समाजसेवी तरविंदर सैनी ने चाइनीज कंपनी इकोग्रीन को कूड़ा उठाने का ठेका देने पर उठाया सवाल

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प्रधानमंत्री का देश के नाम अभिभाषण के साथ ही गुरुग्राम में सामाजिक संगठनों ने शुरू किया विरोध

गुरुग्राम। अभी चार दिन पहले देश के नागरिकों को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए वोकल टू लोकल को प्रचारित करने पर बल दिया था यानी देश के प्रत्येक नागरिक को देश में निर्मित वस्तुओं को उपयोग में लाने से देश स्वावलम्बी होगा। इस अभिभाषण के तुरन्त बाद से गुरुग्राम व फरीदाबाद में कूड़ा प्रबंधन में लगी चाइनीज़ कंपनी इकोग्रीन को तुरन्त प्रभाव से बंद करने की पुरानी मांग एक बार फिर जोर पकड़ने लग गई गई है।

ज्ञात रहे कि अपनी विवादास्पद कार्यशैली के कारण इकोग्रीन काफी लम्बे समय से चर्चाओं में रही हैं। इस कंपनी की लापरवाही को संज्ञान में आने पर कुछ माह पूर्व ही हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इस कंपनी पर जुर्माना भी लगाया था। गुरुग्राम के कुछ प्रबुद्ध नागरिक व समाजसेवी इस कंपनी के माध्यम से हो रही लूट के खिलाफ लम्बे समय से आवाज उठा रहे हैं लेकिन कंपनी की पहुँच का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ पा रहा व इकोग्रीन के द्वारा लूट बदस्तूर जारी है।

गुरुग्राम निवासी, समाज सेवी व गत विधानसभा चुनाव में लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के उम्मीदवार रहे तरविंदर सैनी उर्फ़ माइकल सैनी ने हरियाणा व भारत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि क्या सरकार इतनी मजबूर है कि कूड़ा उठाने का काम भी एक चाइनीज कंपनी के द्वारा करवाया जा रहा है । श्री सैनी ने आरोप लगाया है कि इकोग्रीन के माध्यम से देश में बैठे कुछ गद्दारों की मोटी कमाई हो रही है व कंपनी प्रतिवर्ष देश से हज़ारो करोड़ लूट रही है।

श्री सैनी ने सवाल किया कि क्या भारत 70 वर्षों में भी इस स्थिति में नहीं पहुंचा है कि कूड़ा उठाने का काम अपने देश की कंपनियों से नहीं करवा सकता। ये काम भी किसी विदेशी कंपनी के द्वारा करवाया जा रहा है। ऐसे में क्या प्रधानमंत्री का वोकल टू लोकल ढकोसला नहीं लगता। उन्होंने यह भी कहा कि इकोग्रीन की राजनीती में पैठ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रथम लॉकडाउन के दौरान गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला खुद इकोग्रीन के कार्यालय जाकर कंपनी के कर्मचारियों को खाना बाँट रहे हैं। विधायक द्वारा किये गये इस कार्य के मुद्दे को भी कुछ लोगों ने काफी गंभीरता से उठाया था । अब देखना ये है कि क्या इस कंपनी की जड़ें इतनी गहरी हैं कि प्रधानमंत्री के वोकल टू लोकल को भी ठेंगा दिखा दिया जायेगा।


तरविंदर सैनी ने हरियाणा सरकार में हो रहे भ्रष्टाचार से नाराजगी दिखाते हुए यह भी कहा कि आज तक खट्टर सरकार के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर पर लगे भ्रष्टाचार की जाँच सरकार नहीं करवा पाई । अभी हाल में हुआ सोनीपत शराब घोटाला व इकोग्रीन का मुद्दा सब मिट्टी में दबा दिए जायेंगे क्योंकि इन सभी भ्रस्टाचारों में सरकार के कुछ बड़े लोगों का संलिप्त होना साफ़ तौर पर प्रतीत हो रहा है ।

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