– भारी बरसात के बावजूद निरंतर जारी रहा राहत व बचाव कार्य
– इमारत के मालिक तथा कंपनी के जीएम के खिलाफ एफ आई आर दर्ज
– उपायुक्त ने मामले की जांच एसडीएम पटौदी को सौंपी
गुरुग्राम 19 जुलाई । गुरुग्राम जिला के फरुखनगर खंड के गांव खवासपुर में रविवार देर सांय 3 मंजिला इमारत धराशाई हो गई थी। जिला प्रशासन द्वारा चलाए गए बचाव व राहत कार्य में इमारत के मलबे से 3 व्यक्ति मृत तथा एक व्यक्ति जीवित निकाला गया। गुरुग्राम जिला प्रशासन ने नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स (एनडीआरएफ), स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स (एसडीआरएफ), सिविल डिफेंस, हरियाणा पुलिस की इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के सहयोग से चलाया। रविवार रात से लगातार हो रही तेज बरसात के बावजूद राहत व बचाव कार्य निरंतर जारी रहा।
गुरुग्राम पुलिस के अनुसार मृतकों के नाम प्रदीप (भिवानी), रोबिन (इटावा उत्तर प्रदेश) तथा राहुल उर्फ टिनी भारद्वाज (भिवानी) बताए गए हैं जबकि प्रदीप निवासी बस्ती, उत्तर प्रदेश को बचा लिया गया है। मृतकों की आयु 28 से 35 वर्ष के बीच बताई गई है। इस दुर्घटना के लिए पुलिस में इमारत के मालिक रविंद्र कटारिया तथा डीलक्स कार्गो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर कृष्ण कौशिक के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (बी), 288 तथा 34 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
दुर्घटना की सूचना मिलते ही उपायुक्त डॉ यश गर्ग के मार्गदर्शन में गुरुग्राम जिला प्रशासन तत्काल मौके पर पहुंचा और राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिए गए। इस दौरान पटौदी के विधायक श्री सत्य प्रकाश जरावता, उपायुक्त डॉ यश गर्ग, पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार मौके पर पहुंचे। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस, आईआरबी भोंडसी तथा जिला प्रशासन की टीम ने संयुक्त रूप से रात भर राहत और बचाव कार्य जारी रखते हुए इमारत के मलबे में फंसे लोगों को निकालने का काम किया।
उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने बताया कि रविवार देर सांय जिला प्रशासन को कंट्रोल रूम पर संदीप नाम के व्यक्ति का फोन आया कि गांव खवासपुर में 3 मंजिला इमारत गिर गई है। जिला प्रशासन ने इस सूचना की पुष्टि करते हुए तुरंत प्रभाव से राहत व बचाव कार्यों के लिए टीमों को रवाना किया। इन टीमों ने मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य शुरू किए और जल्द ही एक व्यक्ति प्रदीप (बस्ती, उत्तर प्रदेश) को मलबे से जीवित बाहर निकालने में सफलता हासिल की। उसे तुरंत उपचार के लिए अस्पताल रेफर कर दिया गया। दुर्घटना स्थल पर फायर ब्रिगेड , एंबुलेंस तथा डॉक्टरों की टीम भी उपस्थित रही ताकि मलबे से जीवित निकलने वाले व्यक्तियों को फर्स्ट एड देते हुए उनका तुरंत उपचार किया जा सके। मलबे में 4- 5 व्यक्तियों के दबे होने की आशंका जताई जा रही थी। राहत और बचाव कार्य भारी बरसात के बावजूद रात भर निरंतर जारी रहा। इस बीच उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने इस दुर्घटना के मामले की जांच एसडीएम पटौदी से करवाने के आदेश दिए हैं।