नई दिल्ली : भारत के लोगों के लिए कोरोना संक्रमण की दृष्टि से आज दो राहत भरी खबरें आई हैं . पहली यह कि देश में अब कोरोना संक्रमित नए मरीजों की संख्या दैनिक तौर पर लगातार घटती जा रही है जबकि एक्टिव मामले भी अब कम होते जा रहे हैं. संक्रमण से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। दूसरी खबर यह है कि रूस कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी का उत्पादन भारत में करेगा. मीडिया की खबरों के अनुसार रूस भारत में 85 करोड़ से अधिक डोज स्पुतनिक वी का उत्पादन भारत में ही करेगा। जाहिर है इसका सीधा फायदा भारत के लोगों को पहुंचेगा।
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि 22 मई यानी आज तक अब देश में कोविड-19 के ठीक हुए मरीजों की संख्या दो करोड़ 30 लाख 70365 हो गई है जबकि एक्टिव केस की संख्या 2923400 है। ठीक होने वाले मरीजों का प्रतिशत 87.76 है जबकि एक्टिव केस का प्रतिशत 11.12 परसेंटेज है।
इस बीच आज मीडिया में रूस में भारत के राजदूत डी बाला बेंकटेश वर्मा के हवाले से बताया गया है कि रूस भारत में अपने कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी का उत्पादन भारत में करेगा। इससे देश में कोविड-19 टीकाकरण की गति को तेज करने में मदद मिलेगी।
मीडिया की खबर में यह दावा किया गया है कि रूस की इस वैक्सीन का लगभग 65% उत्पादन भारत में होगा जो तीन चरणों में करने की योजना है। इनमें पहले चरण में पूरी तरह रूस में उत्पादित वैक्सीन भारत को मुहैया कराई जाएगी जबकि दूसरे चरण में आरडीआईएफ की ओर से भारत को थोक में वैक्सीन दी जाएगी . इसे भारत में थोक के रूप में लाया जाएगा जिसे उपयोग के लिए बोतलों में भारत में तैयार किया जाएगा।
तीसरे चरण में रूस भारतीय कंपनियों को स्पूतनिक वी वैक्सीन बनाने की टेक्नोलॉजी हस्तांतरित करेगा जिसका भारतीय कंपनियां भारत में ही वैक्सीन उत्पादन में उपयोग करेगी। कुल मिलाकर 850 मिलियन खुराक तैयार करने की योजना है।
खबर में यह भी बताया गया है कि रूस ने भारत को स्पूतनिक वी वैक्सीन की 150000 खुराक और 60000 खुराक की आपूर्ति की है। इस माह के अंत तक लगभग 3 मिलियन खुराक थोक में भारत भेजी जाएगी जबकि जून में 5 मिलियन तक पहुंचाने की तैयारी है. इसके बाद अगस्त माह से भारत में इसका उत्पादन शुरू किया जा सकता है।