04/06/2020 का पंचाग/ज्येष्ठ अनन्त चतुर्दशी, गुरुवार
संवत् 2077
शाके 1942
संवत् नाम आनंद
मास ज्येष्ठ
तिथि त्रयोदशी 06:05:38 तक
तिथि चतुर्दशी 27:15:12
पक्ष शुक्ल
नक्षत्र विशाखा 18:35:35
योग शिव 23:23:53
करण तैतुल 06:05:38
करण गरज 16:38:52
करण वाणिज 27:15:14
वार गुरूवार
संक्रांति वृषभ
ऋतु ग्रीष्म
अयन उत्तरायण
गोल उत्तर
संदीप पराशर
09540200014
तिथि क्षय (घटत) :- चतुर्दशी
सूर्योदय : 05 : 27 : 00 सूर्यास्त : 19 : 11 : 00 चंद्रोदय : 17 : 46 : 46
चंद्र नक्षत्र:
पद,अक्षर,नक्षत्र,समाप्ति समय
2 तू विशाखा 07:37:41
3 ते विशाखा 13:06:17
4 तो विशाखा 18:35:35
1 ना अनुराधा 00:05:44
अथ चौघडिया मुहूर्त : दिवा
शुभ 05:24 – 07:08 शुभ
रोग 07:08 – 08:52 अशुभ
उद्वेग 08:52 – 10:36 अशुभ
चर 10:36 – 12:20 शुभ
लाभ 12:20 – 14:03 शुभ
अमृत 14:03 – 15:47 शुभ
काल 15:47 – 17:31 अशुभ
शुभ 17:31 – 19:15 शुभ
रात्रि
अमृत 19:15 – 20:31 शुभ
चर 20:31 – 21:47 शुभ
रोग 21:47 – 23:03 अशुभ
काल 23:03 – 00 :20 अशुभ
लाभ 00 :20 – 01 :36 शुभ
उद्वेग 01 :36 – 02 :52 अशुभ
शुभ 02 :52 – 04 :08 शुभ
अमृत 04 :08 – 05 :24 शुभ
विशेष जानकारी
राहुकाल : 14 : 03 — 15 : 47
–
अभिजित मुहुर्त : 11 : 52 –12 : 47
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है
भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
रात्रि 27:15 से प्रारम्भ
स्वर्ग लोक = शुभ कारक
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