नई दिल्ली : केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने टीचर एबिलिटी टेस्ट क्वालीफाइंग सर्टिफिकेट की वैधता 7 साल से बढ़ाकर आजीवन लाइफटाइम कर दिया है. इससे बड़े पैमाने पर शिक्षा के क्षेत्र में सेवा देने वाले युवा शिक्षकों एवं शिक्षक भर्ती में शामिल होने के लिए इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को फायदा होगा. यह घोषणा केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्विटर के माध्यम से की।
उन्होंने कहा है कि शिक्षक के रूप में नियुक्त होने के लिए आवश्यक पात्रता की शर्तों में से एक टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट क्वालीफाइंग सर्टिफिकेट पहले केवल 7 वर्षों के लिए ही वैद्य होता था. अब केंद्र सरकार ने इसकी वैधता लाइफ टाइम करने का निर्णय लिया है. यह निर्णय वर्ष 2021 से जारी किए गए क्वालीफाइंग सर्टिफिकेट के लिए प्रभावी होगा. उन्होंने स्पष्ट किया है कि टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट राज्य सरकारों के द्वारा आयोजित की जाती है. उनकी ओर से ही आवेदकों को क्वालीफाइंग सर्टिफिकेट भी जारी किए जाते हैं. इसलिए क्वालीफाइंग सर्टिफिकेट की वैधता को रिन्यू करने के लिए नए सिरे से राज्य सरकार ही सर्टिफिकेट जारी करेगी।
उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति जिनका क्वालीफाइंग सर्टिफिकेट एक्सपायर कर गया है उन्हें पुनः राज्य सरकार नए सिरे से लाइफ टाइम वैधता वाले क्वालीफाइंग सर्टिफिकेट जारी करेगी।
उल्लेखनीय है कि शिक्षक के रूप में नियुक्त होने के लिए आवश्यक टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट के संबंध में नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन की ओर से 11 फरवरी 2011 को आदेश जारी कर कहा गया था कि इस टेस्ट का आयोजन राज्य सरकारें करेंगी. इसके लिए क्वालीफाइंग सर्टिफिकेट की वैधता 7 साल की होगी। अब केंद्र सरकार ने इसे लाइफ टाइम वैलिड करने की घोषणा की है।