नई दिल्ली। नागर विमानन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि दरभंगा से दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु के लिए दैनिक उड़ानों की बुकिंग सितंबर माह के अंत तक शुरू हो जायेगी। बिहार के दरभंगा हवाई अड्डे के विकास कार्यों की समीक्षा करने के बाद, उन्होंने कहा कि छठ पूजा के शुभ पर्व से पहले ही नवंबर के प्रथम सप्ताह में उड़ान संचालन शुरू हो जाएगा। हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि यह उत्तर बिहार के 22 जिलों के लिए वरदान साबित होगा।
नागर विमानन मंत्री ने दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर, मधुबनी से सांसद अशोक यादव तथा नागर विमानन मंत्रालय के सचिव प्रदीप सिंह खारोला, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष अरविंद सिंह और अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर दरभंगा हवाई अड्डे की प्रगति और निर्माण कार्यों की समीक्षा की।
दरभंगा हवाई अड्डे के कार्य की प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए, श्री पुरी ने कहा कि हवाई अड्डे पर अधिकांश काम लगभग पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि आगमन और प्रस्थान हॉल, चेक-इन की सुविधा और कन्वेयर बेल्ट पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं। श्री पुरी ने कहा कि शेष कार्य अक्टूबर के अंत तक पूरा हो जाएगा। क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना उड़ान के तहत स्पाइसजेट को पहले ही इस मार्ग पर संचालन के लिए अनुमति दी जा चुकी है।
श्री पुरी ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री के ‘हवाई चप्पल से हवाई जहाज़ तक’ का नज़रिया लोगों के जीवन को बदलने के लिए है। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां दरभंगा में ज़मीनी स्तर पर काम ज़ोरों पर है, वहीं दूसरी तरफ़ अन्य गतिविधियां भी आगे बढ़ रही हैं। नागर विमानन मंत्री के दरभंगा हवाई अड्डे पर मौजूद रहने के समय स्पाइसजेट ने उड़ान संचालन की जांच भी की।
झारखंड में देवघर हवाई अड्डे की स्थिति की समीक्षा करने के बाद, श्री पुरी ने कहा कि देवगढ़ हवाई अड्डे पर काम काफी प्रगति पर है और इसे निर्धारित समय पर पूरा कर लिया जाएगा। स्थानीय सांसद निशिकांत दुबे के साथ इस बारे में उनकी व्यापक चर्चा हुई। श्री पुरी ने कहा कि हवाई अड्डे का परिचालन बहुत जल्द शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार इस संबंध में अगले सप्ताह तक कुछ महत्वपूर्ण निर्णय भी लेगी।
देवघर हवाई अड्डा जो क़ि पटना, कोलकाता और बागडोगरा को विमान सेवाएं प्रदान करता है, अब संथाल क्षेत्र में हवाई संपर्क उपलब्ध करने के अलावा, बिहार के भागलपुर और जमुई जिलों के लोगों को भी विमान सेवा प्रदान कर सकेगा।
हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि यह ‘सब उड़ें, सब जुड़ें’ नीति के तहत देश के आंतरिक क्षेत्रों को हवाई संपर्क प्रदान करने की महत्वाकांक्षी ‘उड़ान’ योजना के कार्यान्वयन की ओर एक और बड़ा कदम है।