-अधिवेशन में व्यापारियों की समस्याओं पर मंथन किया जाएगा : अशोक बुवानीवाला
-संगठन के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कह ,व्यापारियों पर नोटबंदी से लेकर किसान आंदोलन की मार पड़ी
भिवानी, 19 दिसम्बर। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन का व्यापारी अधिवेशन 2 जनवरी को भिवानी में आयोजित किया जाएगा। एक निजी रेस्त्रा में आयोजित व्यापारियों की बैठक में ये जानकारी देने के क्रम में संगठन के प्रमुख प्रचार सचिव एवं प्रवक्ता संजीव कौशिक ने बताया कि अधिवेशन में प्रदेशभर से बड़ी संख्या में व्यापारी नेता एवं संगठनों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए संगठन के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने अपने संबोधन में कहा कि 2 जनवरी को स्थानीय भगवती निवास धर्मशाला में आयोजित होने वाले इस अधिवेशन में व्यापारियों की समस्याओं पर मंथन किया जाएगा और उन्हें प्रदेश सरकार के समक्ष उठाया जाएगा। बुवानीवाला ने कहा कि नोटबंदी से लेकर किसान आंदोलन तक प्रदेश के व्यापारियों को सिर्फ और सिर्फ आर्थिक संकट झेलना पड़ा है। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन ने हर मौके पर व्यापारियों की आवाज को न सिर्फ प्रदेश बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर उठाया है। बुवानीवाला ने कहा कि जब तक व्यापारियों से सम्बंधित विषयों पर ध्यान नहीं दिया जाएगा राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन अपनी आवाज मुखर करता रहेगा . व्यापारियों के हितों से किसी भी सूरत में समझौता नहीं किया जाएगा .
संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष देवराज महता ने कहा कि खुदरा व्यापारियों के साथ-साथ छोटे दुकानदारों को कोविड बंद के दौरान पूंजी समाप्त हो गई है. इसकी वजह से उन्हेंं व्यापार करने में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। देवराज महता ने कहा कि सरकार की नीतियों की वजह से आज छोटे दुकानदार आर्थिक रूप से कमजोर होकर बेरोजगार हो गए हैं । उन्होंने बताया कि आज की इस बैठक में विभिन्न ट्रेड यूनियनों व व्यापारी संगठनों ने जो आज अपनी समस्याएं बताई है, उन्हें अधिवेशन में विस्तार पूर्वक प्रदेश सरकार के समक्ष उठाया जाएगा।
जिलाध्यक्ष प्रेम धमीजा ने कहा कि उनकी टीम 2 नवम्बर के राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए पूरी तरह तैयार है। प्रदेश अध्यक्ष गुलशन डंग की अध्यक्षता में होने वाले इस अधिवेशन की तैयारियां शुरू कर दी गई है। भिवानी जिले के लिए ये सौभाग्य की बात है कि प्रदेशभर के व्यापारी इस अधिवेशन में पहुंचकर उनकी समस्याओं पर मंथन करने वाले हैं। भिवानी जिले के व्यापारियों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस अधिवेशन में पहुंचने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर इस अधिवेशन में भागीदारी करें और व्यापारी एकता का परिचय दें ।
प्रचार सचिव एवं प्रवक्ता संजीव कौशिक ने बताया कि राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन व्यापारियों को एक सशक्त मंच प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि अक्सर देखने को मिलता है कि छोटे व्यापारी या उद्योगपतियों की समस्याओं दबी रह जाती है, इसलिए अधिवेशन में विशेषकर लघु एवं मझौले व्यापारियों की समस्याओं को रेखांकित कर उन्हें अपनी समस्याएं रखने का मंच दिया जाएगा।
उपाध्यक्ष शैलेन्द्र जैन ने कहा कि कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से पूर्व प्रदेश सरकार पर दबाया बनाया जाएगा कि इस बार पहले से ही बर्बाद व्यापारियों को ओर भी बर्बाद होने से बचाने के लिए जल्द से जल्द एक बड़ा राहत पैकेज दिया जाए। जिसकी व्यापारी वर्ष दर वर्ष केवल प्रतिक्षा कर रहे हैं। व्यापारी नेता ने कहा कि कोविड की दो-दो लहर बीत जाने के बावजूद सरकार ने अभी तक उनकी कोई मदद नहीं की है। उन्होंने कहा कि सरकार की व्यापार और उद्योग जगत के लिए की गई घोषणा केवल कागजों तक सीमित रह गई है। उसका सीधा कोई असर उद्योगों तक नहीं पहुंचा है।
बजरंग बहलिया ने कहा कि प्रदेश की अनाज मंडियों में आढ़त की समस्याएं बनी हुई है। ज्यादात्तर मंडियों में मूलभूत समस्याएं भी फैली हुई है। अनाज खरीद की प्रक्रिया बेहद जटिल बना दी गई है जिससे किसान और व्यापारी दोनों परेशान है। प्रदेश सरकार को इनका समाधान करना चाहिए।
गिरधारी लाल महता ने अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि खुदरा व्यापारी ई-व्यापार से प्रभावित है, वहीं दूसरी ओर लघु उद्योग सरकार की बिजली व अन्य नीतियों से की वजह से परेशान है। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं को सरकार प्राथमिकता के साथ हल करवाएं।
इस मौके पर सुंदरलाल अग्रवाल, अमन गुप्ता, बालकिशन, दीपक जांगड़ा, गुलशन बंबानी, हरिश हालुवासिया, पूर्ण चंद आजाद, नरेन्द्र सिंह तंवर, राजेश बेरिवाल, रवि शर्मा, सुरेन्द्र कागजी, अमित महता सहित कई व्यापारी मौजूद रहें।