सुभाष चन्द्र चौधरी
गुरुग्राम। गुरुग्राम में कोविड-19 वायरस संक्रमण की रफ्तार इस कदर तेज हो चली है की शहर के हर घर तक दस्तक देने पर आमदा है। इस बात के संकेत पिछले 2 सप्ताह से भी अधिक समय से लगातार तेजी से बढ़ रहे पॉजिटिव के आंकड़े से मिल रहे हैं। एक तरफ हरियाणा सरकार ने लॉक डाउन के पांचवें चरण या यूं कहें अनलॉक वन के पहले चरण में दुकानों से लेकर उद्योग तक ऑटो रिक्शा से लेकर बसें भी चलाने का आदेश देना शुरू कर दिया है तो दूसरी तरफ कोरोना वायरस संक्रमण ने भी अपनी रफ्तार तेज कर दी है। आज यानी बुधवार को भी एक बार फिर गुरुग्राम में 132 नए पॉजिटिव मामले मिलने की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है। ऐसा लगता है की इस महामारी ने अब शहर के हर व्यक्ति को अपनी चपेट में लेने का मन बना लिया है।
इसमें कोई दो राय नहीं कि पिछले 2 सप्ताह से इस शहर के लोगों का रक्तचाप पढ़ने लगा है क्योंकि यहां दिन प्रतिदिन कोविड-19 वायरस संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़ती जा रही है और शहर के प्रत्येक मोहल्ले और सेक्टरों में किसी ना किसी गली में संक्रमित व्यक्ति पाए जा रहे हैं। यह अलग बात है कि अधिकतर मामले बिना लक्षण वाले मिल रहे हैं और उन्हें जिला उपायुक्त एवं स्वास्थ्य विभाग पिछले कई दिनों से होम आइसोलेशन में ही रहने की सलाह दे रहे हैं। लेकिन जन सामान्य अब अपने भविष्य को लेकर आशंकित हो रहे हैं क्योंकि आज भी यहां 132 नए पॉजिटिव के मिले हैं। इससे पहले मंगलवार को भी 160 व्यक्ति संक्रमित पाए गए थे जबकि पिछले दिनों भी यही रफ्तार रही है।
ऐसा लगता है हरियाणा सरकार को अब इन स्थितियों से उबारने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और एंड सैनिटाइजेशन की सलाह तथा फेस मास्क पहने की आदत डालने का सुझाव देने के अलावा और कोई रास्ता नहीं दिखता है। शायद इसीलिए जिला उपायुक्त लगातार अपने बयानों में लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा के उपाय करने की सलाह दे रहे हैं जबकि होम आइसोलेशन को ही इस संक्रमण के इलाज के लिए सबसे बेहतर उपाय बता रहे हैं।
अब शहर के लोगों के पास दूसरा कोई विकल्प भी नहीं है हां अगर संक्रमित मरीज आर्थिक तौर पर दमदार है तो वह किसी निजी अस्पताल में अपना इलाज करवा सकता है अन्यथा उन्हें अपने घर पर ही इस वायरस से छुटकारा मिलने का इंतजार करना पड़ेगा।
स्वास्थ विभाग हरियाणा की ओर से जारी मीडिया बुलेटिन के अनुसार आज गुरुग्राम में कुल संक्रमित लोगों की संख्या 1195 हो गई इनमें से केवल 232 व्यक्ति अब तक की उपाय हैं और 4 व्यक्तियों ने अपने प्राण गवा दिए हैं। 2 सप्ताह पहले तक गुरुग्राम का जिला प्रशासन यहां रिकवरी रेट यानी संक्रमित व्यक्तियों के ठीक होने का औसत दर संतोषजनक होने का दावा करते हुए अपनी पीठ थपथपा रहे थे लेकिन 2 सप्ताह के बाद अब हालात बदल चुके हैं। अब स्थिति यह है कि आज पाए गए 132 नए पॉजिटिव मामले के बाद अकेली गुरुग्राम में 903 व्यक्ति संक्रमित हैं जिनका इलाज या तो सरकारी अस्पताल में चल रहा है या फिर ओम आइसोलेशन में पड़े हुए हैं।
यहां इस बात का ज़िक्र करना बेहद आवश्यक है कि बकौल जिला उपायुक्त एवं स्वास्थ्य विभाग गुरुग्राम में पाए जाने वाले फुल पॉजिटिव मामले में से 80% से अधिक व्यक्ति बिना लक्षण वाले हैं इन्हें अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं बताई जा रही है। यानी संक्रमित होने वाले 80% से अधिक लोग अस्पताल में इलाज नहीं करवा रहे बल्कि अपने घर पर हैं और उन्हें आयुष विभाग की ओर से जारी सलाह के अनुसार अपने शरीर की रोग से लड़ने की क्षमता को करने का इंतजार करना पड़ रहा है।
