गुरुग्राम में आज फिर 6 नए कोरोना पॉजिटिव मिले

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सुभाष चंद्र चौधरी

गुरुग्राम। गुरुग्राम में आज एक बार फिर कोविड-19 संक्रमित नए के सामने आ गए। लगातार यह तीसरा दिन है जब जिला में कोरोनावायरस पॉजिटिव के नए मामले प्रतिदिन गुरु ग्राम की सूची में जुड़ रहे हैं। इससे अब कुल संक्रमित लोगों की संख्या जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है 29 हो गई है। हालांकि चंडीगढ़ से स्वास्थ्य विभाग की मुख्यालय की ओर से आज ही जारी स्वास्थ्य बुलेटिन में गुरुग्राम में 9 नए मामले आने का संकेत दिया गया है। बहरहाल यहां स्थिति चिंताजनक बनती जा रही है लेकिन स्थानीय लोग अब भी लॉक डाउन की गाइडलाइन का पालन ठीक तरीके से नहीं कर रहे हैं बल्कि कई जगह गैर जिम्मेदार तरीके से अनावश्यक अपने घरों से बाहर निकलकर झुंड की झुंड सड़कों पर घूमते दिख रहे हैं।

स्वास्थ विभाग के अनुसार गुरुग्राम में वर्तमान में 82 व्यक्तियों को क्वॉरेंटाइन में रखा गया है जबकि 249 लोगों की जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं जिनमें से 202 सैंपल सरकारी लैब और 47 सैंपल प्राइवेट लैब द्वारा लिए गए हैं।

सैंपल लिए गए लोगों में से 73 लोगों की रिपोर्ट अब तक पॉजिटिव मिली है जिनमें से 44 को पताल से छुट्टी मिल गई है जबकि 29 का इलाज चल रहा है। 451 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट अभी प्रतीक्षित है। आशंका इस बात की प्रबल है कि इनमें से और भी लोगों के कोविड-19 संक्रमित होने की रिपोर्ट सामने आ सकती है और गुरुग्राम की कई प्रमुख कालोनियां कंटेनमेंट एरिया के रूप में सील की जा सकती हैं।

खबर है कि आज शहर की प्रमुख आवासीय कॉलोनी सेक्टर 15 में भी कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति मिले हैं जिसके कारण उक्त सेक्टर को अगले 28 दिनों के लिए सील कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार केवल 14 दिनों के लिए कोरोना पॉजिटिव पाई गई कॉलोनी को सील किया जाता था जबकि अब नए नियम के अनुसार ऐसी कॉलोनियों को 28 दिनों के लिए सील किया जाएगा और अगर इस बीच फिर कोई एक व्यक्ति भी पॉजिटिव पाया गया तो पुनः उसे उस दिन से अगले 28 दिनों तक के लिए सिर कर दिया जाएगा।

जाहिर है अगर संबंधित कॉलोनी के लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग और स्वास्थ्य सुरक्षा की गाइड लाइन का पूरी तरह पालन नहीं किया तो उनकी कॉलोनी लगातार लंबे समय तक कंटेनमेंट एरिया के रूप में सील रह सकती है। ऐसी स्थिति में सभी सामान्य नागरिकों की जिम्मेदारी बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है कि उन्हें अपने आसपास परोस के लोगों को भी सोशल डिस्टेंसिंग के लिए प्रेरित करें और अनावश्यक अपने घरों से बाहर निकलने से बचने को कहें अन्यथा सरकार की मजबूरी होगी कि उक्त कॉलोनी को लंबे समय तक रेप जॉन के रूप में प्रतिबंधित रखा जाए।

गौरतलब है कि देश के कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली केंद्रीय समिति जिसमें सभी प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिव भी शामिल होते हैं प्रत्येक रविवार को सभी राज्यों में कोरोना संक्रमित स्थिति की समीक्षा करती है। उक्त बैठक में ही जिले व क्षेत्र को रेड जोन ऑरेंज जोन और ग्रीन जोन में शिफ्ट करने का निर्णय लिया जाता है साथ ही कंटेनमेंट एरिया को लेकर नियमों को सख्त करना या उसमें झील देना पर भी विचार किया जाता है। गुरुग्राम में लगातार तीन दिनों से मिल रहे नए पॉजिटिव मामले को लेकर प्रशासन बेहद चिंतित है की कल यानी सोमवार को होने वाली समीक्षा बैठक में अब गुरुग्राम एक बार फिर रेड जोन में शिफ्ट कर दिया जाएगा। हालांकि यहां रिकवरी रेट अपेक्षाकृत संतोषजनक है लेकिन पिछले 3 दिनों से लगातार नए मामले सामने आने से जिला का रिकॉर्ड खराब हो चुका है और 451 लोगों की सैंपल जांच के लिए भेजी गई है जिसकी रिपोर्ट आनी बाकी है। उनमें से भी कुछ लोग पॉजिटिव पाए जा सकते हैं ऐसे में यह समझना बेहद आसान है कि गुरुग्राम जिला अब हरियाणा प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण की दृष्टि से सबसे ऊपर हो गया है और इसका रेड जोन में शिफ्ट होना लगभग तय माना जा रहा है।

अगर गुरुग्राम रेड जोन में शिफ्ट हो गया तो फिर नई गाइडलाइन के अनुसार लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा जबकि कंटेनमेंट एरिया वाले सेक्टर या कॉलोनी के लोगों को 28 दिनों तक अपने घरों में ही बंद रहने पर पड़ेंगे।

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