-पीड़िता अस्पताल में गंभीर अवस्था में है भर्ती
-पति की हिंसा के खिलाफ दो बार सेक्टर 10 ए थाने में जबकि एक बार सेक्टर 37 पुलिस चौकी में दी थी शिकायत
-मामले पर पुलिस करती रही लीपापोती, अब पति ने कर दिया जानलेवा हमला
-शनिवार को हुई घटना पर भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं
गुरुग्राम : गुरुग्राम के कादीपुर इन्क्लेव की एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत सुनैना सिंह पर उस के पति अजीत ने जानलेवा हमला कर दिया और मोके से फरार हो गया। आसपास के लोगों ने शीघ्र ही उपचार के लिए नजदीक के वैदिक हॉस्पिटल में भर्ती करवा दिया। पुलिस को अस्पताल से इस घटना की जानकारी मिली और अस्पताल पहुँच कर पीड़िता का बयान लेने की कोशिश की लेकिन हालत गंभीर हने की वजह से बयान नहीं लिया जा सका और ख्ज्बर लिखे जाने तक इस सम्बन्ध में में न तो ऍफ़ आई आर दर्ज की गई है है और न ही कोई कार्रवाई की गई है. मामले की जाँच कर रहे हेड कांस्टेबल प्रदीप का कहना है कि अभी तक उनके पास पीड़ित पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं आई है.
सुनैना ने अपने बयान में बताया है कि पिछले करीब दो वर्ष से उसके पति अजित सिंह से घरेलू विवाद के चलते अलग रह रही थी। अजीत आये दिन उस को प्रताड़ित करता रहता था. पति अक्सर उसके साथ मारपीट करता रहता था। रोज रोज की इस घटना से परेशान होकर उसने चार पांच बार नजदीकी थाने सेक्टर 10ए व सेक्टर 37 गुरुग्राम में लिखित शिकायत भी दर्ज भी करवाई थी. साथ ही इस विषम विषम परिस्थिति औत कलह से निजात पाने के लिए सुनैना सिंह ने गुरुग्राम न्यायालय में तलाक के लिए याचिका लगाईं है।
पीडिता का कहना है कि पुलिस ने अजित को बहुत बार समझाया व समझौता भी करवाया और घर भेज दिया। अस्पताल में घायल अवस्था में भर्ती सुनैना ने बताया कि पुलिस ने अब तक अजीत पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की। इससे उसका आतंक और बढ़ता चला गया. शनिवार की शाम को तो उस ने पागलपन की हद ही कर दी। उसने सुनैना पर लोहे की रोड से जानलेवा हमला कर लहूलुहान कर दिया।
सुनैना ने बताया कि वह हर दिन की तरह ड्यूटी के बाद साय 5:30 बजे घर जाने के लिए निकली। जैसे ही वह उमंग भारद्वाज चौक की तरफ जा रही थी। अचानक उसके पति अजीत ने लोहे की रोड से उसकी पीठ व सर पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इस जानलेवा हमले से उसके हाथ की हड्डी टूट गई, पीठ व सिर पर पर गंभीर चोटें आईं . उसके सर पर कई टांके आये हैं। वह लहुलुहान अवस्था में बुरी तरह घबर गई और आसपास के लोगों से बचाने की गुहार करने लगी.
आसपास राह चलते लोगों ने उसे घायल अवस्था में नजदीकी वैदिक हॉस्पिटल की एमरजेंसी में भर्ती करवा दिया। सुनैना के पिता सन्तराम ने पुलिस को दी शिकायत में गुहार लगाई है कि दोषी अजीत के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाये और न्यायालय द्वारा दण्ड देकर उनकी बेटी को इंसाफ दिलाया जाये।
सुनैना की चार साल की एक बेटी भी है जो अजीत पिछले छह महीने से जबरदस्ती अपने पास रख रहा है। इस कारण से भी सुनैना बहुत परेशान रहती है और उसका पति अब उस पर जानलेवा हमला कर फरार हो गया है.