जिला प्रशासन यह दावा कर रहा है कि ओम आइसोलेशन में पड़े सभी संक्रमित व्यक्तियों को स्वास्थ विभाग की ओर से उनके घरों पर ही इलाज की सुविधा और सलाह दी जा रही है लेकिन वास्तविकता इससे उलट है। होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों का अनुभव इससे अलग है और मजबूरन उन्हें अपने निजी डॉक्टरों या फिर किसी निजी अस्पताल के चिकित्सकों की सेवा लेनी पड़ रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया है कि गुरुग्राम में अब तक 292 व्यक्ति इस बीमारी से छुटकारा पा चुके हैं जबकि 2 लोगों की हालत बेहद खराब है और वह जिंदगी और मौत के बीच में झूल रहे हैं। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि गुरुग्राम में वर्तमान में 900 व्यक्ति पिछले 10 दिनों से भी कम समय में संक्रमित हुए हैं जबकि तीन व्यक्ति ही 10 दिन पहले संक्रमित पाए गए थे।
इस स्थिति को लेकर हरियाणा सरकार किस कदर चिंतित है इसका अंदाजा मुख्य सचिव की ओर से 2 दिन पूर्व हरियाणा के सभी जिले के जिला उपायुक्तों को एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक के दौरान दिए गए निर्देश से लगाया जा सकता है। पहले आशंका यह थी कि हरियाणा को कोविड-19 संक्रमण के मामले में अगर कोई जिला सबसे अधिक परेशान करेगा तो वह नूंह होगा। लेकिन धीरे धीरे स्थिति इस कदर बदल गई की पहले पलवल फिर फरीदाबाद और उसके बाद अब गुरुग्राम ने उन सारी आशंकाओं को निर्मूल साबित कर दिया।
हालांकि फरीदाबाद में भी नए पॉजिटिव मामले मिलने की रफ्तार लगातार बनी हुई है और आज भी वहां 69 नए मामले मिले हैं जबकि वहां कुल पॉजिटिव मामले की संख्या 487 हो गई है और 168 व्यक्ति अब तक वहां ठीक हो चुके हैं। फरीदाबाद का रिकॉर्ड इस मामले में पूरा चिंता पैदा करने वाला है क्योंकि वहां अब तक कुल 10 लोगों की मृत्यु हो चुकी है जबकि चार व्यक्ति वर्तमान में चिंताजनक स्थिति में है। अब फरीदाबाद में कुल 309 व्यक्ति इलाज करवा रहे हैं। बताया जाता है कि गुरुग्राम और फरीदाबाद को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने स्वयं दोनों जिले का दौरा कर आवश्यक उपाय करने का निर्देश दिया था।
अगर बात की जाए पूरे हरियाणा प्रदेश की तो स्वास्थ विभाग के अनुसार आज कुल 302 नए मामले मिले हैं जिनमें से गुरुग्राम 132 व्यक्ति फरीदाबाद में 69 व्यक्ति सोनीपत से 28 व्यक्ति नूंह से 6 व्यक्ति अंबाला से आठ व्यक्ति पानीपत से एक व्यक्ति पंचकूला से एक व्यक्ति करनाल से 10 व्यक्ति फतेहाबाद से एक व्यक्ति भिवानी से एक व्यक्ति रोहतक से सात व्यक्ति नारनौल से 28 व्यक्ति हिसार से आठ व्यक्ति कैथल से एक व्यक्ति और कुरुक्षेत्र से भी एक व्यक्ति के संक्रमित होने की जानकारी मिली है।
आज जारी सूची से यह स्पष्ट है की हरियाणा के 15 प्रमुख जिले कोविड-19 संक्रमण की दृष्टि से अब संवेदनशील हो चुके हैं। प्रदेश में अब कुल 2954 व्यक्ति कोविड-19 वायरस से संक्रमित हो चुके हैं इनमें से 1120 व्यक्ति अब तक ठीक हो चुके हैं और कुल 23 लोगों की मृत्यु हो गई है और सात व्यक्ति अभी भी क्रिटिकल कंडीशन में है। पूरे प्रदेश में अब 1842 व्यक्ति इलाज करवा रहे हैं जिनमें से 1742 व्यक्ति पिछले 10 दिनों में ही संक्रमित हुए हैं जबकि 100 व्यक्ति 10 दिन से पहले संक्रमित पाए गए थे।
स्वास्थ विभाग की ओर से जारी आंकड़े का विश्लेषण बताता है कि अब गुरुग्राम फरीदाबाद के अलावा सोनीपत करनाल अंबाला नारनौल जैसे जिले मैं भी बड़ी तेजी से यह संक्रमण फैल रहा है और यही रफ्तार बनी रही तो कभी ग्रीन जोन में रहे इन जिले की स्थिति भी चिंताजनक हो सकती है।
स्वास्थ विभाग ने बताया है कि पिछले 2 माह से भी अधिक समय के दौरान प्रदेश में 73723 व्यक्तियों को सविलियन के लिए क्वॉरेंटाइन में रखा गया जिनमें से 44899 व्यक्ति क्वॉरेंटाइन पीरियड समाप्त कर या तो घर जा चुके हैं या उनमें से कुछ संक्रमण के शिकार पाए गए हैं। दूसरी तरफ 28824 व्यक्ति अभी भी क्वॉरेंटाइन में रखे गए हैं जोया तो सरकारी पारण टाइम सेंटर में हैं या फिर ओम क्वॉरेंटाइन में सर्विलेंस पर हैं।
हरियाणा में अब तक कुल 127895 लोगों के सैंपल जांच के लिए कलेक्ट किए गए जिनमें से 120393 व्यक्तियों की रिपोर्ट नेगेटिव आई और 4548 व्यक्तियों की रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। यहां अब तक कुल 2954 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है जिनमें से 14 इटालियन नागरिक भी शामिल है और कुल 1098 व्यक्ति अब तक रिकवर हो चुके हैं जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।