गुडग़ांव, 5 जुलाई : भीमसेना प्रमुख सतपाल तंवर के खिलाफ यूपी सरकार ने देशद्रोह व अन्य आपराधिक धाराओं में लखनऊ में मामला दर्ज कराया हुआ है। उनके खिलाफ दर्ज किए गए मामलों को लेकर सोमवार को भीमसेना के सदस्यों ने मिनी सचिवालय पर प्रदर्शन कर महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा और उनसे आग्रह किया गया कि उनके ज्ञापन को समुचित कार्यवाही के लिए प्रेषित कर दिया जाए।
प्रदर्शन कर रहे भीमसेना के राष्ट्रीय प्रभारी अनिल। तंवर, कैलाश रंगा, सोनू सिंह, ईश्वर सिंह, राज सिंह आदि ने बताया कि ज्ञापन में मांग की गई है कि सतपाल तंवर के खिलाफ जो मामले यूपी सरकार ने लखनऊ सहित कई स्थानों पर दर्ज कराए हैं, उन्हें रद्द किया जाए। कई मामलों में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए गए हैं। यूपी पुलिस उनको गिरफ्तार करने के लिए कई बार गुडग़ांव व दिल्ली में छापामार कार्यवाही भी कर चुकी है। हालांकि सतपाल तंवर ने यूपी पुलिस के सामने एक जुलाई को आत्मसमर्पण करने की घोषणा कर दी थी, लेकिन इसी दौरान उन्होंने इलाहाबाद
हाईकोर्ट की लखनऊ बैंच में देशद्रोह के मामले को खारिज करने, अग्रिम जमानत देने व गिरफ्तारी पर रोक लगाने की याचिका दायर कर दी थी। लेकिन लखनऊ बैंच इन याचिकाओं को खारिज कर आदेश दिया था कि वह आत्मसमर्पण कर अदालती प्रक्रिया का सामना करें।
भीमसेना की पीआरओ सीमा चौहान का कहना है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती देने की याचिका तैयार कराई जा रही है। उनका कहना है कि देश के अन्य प्रदेशों में भी सतपाल तंवर के खिलाफ दर्ज किए गए मामलों को रद्द करने के लिए धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया है। भीमसैनिकों ने प्रदर्शन कर तंवर के खिलाफ दर्ज किए गए मामलों को रद्द करने की मांग भी की है।