गुरुग्राम, 14 मार्च : कोरोना महामारी के प्रभाव से हर वर्ग व हर संस्था प्रभावित हुई है। शिक्षण संस्थाएं भी इससे अछूती नहीं रही है। हालांकि शिक्षण संस्थानों में कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाईन शिक्षा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई थी, लेकिन इसका जो लाभ छात्रों को मिलना
चाहिए था, वह संसाधनों की कमी के कारण नहीं मिल सका। प्रदेश सरकार ने प्रदेश की सभी शिक्षण संस्थानों, स्कूलों व विश्वविद्यालयों तक को खोल दिया है। राजकीय स्कूलों में कोरोना महामारी से बचाव के लिए जारीदिशा-निर्देशों का पालन करते हुए छात्रों को शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही
है।
हरियाणा शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं आगामी 20 अप्रैल से शुरु होने जा रही हैं। हालांकि छात्रों का पाठ्यक्रम अभी पूरा
नहीं हुआ है। छात्रों को राहत देते हुए शिक्षा विभाग ने पाठ्यक्रम में करीब 30 प्रतिशत की कटौती भी कर दी है। परीक्षाओं का समय निकट आता जा रहा है। ऐसे में छात्रों का तनाव बढऩा भी स्वभाविक है। छात्रों को इस तनाव से बचाने और उन्हें परीक्षाओं के लिए बेहतर तरीके से तैयार करने को स्कूल प्रबंधन यानि कि शिक्षक आदि पूरी सहायता कर रहे हैं।
सैक्टर 4 स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाचार्या सुमनलता शर्मा का कहना है कि स्कूलों में जहां मूल्यांकन टेस्ट कराए जा रहे हैं, वहीं छात्रों की एक्सट्रा क्लासेज लेने की व्यवस्था भी कर दी गई है। यह एक्सट्रा क्लासेज उन विषयों की ली जा रही हैं, जिनमें छात्र कुछ कमजोर हैं। मेधावी छात्र भी अपने सहपाठियों की मदद करने में जुटे हैं।
उनका कहना है कि छात्रों को परीक्षाओं के तनाव से मुक्त करने के लिए टिप्स भी दिए जा रहे हैं और उनका हौंसला अफजाई भी किया जा रहा है। योगा से तनाव मुक्त होता है। इसलिए छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ योगा भी कराया जा रहा है, ताकि वे परीक्षा के तनाव से अपने को दूर रख सकें। उधर शिक्षा विभाग भी इस सब पर पूरी नजर रखे हुए है।