा नहीं है जबकि इस सरकार ने 23 करोड़ लोगों को आज गरीबी रेखा से नीचे धकेल दिया. उन्होंने कहा कि फॉर्मल सेक्टर में अब मनमानी हो रही है . उन्होंने कहा दो ऐसे अमीर हैं जो कि कोरोना की दो वेरिएंट की तरह हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था में अंदर तक फैल रहे हैं।
राहुल गांधी ने अपने भाषण में केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि एक उद्यमी को देश के सारे पोर्ट, सारे एयरपोर्ट, पावर सेक्टर, ट्रांसमिशन, माइनिंग, ग्रीन एनर्जी, गैस डिस्ट्रीब्यूशन और एडिबल ऑयल जो कुछ भी हिंदुस्तान में होता है उधर अदानी दिखाई देते हैं।
दूसरी तरफ अंबानी, पेट्रोकेमिकल, टेलीकॉम, रिटेल, ई-कॉमर्स में उनका एकाधिकार हो गया है. इसलिए इस देश का पूरा धन दो लोगों के हाथ में जा रहा है. इस सरकार ने जिस तरह से अन ऑर्गेनाइज सेक्टर को खत्म किया. उन्होंने कहा कि अगर यह सरकार इनफॉरमल सेक्टर को खत्म कर देते और मैन्युफैक्चरिंग एरिया में रोजगार पैदा होते तो इतनी कठिनाई नहीं होती. फिर दो प्रकार के हिंदुस्तान नहीं बनते। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने और संगठित क्षेत्र को नोटबंदी, जीएसटी और कोरोना से समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार उन्हें मदद करती तो मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर तैयार हो सकता था. उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बना सकते थे उन्हें इस सरकार ने समाप्त कर दिया।
राहुल गांधी ने कहा कि यह सरकार लगातार मेड इन इंडिया का रट लगाए रखती है लेकिन मेड इन इंडिया सेक्टर को बनाने वाले लोगों को समाप्त कर दिया . एमएसएमई के लोग ही हैं जो मेड इन इंडिया बना सकते थे और असंगठित सेक्टर जो मेड इन इंडिया को मजबूत कर सकते थे।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 46% रोजगार कम हुए हैं. क्योंकि इस सरकार ने एमएसएमई सेक्टर को बर्बाद कर दिया. उन्होंने कहा कि यह सरकार केवल 5 बड़े उद्योगपतियों को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बड़ी इंडस्ट्री को बढ़ावा देने में मुझे कोई आपत्ति नहीं है लेकिन एमएसएमई सेक्टर का ख्याल रखना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस सरकार को इस बात का अहसास होना चाहिए कि बड़ी इंडस्ट्री बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा नहीं कर सकती है इसके लिए केवल एमएसएमई सेक्टर ही उपयुक्त है।
उन्होंने कहा सरकार को यह सोचना चाहिए कि जो गरीब हिंदुस्तान है वह चुप नहीं बैठने वाला है . उन्होंने कहा कि इस गरीब हिंदुस्तान को सब कुछ दिख रहा है कि हिंदुस्तान के 100 अमीर लोगों के पास हिंदुस्तान के 55 करोड़ लोगों से अधिक जायदाद है. केवल 10 अमीरों के पास 40 परसेंट हिंदुस्तान से अधिक संपत्ति है।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह नरेंद्र मोदी सरकार की देन है. उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह सुझाव देना चाहता हूं कि यह गरीब और अमीर जो दो हिंदुस्तान बन रहे हैं इन दोनों हिंदुस्तान को आपस में जोड़ने का काम जल्द शुरू करें . एमएसएमई इंडस्ट्री की मदद करना शुरू करें . बेरोजगार युवाओं की मदद करें। उन्होंने कहा यह चंद अमीर लोग जिन पर इस सरकार का अधिकतम फोकस है उनसे अलग आम लोगों पर फोकस करना होगा।
राहुल गांधी ने कहा कि देश में दो प्रकार के विचार सामने हैं. एक कांग्रेस पार्टी की विचारधारा और दूसरी सत्ताधारी पार्टी भाजपा की विचारधारा। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान की प्रस्तावना को ठीक से पढ़ने की जरूरत है जिसमें यह साफ कहा गया है कि भारत एक राष्ट्र नहीं बल्कि यूनियन ऑफ स्टेट्स है. उन्होंने कहा कि हमें इस विचार पर प्रमुखता से बहस करने की आवश्यकता है। भारतीय संविधान सभी राज्यों को बराबर का अधिकार प्रदान करता है और हमें उसी के अनुरूप काम करने की जरूरत है . उन्होंने कहा कि यूनियन ऑफिस स्टेटस का मतलब है सभी के साथ संवाद और सबको मौका देना .