नई दिल्ली। भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड (सेल) को इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा इस्पात के क्षेत्र में वर्ष 2020 के प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक एन्वायरमेंट मैनेजमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड के अध्यक्ष श्री अनिल कुमार चौधरी ने प्राधिकरण के सामूहिक प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “सेल लगातार दो वर्षों से इस पुरस्कार का विजेता रहा है और यह टिकाऊ एवं पर्यावरण के अनुकूल इस्पात निर्माण की दिशा में कंपनी द्वारा किए गए प्रयासों का प्रमाण है। यह पुरस्कार इस श्रेणी के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक है। ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के लिए जिम्मेदार विभिन्न पर्यावरणीय समस्याओं को ध्यान में रखते हुए, यह पुरस्कार उद्योग जगत को अपने पर्यावरण संबंधी प्रदर्शन को बेहतर करने और एक मानक स्थापित करने के लिए अपने साथी उद्यमों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए प्रोत्साहित करता है।”
भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड, पर्यावरण संरक्षण की अपनी कॉरपोरेट ज़िम्मेदारी के प्रति सजग रहते हुए लगातार पर्यावरण के अनुकूल विभिन्न उपायों को अपनाने पर ध्यान केंद्रित करता है, जिसमें अन्य बातों के अलावा प्रदूषण नियंत्रण की सुविधाओं का उन्नयन, निजी इकाइयों एवं निकास से निकलने वाले अपशिष्ट जल का शोधन एवं पुनर्चक्रण, कारखानों एवं उत्पादन की इकाइयों के भीतर एवं उसके इर्द-गिर्द हरियाली में वृद्धि, विभिन्न ठोस अपशिष्टों (जैसेकि प्रक्रिया अपशिष्ट, खतरनाक अपशिष्ट, कैंटीन/टाउनशिप कचरा) का कुशल निपटान, वनीकरण के माध्यम से कार्बन का पृथक्करण और खनन वाले क्षेत्रों में पर्यावरण की पुनर्बहाली शामिल है। इसके अलावा, वातावरण की स्वच्छता में सुधार, उत्सर्जन और निस्सरण में कमी, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और कंपनी को अपनी गतिविधियों का पर्यावरण के अनुकूल सौम्य तरीके से परिचालन में मदद करने की दिशा में प्राधिकरण की पहलों और उत्कृष्ट चलनों के प्रभाव को भी स्वीकार किया गया है।
भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड को यह पुरस्कार कल आयोजित एक आभासी समारोह में प्रदान किया गया।