पीड़िता सुनैना ने बताया कि वह घर की कमजोर माली हालत के कारण कादीपुर स्थित एक कंपनी में पिछले 3 साल से काम करती है । उसका पति एक निजी कंपनी के लिए बाइक चलाता है और आए दिन उसके साथ घरेलू हिंसा करता रहता है। उसने बताया कि दोनों की वर्ष 2014 में अंतर्जातीय विवाह हुआ था। वह एक दलित समाज से संबंध रखती है जबकि उसका पति पहाड़ी समाज से। सुनैना मूल रूप से उत्तर प्रदेश कन्नौज की रहने वाली है लेकिन लंबे समय से अपने परिवार के साथ गुरुग्राम में रहती है। दोनों का विवाह गुरुग्राम अदालत के माध्यम से ही हुआ था। उसका पति मूल रूप से उत्तराखंड अल्मोड़ा का रहने वाला है लेकिन अपने भाई और अन्य परिवार के सदस्यों के साथ वसई एनक्लेव गुरुग्राम में रहता है।
पीडिता ने बताया कि शादी के कुछ दिनों बाद से ही उसके साथ उसका पति सनकी जैसा व्यवहार करने लगा और अक्सर मार पिटाई करता था। उसके साथ लगातार मारपीट की घटना होती रही और वह लंबे समय तक बर्दाश्त करती रही। जब मारपीट की घटना बार-बार होने लगी तो उसने सेक्टर 10 पुलिस थाने में दो बार और सेक्टर 37 पुलिस थाने में भी एक बार इस संबंध में शिकायत की और अपने पति अजित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। उसने बताया कि लिखित शिकायत पर पुलिस मामले पर लीपापोती करती रही और उसे समझा बुझा कर पुनः घर भेज देती थी। इससे उसके पति का हिंसक मनोबल लगातार बढ़ता रहा और मार पिटाई का क्रम भी चलता रहा।
उसने बताया कि कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण ही उसे एक निजी कंपनी में नौकरी करनी पड़ी जहां वह पिछले 3 साल से कार्यरत है। इस बीच 30 जून 2021 को उसके पति ने सुनैना के साथ फिर मारपीट की उसे बुरी तरह घायल कर दिया। ससुराल में कई बार मारपीट की गई लेकिन ससुराल पक्ष के किसी भी सदस्य ने उसे नहीं बचाया . इस पर 1 जुलाई 2021 को पीड़िता ने पुलिस थाने में लिखित शिकायत दी । उसकी मेडिकल भी कराई गई लेकिन पुलिस ने उक्त शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। पीडिता का कहना है की जब भी उसने या उसके पिता ने पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाईं उन्हें पुलिस से झिडकी मिलती रही. न्याय दिलाने के बजाय उनके साथ पुलिस दुर्व्यवहार करती रही.
अब शनिवार 22 जनवरी 2022 को पति अजीत सिंह ने फिर सुनैना पर उस वक्त लोहे की रॉड से हमला बोल दिया जब वह अपनी कंपनी से ड्यूटी के बाद घर के लिए बाहर निकली थी। उसे राह चलते लोगों ने लहुलुहान अवस्था में वैदिक अस्पताल कादीपुर में भर्ती करवाया जहां उसका इलाज चल रहा है. अस्पताल के माध्यम से पुलिस को इसकी शिकायत मिली. शनिवार देर शाम सेक्टर 10 ए पुलिस थाने से उनसे पूछताछ के लिए पुलिस आई थी लेकिन गंभीर अवस्था में होने के कारण वह बयान नहीं दे सकी। इस मामले में अभी तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई है।
सुनैना ने बताया कि पति की हिंसा से आजिज आकर वह जान बचाने के लिए ससुराल से निकल कर अब अपने पिता के साथ रह रही है लेकिन वहां भी उसका पति उसका पीछा करता रहा. शनिवार को उस पर लोहे की रॉड से जानलेवा हमला बोल दिया। इस परिस्थिति से बचने के लिए उसने गुरुग्राम अदालत में तलाक का आवेदन भी जुलाई 2021 में किया है जिस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं आया है।
जाहिर है दलित समाज की इस महिला को लगातार कई वर्षों से घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ रहा है. इस संबंध में वह स्थानीय पुलिस को शिकायत भी देती रही लेकिन इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं होने से वह अपने पति के हिंसक व्यवहार का शिकार बनती रही और अब अस्पताल में भर्ती है ।
इस सम्बन्ध में सेक्टर 10 ए पुलिस थाना के हेड कांस्टेबल प्रदीप ने thepublicworld.com से दावा किया कि अभी तक उनके पास पीड़िता की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं आई है और न ही कोई ऍफ़ आई आर दर्ज की गई है. यह पूछे जाने पर कि इस घटना की जानकारी उन्हें कैसे मिली तो उनका कहना था कि अस्पताल ने उन्हें जानकारी दी. वह अस्पताल गए थे लेकिन पीड़िताअनफिट थी इसलिए उसका ब्यान नहीं लिया जा सका. आई ओ ने कहा कि कानून के अनुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी.