नई दिल्ली। फेसरेशन ऑफ इंडियन (Federation of Indian Industry ) (FII) के महानिदेशक दीपक जैन ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कर सुधारों के संबंध में की गई घोषणाओं पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि फेसलेस और पेनलेस काराधान सरकार के सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है। इससे करदाताओं की कठिनाई दूर होगी जबकि उन्हें त्वरित और अपेक्षित सुविधा मिलेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि इन घोषणाओं से कर दाताओं की गोपनीयता का सम्मान होगा और उनकी गोपनीयता भी बनाए रखी जा सकेगी। इसके साथ ही भुगतानकर्ताओं से कर की सही राशि भी एकत्र की जाएगी। इससे करदाता को अधिक ईमानदारी से कर देंगे और कर भुगतान करने वाले अपने रिकॉर्ड को सही बनाए रखेंगे।
उनका कहना है कि यद्यपि आपकी आय कर कोष्ठक से नीचे है, फिर भी यदि नागरिक देश में कुछ लाभ जोड़ना चाहते हैं तो कुछ राशि का भुगतान बेतरतीब ढंग से कर सकते हैं। श्री जैन ने कहा कि प्रौद्योगिकी और कृत्रिम बुद्धिमत्ता सरकार और करदाताओं के लिए इसे आसान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री ( Federation of Indian Industry) हरियाणा चैप्टर के प्रदेश महासचिव दीपक मैनी ने बताया कि रु 1,00,000 और होटल बिल रु 20,000 या अधिक आयकर के पर्यवेक्षण में आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभी देश में डेढ़ सौ करोड लोगों में से सिर्फ डेढ़ करोड लोग भी इनकम टैक्स भरते हैं। अगर ज्यादा लोग इनकम टैक्स भरेंगे इससे देश का भी फायदा होगा और ईमानदार करदाताओं का जीवन आसान होगा और वह भी देश की आर्थिक मजबूती में अपना बेहतर योगदान दे सकेंगे।