नई दिल्ली। पूर्व मंत्री कैप्टेन अजय सिंह यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा मोदी सरकार के कृषि विरोधी तीन काले कानूनों के विरोध में लगातार संघर्ष किया जा रहा है। किसानों द्वारा 8 दिसंबर को किए जाने वाले भारत बंद का भी कांग्रेस पार्टी समर्थन करती है। इसलिए मेरी सभी व्यापारी भाईयों, मजदूरों, कर्मचारियों, समाजिक संगठनों इत्यादि सभी से अपील है कि इस आंदोलन में बढ चढ कर हिस्सा लें।
क्योंकि यह आंदोलन किसान अकेले का नही बल्कि हम सभी का है। श्री यादव ने कहा कि हमारे नेता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री राहुल गांधी व प्रदेश कांग्रेस के नेतृत्व में इन काले कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर रैलियां, किसान सम्मेलन, हस्ताक्षर अभियान आदि अनेकों कार्यक्रम आयोजित किये जा चुके हैं। संसद के अंदर और बाहर इन काले कानूनों के खिलाफ लाड़ाई में कांग्रेस पार्टी ने अहम व अग्रणी भूमिका निभाई है और आगे भी किसानों के साथ कंधे से कंधा मिला कर अपने अन्नदाता की आवाज बुलंद करती रहेगी।
कैप्टेन अजय सिंह ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर जब देश के अन्नदाता कृषि विरोधी काले कानूनों के विषय में केन्द्र की सरकार के सामने अपना पक्ष रखने जा रहे थे तो उन पर पुलिस द्वारा आंसु गैस के गोले, वाटर कैनन व लाठी-चार्ज जैसी क्रूर कार्यवाईयां की गई परंतु हमारे निडर किसान भाजपा सरकार के अत्याचारों को सहते हुए निरंतर आगे बढ़ते रहे। आज देश भर के अनेकों किसान मोर्चे अपनी जायज मांगों को लेकर दिल्ली सीमा पर धरना प्रदर्शन कर रहें हैं, परंतु बड़े खेद की बात है कि केन्द्र की मोदी सरकार ने अभी तक अडियल रवैया अपनाया हुआ है।
श्री यादव ने कहा कि सरकार किसानों को बयानबाजी और आधे अधुरे आश्वासनों में उलझाने की कौशिश न करे। किसान अपनी मांगों से किसी भी तरह के समझौते के मूड में नही हैं। इसलिए सरकार को अन्नदाता के दर्द और मांगों को गंभीरता को समझना चाहिए और सरकार को जल्द से जल्द किसानों की मांगों को मानना चाहिए।