SHE TEAM व दूत एप्लीकेशन के माध्यम से महिलाओं की सुरक्षा और सर्विलांस, दोनों सुदृढ बनेंगे
लगभग सात ज़िलों की सीमाओं से सटे हुए अहमदाबाद ज़िले की क़ानून -व्यवस्था की स्थिति हमेशा से गुजरात के लिए महत्वपूर्ण रही है
कुल साढ़े पांच करोड रूपए की लागत के यह कार्य और उनके माध्यम से मिलनेवाली सुरक्षा, आने वाले दिनों में अहमदाबाद ज़िले की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी
गुजरात को कभी कर्फ़्यू केपिटल कहा जाता था, लेकिन गुजरात में बीस साल के युवा ने अपने जीवन में आज तक कभी कर्फ़्यू नहीं देखा
महिला सुरक्षा और तकनीक के माध्यम से क़ानून-व्यवस्था पर बोझ कम करने का कार्य भी गुजरात सरकार ने काफी अच्छे ढंग से किया है
राज्य सरकार ने पुलिस को कानूनी ढांचे का समर्थन भी दिया है और कई अधिनियमों के माध्यम से मरीन पुलिस और शहरी पुलिस के साथ-साथ गैंगस्टर्स के ख़िलाफ़ कार्यवाही के लिए गुजरात पुलिस को मज़बूत करने का कार्य राज्य सरकार ने किया है
करीब 61000 भर्तियां, हर साल 6000 कॉंस्टेबल की भर्ती और क़रीब एक हजार से ज्यादा पीएसआई और सूचना अधिकारियों की भर्ती के साथ रिक्त पदों की संख्या शून्य तक ले जाने की प्रक्रिया में गुजरात निरंतर आगे बढ़ा रहा है
देश में सबसे ज्यादा हाउसिंग सेटिस्फेक्शन रेश्यो गुजरात में, हम उसे 87 प्रतिशत तक ले गये, इस सेक्टर में अभी नए पदों की रचना हुई है और नए मकान भी बन रहे हैं
नई दिल्ली : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात के अहमदाबाद ग्रामीण जिले में नए पुलिस थानों, पुलिस भवनों का उद्घाटन और She Team व सेतु एप्लीकेशन का शुभारंभ किया। इस अवसर पर गुजरात के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल समेत अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
अपने संबोधन में श्री शाह ने कहा कि जब से नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने तब से राज्य में क़ानून और व्यवस्था की स्थिति में परिवर्तन करने की दीर्घदृष्टि से अनेक कार्य हुए हैं। इनमें सभी पुलिस स्टेशनों का कम्प्यूटराईजे़शन, उनको परस्पर जोड़ना, एफएसएल को समृद्ध करना, एफएसएल यूनिवर्सिटी की स्थापना, रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी की स्थापना, स्टेट रिज़र्व पुलिस की अनेक नई कंपनियों की शुरुआत और सभी भर्तियां हर साल समय पर हों, जैसे कार्य हुए हैं। अमित शाह ने कहा कि रथयात्रा में दंगे अब बंद हो चुके हैं,राज्य में सांप्रदायिक दंगे अब नहीं हो रहे हैं और राज्य की जनता शांति का अनुभव कर रही है।
केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री ने कहा कि जब वे पिछली बार यहां आए थे तब आश्वस्त और विश्वास जैसे नए प्रोजेक्ट्स शुरू हुए थे और दोनों प्रोजेक्ट्स बहुत अच्छे ढंग से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि अब SHE TEAM व दूत एप्लीकेशन – इन दोनों के माध्यम से महिलाओं की सुरक्षा और सर्विलांस, दोनों सुदृढ बनेंगे। श्री शाह ने कहा कि केराला और साणंद जीआईडीसी – दो महत्वपूर्ण औद्योगिक स्थान और राजकोट-अहमदाबाद हाई-वे के औद्योगिक क्षेत्र लेबर कैचमेन्ट एरिया को कवर करनेवाले पुलिस स्टेशन्स हैं और यह गुजरात के औद्योगिक विकास के लिए काफी बड़े उत्पादन क्षेत्र हैं, इसीलिए इस क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति बनी रहना राज्य के विकास के लिए जरूरी है। उन्होने कहा कि अहमदाबाद ज़िला गांधीनगर से सटा हुआ है और लगभग सात ज़िलों की सीमाओं से सटे हुए इस ज़िले की क़ानून – व्यवस्था की स्थिति हमेशा से गुजरात के लिए महत्वपूर्ण रही है। कुल साढ़े पांच करोड रूपए की लागत के यह कार्य और उनके माध्यम से मिलनेवाली सुरक्षा, आने वाले दिनों में अहमदाबाद ज़िले की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
