गुरुग्राम : जिला गुरुग्राम में आज 5वें राज्य वित्त आयोग की बैठक आयोजित की गई जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के योजनाबद्ध तरीके से विकास के बारे में चर्चा की गई। आयोग के चेयरमैन मुकुल जी. असहर ने ग्रामीण विकास की भावी योजनाओं तथा वर्तमान में चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी हासिल की।
जिला के ग्रामीण क्षेत्र में योजनाबद्ध विकास की रूपरेखा तैयार करने के लिए आज 5वें राज्य वित्त आयोग की बैठक लघु सचिवालय की दूसरी मंजिल पर एनआइसी कार्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में आयोग ने जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्याे की विस्तृत जानकारी ली। जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी ऋषि कुमार दांगी ने आयोग को बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यो के लिए केंद्रीय वित्त आयोग से वर्ष में दो बार बजट आता है, बजट की पहली किस्त से गावों में पीने के पानी, स्ट्रीट लाइटें, पंचायत कार्यालय तथा सफाई आदि के कार्य करवाएं दिए गए है।
उन्होंने बताया कि सभी पंचायतों ने ग्राम पंचायत डैवल्पमेंट प्लान तैयार कर लिया है ,जिसे चंडीगढ मुख्यालय भेज दिया गया है। जिला के सभी गांवों में ग्राम सचिवालय बनाने के लिए योजना बनाई जा चुकी है। और कई जगहों पर ये बनकर तैयार भी हो चुके है। उन्होंने बताया कि जिला की बाबूपुर पंचायत को ई-पंचायत बनाया गया है। इस ग्राम पंचायत में सभी कार्य पेपरलैस है और भूमि का पूरा रिकार्ड भी ऑनलाइन है।
श्री दांगी ने आयोग के समक्ष जिला के सरपंचों से विचार-विमर्श उपरांत आयोग के समक्ष सिफारिश रखी कि ग्राम पंचायतों के पास कर एकत्रित करने के स्त्रोत सीमित है। जिसे हाऊस टैक्स, प्रोपर्टी ट्रांसफर आदि पर 2 प्रतिशत कर, गांव में व्यक्तियों और निजी संस्थानों द्वारा लाऊड स्पीकर इस्तेमाल करने व नए मकान के निर्माण पर तथा हैचरी, भटटे, होटल, ढाबा ,विवाह स्थल जो सभा क्षेत्र में हो उनपर 100 रूपये मामूली फीस लगाकर, तथा पंचायत क्षेत्रों में व्यवसायिक गतिविधियों पर लेवी टैक्स लगाकर, ग्रामीण क्षेत्रों में विज्ञापन के माध्यम से आय में बढ़ोतरी कर सकते है।
जिला परिषद् व पंचायत समिति अपने क्षेत्रों से विज्ञापनों का किराया लेकर अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकते है।
इस अवसर पर राज्य वित्त आयोग के सदस्य रोहिणी अग्रवाल, विष्णु भगवान, श्यामलाल बंसल, राजेंद्र मोहन वालिया, अनुराग बख्सी, सदस्य सचिव अमनीत पी. कुमार, गुरुग्राम के उपायुक्त टी एल सत्यप्रकाश, सोहना के बीडीपीओ जरनैल सिंह नैन, रिसर्च अधिकारी अजय ठाकुर सहित कई ग्राम पंचायतों के सदस्य उपस्थित थे।