चंडीगढ़, 07 दिसम्बर- राज्यपाल हरियाणा की सचिव डा0 जी.अनुपमा ने कहा कि हम सभी ने युद्ध विधवाओं, निःशक्त सैनिकों तथा जरूरतमंद भूतपूर्व सैनिकों के पुनर्वास सम्बन्धी कल्याण कार्यों में अपना अपेक्षित योगदान देना चाहिए। डा0 अनुपमा सोमवार को ‘‘सशस्त्र सेना झण्डा दिवस‘‘ के अवसर पर राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में अधिकारियों से बातचीत कर रहीं थी।
सैनिक एवं अर्द्धसैनिक कल्याण विभाग के अधिकारियों ने सचिव डा0 जी.अनुपमा व राज्यपाल के ए.डी.सी मेजर जसदीप सिंह एस.एम को झण्डा स्टीकर भेंट किए। इस अवसर पर दोनों अधिकारियों ने सैनिक परिवारों के कल्याण हेतू दान पात्र में अंशदान राशि का योगदान भी दिया।डा0 जी.अनुपमा ने कहा कि आज मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सशस्त्र सेनाओं के शूरवीर सैनिकों को स्मरण करने का दिन है।
इस सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर हम शहीदों का सम्मान करते हैं, सशस्त्र सेनाओं के प्रति अपनी एकजुटता दर्शाते हैं, युद्ध विधवाओं, निःशक्त व जरूरतमंद भूतपूर्व सैनिकों के प्रति अपनी संवेदनशीलता व्यक्त करते हैं और उन्हें आश्वस्त करते हैं कि पूरा देश उनके साथ है। सैनिक एवं अर्द्धसैनिक कल्याण विभाग के महानिदेशक श्री मनीराम शर्मा ने बताया कि ‘सशस्त्र सेना झण्डा दिवस‘ हम सब को सशस्त्र सेनाओं के सेवारत व सेवानिवृत सैनिकों तथा उनके परिवारों के कल्याण के लिए उदारता से योगदान देकर उनके प्रति अपनी एकजुटता दिखाने का अवसर प्रदान करता है। हरियाणा के लोगों ने वीर सैनिकों तथा उनके परिवारों का सदैव सम्मान किया है। हरियाणा सरकार ने भी उनके कल्याण के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित की हैं।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने युद्ध विद्वाओं, निशक्त सैनिकों के बच्चों की शिक्षा के लिए मार्गदर्शन व स्किल डेवलप्मैंट के नए कार्य शुरू किए हैं।इस अवसर पर सैनिक एवं अर्द्धसैनिक कल्याण विभाग के संयुक्त सचिव भूपेन्द्र मल्होत्रा, स्मृति रेणु देवी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कैप्शन- सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर राजभवन मे आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल की सचिव डा0 जी. अनुपमा को सैनिक एवं अर्द्धसैनिक कल्याण विभाग के अधिकारी झण्डा स्टीकर लगाते हुए।