अमित शाह ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा हाउसिंग सेटिस्फेक्शन रेश्यो गुजरात में है, और हम उसे 87 प्रतिशत तक ले गये। इस सेक्टर में अभी नए पदों की रचना हुई है और नए मकान भी बन रहे हैं। श्री शाह ने कहा कि गुजरात को कभी कर्फ़्यू केपिटल कहा जाता था, लेकिन गुजरात में बीस साल के युवा ने अपने जीवन में आज तक कभी कर्फ़्यू नहीं देखा। उन्होने कहा कि गुजरात में श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में बनी हमारी सरकार के बाद आनंदीबेन जी, विजय रूपाणी जी और अब भूपेन्द्र पटेल जी की हमारी सरकार ने एक सातत्यपूर्ण तरीके से कानून और व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया है। केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री ने कहा कि पोरबंदर हो या फिर कच्छ का सरहदी इलाक़ा, बनासकांठा हो या फिर महाराष्ट्र की सीमा से सटे डांग और वलसाड ज़िले, हर जगह क़ानून और व्यवस्था सुचारु रूप से चल रही है और इसी वजह से औद्योगिक विकास में गुजरात, आज देश के प्रमुख राज्यों में गिना जाता है।
केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री ने कहा कि क़ानून और व्यवस्था की अच्छी स्थिति के साथ-साथ महिला सुरक्षा और तकनीक के माध्यम से क़ानून -व्यवस्था पर बोझ कम करने का कार्य भी गुजरात सरकार ने काफी अच्छे ढंग से किया है और विश्वास, आश्वस्त, बॉडी ऑन कैमरा और लेज़र गन्स, जैसी पहल उसके उदाहरण हैं। नाईट विज़न के साथ 15 ड्रोन कैमरे भी लगाए गए हैं, इसके साथ ही क्षमतावर्धन के लिए करीब 61000 भर्तियां, हर साल 6000 कॉंस्टेबल की भर्ती और क़रीब एक हजार से ज्यादा पीएसआई और सूचना अधिकारियों की भर्ती के साथ रिक्त पदों की संख्या शून्य तक ले जाने की प्रक्रिया में गुजरात निरंतर आगे बढ़ा रहा है। श्री शाह ने कहा कि राज्य सरकार ने कानूनी ढांचे का समर्थन भी पुलिस दल को दिया है। कई अधिनियमों के माध्यम से मरीन पुलिस और शहरी पुलिस के साथ-साथ गैंगस्टर्स के ख़िलाफ़ कार्यवाही के लिए गुजरात पुलिस को मज़बूत करने का कार्य राज्य सरकार ने किया है।
श्री अमित शाह ने कहा कि आज उनके लिए विशेष आनंद का विषय है कि उनके चुनावी क्षेत्र में ये सारे कार्य होने जा रहे हैं और इसके लिए उन्होंने गुजरात सरकार और मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल का धन्यवाद किया। श्री शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि गुजरात पुलिस इन सुविधाओं के इस्तेमाल द्वारा अहमदाबाद में क़ानून – व्यवस्था की स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि राज्य के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल भी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में गुजरात की कानून -व्यवस्था बनाए रखने की संस्कृति को आगे बढ़ाएंगे।