समाज को आगे बढाने का संकल्प लिया
पुलिस निरीक्षक ने युवाओं को नशाखोरी से बचाने की शपथ दिलाई
समाज-पुलिस सम्मेलन में पहुंचे सरपंच व मुअज्जिज
मेवात : अपराध को रोकने में तालीम का अहम किरदार है इसलिए अपने बच्चों को शिक्षा जरूर दिलाऐं। वहीं सामाजिक सुरक्षा और मानव सेवा के प्रति प्रतिबद्धता मनुष्य का प्राकृतिक धर्म है। सृष्टि की रचना और स्थायित्व का यही आधार है। इस धर्म के निर्वहन में हरेक नागरिक एक पुलिस अधिकारी की भूमिका में है और प्रत्येक पुलिस वाला उसका मुरीद है। ये बातें नागरिक तालमेल सम्मेलन में पुलिस निरीक्षक शमशेर सिंह ने नगीना क्षेत्रवासियों को संबोधित करते हुए कहे।
उन्होंने कहा कि पुलिस महानिदेशक डॉ. केपी सिंह की तरफ से प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के प्रति प्रतिबद्धता का जो संदेश मिला है वह समाज को सार्थक दिशा में ले जाने के संकल्प को दोहराता है। निरीक्षक ने कहा कि पुलिस आपकी सहयोगी भी है और आपके सहयोग का पात्र भी है। आइए, हम सब मिलकर एक आदर्श और सक्षम मानव समाज की रचना में अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि पीढिय़ों द्वारा पोषित मानवता की सामुहिक धरोहर को और अधिक संपन्न बनाकर उसे सुरक्षित अगली पीढिय़ों को सौंपना मनुष्य जीवन का सार है। यह एक सरल सुगम और सहज मार्ग है।
हम में से कुछ ऐसे भी है जो परिस्थितियों के के वशीभूत रास्ता भटकर अपराध जगत में प्रवेश कर जाते है, उन्हें साम, दाम, दंड़ और भेद की नीति अपनाकर सही रास्ते पर लाना, हम सबकी सांझा जिम्मेदारी है। कुछ लोग व्यक्तिगत स्वार्थ केे खातिर सामाजिक शांति और सौहार्द को दांव पर लगाने की भूल निरंतर करते रहते है, उन्हें भी यह समझाने की आवश्यकता है कि वह अपना मानवीय धर्म निभाऐं हमे यह नहीं भूलना चाहिए कि प्रकृति न्याय करती है, हमें विश्वास रखकर ही प्रकृति और मानव सभ्यता की रक्षा करनी होगी। एडवोकेट मोहम्मद तल्हा ने कहा कि चुनावी रंजिश एवं आपसी रंजिशें भूलकर हमें जिले के विकास में भागेदार बनने की अत्यंत आवश्यकता है इसलिए अपने घरों में शौचालय बनवाऐं और युवा पीढ़ी को नशाखोरी के गोरख धंधें से बचाने का संकल्प लें। साफ-सफाई जरूरी है और पंचायती भूमि और आम रास्तों पर अतिक्रमण न करें ये बड़ी सामाजिक बुराई है।
जिससे लोगों को परेशानियां उठानी पड़ती है। अपने बच्चों को बेहतर तालीम दिलानी होगी। समाजसेवी राजुद्दीन ने बताया कि नववर्ष में हमें कई संकल्प लेने होंगे जिससे मेवात क्षेत्र का नाम बदनाम न हो। उनमें गौ तस्करी, गौकशी और गौ मांस का त्याग करने के अलावा युवा पीढ़ी को जुआ-सट्टा, नशा, यातायात उल्लंघन, झूठे मुकदमें, चोरी-डक़ैती, दहेज, कन्या भ्रूण हत्या, तलाक, वेश्यावृति से बचाना है। उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन को आगे आना होगा।
अकलीमपुर के असरूदीन, राजाका के जमील अहमद इत्यादि सरपंचों ने कहा कि पुलिस को भी पंचायत प्रतिनिधियों का सहयोग करना होगा। ताकि ग्रामीणों की समस्याऐं थाना तहसील तक न पहुंचकर गांवों में ही सुलझ जाऐं। नागरिक तालमेल सम्मेलन में नफीस अहमद, जाकिर नगीना, पूर्व सरपंच उम्मर नोटकी, नसीम अहमद सरपंच नगीना, जान मोहम्मद बदरपुर, उम्मर लम्बरदार, भूरेखां सुल्तानपुर, सुभाष सरपंच जलालपुर, जानू सरपंच पति महूं खानपुर, सलीम सरपंच पति बसई खानजादा, हाजी शेरल्ली पिथोरपुरी व मजीद पूर्व सरपंच बलई सहित सामाजिक संगठन मौजूद रहे।