-वैक्सीन की प्रथम डोज की काफी कम संख्या वाले जिले की समीक्षा की
-पीएम ने हर घर टीका, घर-घर टीका का किया आह्वान
-जिला के अधिकारियों ने अपने अनुभव साझा किये
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पांच दिवसीय विदेश दौरे से लौटने के ठीक बाद ही देश के उन सभी जिले व राज्यों के मुख्यमंत्रियों व अधिकारियों से बात की जहाँ वैक्सीन की प्रथम डोज लेने वालों की संख्या काफी कम है. उन्होंने कहा कि 100 साल की इस सबसे बड़ी महामारी में देश ने अनेक चुनौतियों का सामना किया है। इसलिए इस चुनौती का सामना भी सभी को मिला कर करना हैं . उहोने सभी जिले के अधिकारियों से इलाके के धर्म गुरुओं से भी लोगों को अपील करने में मदद लेने का सुझाव दिया जबकि महान व्यक्तियों के जन्म दिन व अन्य महत्वपूर्ण दिवसों को वैक्सीन के साथ जोड़ कर लोगों को प्रेरित करें. उन्होंने बल देते हुए कहा कि हमें हर घर दस्तक देनी है और प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन की डोज देनी है.
प्रधानमन्त्री मोदी ने आगाह किया कि त्यौहार का मौसम है. अभी विदेशों में कुछ बड़े देशों में एक बार फिर कोरोना का संक्रमण बढ़ने की खबर है. हमारा देश इसको किसी भी सुरत में नहीं झले पायेगा. इसलिए हमें सतर्क रहना होगा.
उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि कोरोना से देश की लड़ाई में एक खास बात ये भी रही कि हमने नए-नए समाधान खोजे, Innovative तरीके आजमाए। आपको भी अपने जिलों में वैक्सीनेशन बढ़ाने के लिए नए Innovative तरीकों पर और ज्यादा काम करना होगा
उनका कहना था कि अपने जिलों में एक-एक गांव, एक-एक कस्बे के लिए अगर अलग-अलग रणनीति बनानी हो तो वो भी बनाइए। आप क्षेत्र के हिसाब से 20-25 लोगों की टीम बनाकर भी ऐसा कर सकते हैं। जो टीमें आपने बनाई हों, उनमें एक Healthy Competition हो, इसका भी प्रयास कर सकते हैं:
उन्होंने कहते हुए याद दिलाया कि एक चुनौती अफवाह और लोगों में भ्रम की स्थिति भी है। अभी बातचीत के दौरान भी इसका जिक्र किया गया है। इसका एक बड़ा समाधान है कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए।
पीएम मोदी ने कहा कि आप इसमें स्थानीय धर्मगुरुओं की भी मदद और ज्यादा ले सकते हैं. अभी कुछ दिन पहले मेरी वेटिकन में पोप फ्रांसिस से भी मुलाकात हुई थी। वैक्सीन पर धर्मगुरुओं के संदेश को भी हमें जनता तक पहुंचाने पर विशेष जोर देना होगा. अ
उन्होंने कहा कि अभी तक आप सभी ने लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचाने और वहां सुरक्षित टीकाकरण के लिए प्रबंध किए। अब हर घर टीका, घर-घर टीका, इस जज्बे के साथ आपको हर घर पहुंचना है. हर घर पर दस्तक देते समय, पहली डोज़ के साथ-साथ आप सभी को दूसरी डोज़ पर भी उतना ही ध्यान देना होगा।
उन्होंने कहा कि जब भी संक्रमण के केस कम होने लगते हैं, तो कई बार Urgency वाली भावना कम हो जाती है। लोगों को लगने लगता है कि, इतनी भी क्या जल्दी है, लगा लेंगे. सबको वैक्सीन, मुफ्त वैक्सीन अभियान के तहत हम एक दिन में करीब-करीब ढाई करोड़ वैक्सीन डोज लगाकर दिखा चुके हैं। ये दिखाता है कि हमारी कैपेबिलिटीक्या है, हमारा सामर्थ्य क्या है.
प्रधान मंत्री ने इस समीक्षा बैठक में शामिल होने के लिए सभी मुख्यमंत्रियों व अधिकारियों की सराहना की.