गुरुग्राम, 4 अप्रैल: शहर के मुख्य सदर बाजार के व्यापारियों की समस्याओं का समाधान होता दिखाई नहीं दे रहा है। नगर निगम प्रशासन व
व्यापारियों में तनाव बढ़ता ही जा रहा है। नगर निगम ने घोषणा की हुई है कि सौंदर्यकरण के नाम पर सदर बाजार में एक सप्ताह का ट्रायल किया जाएगा। इसके दौरान किसी भी प्रकार के वाहन को आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।व्यापारी नगर निगम के इस आदेश का विरोध कर रहे हैं। हालांकि कई दौर की वार्ताएं व्यापारियों व अधिकारियों के बीच हो भी चुकी हैं। व्यापारियों ने विरोध के फलस्वरुप रविवार को सदर बाजार पूरी तरह से बंद रखा।
प्रात: दुकानदार बाजार अवश्य पहुंचे, लेकिन उन्होंने अपनी दुकानें नहीं खोली। वे बाजार में ही इधर-उधर घूमते दिखाई दिए। व्यापारियों का कहना है कि निगम प्रशासन उन्हें तबाह करने पर जुटा हुआ है। कोरोना महामारी से व्यापारियों का कारोबार पूरी तरह से प्रभावित होकर रह गया है। अभी तक व्यापारी कोरोना के प्रभाव से उबर भी नहीं पाए हैं, जिस पर निगम प्रशासन नए-नए प्रयोग बाजार में करने पर उतारु है।
उनका कहना है कि पहले नगर निगम वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था करे, उसके बाद ही आगे की कार्यवाही करे। उनका आरोप है कि नगर निगम प्रशासन ने वाहनों की जो पार्किंग बनाई बताई है, वह नाममात्र की ही है। व्यापारी बाजार में सौंदर्यकरण के खिलाफ नहीं है, लेकिन जब बाजार में ग्राहक ही नहीं आएगा तो वे क्या करेंगे। बिना वाहनों की पार्किंग के उनका कारोबार पूरी तरह से प्रभावित होकर रह जाएगा। रविवार को बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक व उनके परिजन सदर बाजार में खरीददारी करने आते हैं। बाजार बंद होने की सूचना से ये ग्राहक कम ही नजर आए।
व्यापारियों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों की ओर से भी उन्हें समुचित सहयोग नहीं मिल रहा है।