सुभाष चंद्र चौधरी
गुरुग्राम । गुरुग्राम जिला में शनिवार को चार नए पॉजिटिव केस आये। यहां कुल संक्रमित रोगियों की संख्या यहां 67 हो गई जबकि वर्तमान में पताल में भर्ती लोगों की संख्या हुई 29 है । जिला में अब तक 38 संक्रमित व्यक्ति स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किए गए हैं। एक दिन पूर्व भी या नए पॉजिटिव केस मिले थे। इस तरह लगातार दो दिनों से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ने से गुरुग्राम जिला एक बार फिर ऑरेंज जॉन से रेड जोन की ओर बढ़ता दिखाई देने लगा है।
आज फिर चार नई पॉजिटिव के आने से जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए यह चिंता का विषय बन गया है जबकि गुड़गांव वासियों के लिए खतरे की घंटी। पिछले सप्ताह में लगातार 14 दिनों के दौरान स्थिति में काफी सुधार आने से देश के कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता वाली केंद्रीय समिति ने 30 अप्रैल को गुरुग्राम को ऑरेंज जॉन में शिफ्ट कर दिया था। अब जबकि लगातार दो दिनों से नए संक्रमित लोगों संख्या बढ़ने से इस बात का खतरा मंडराने लगा है कि आगामी सप्ताह में होने वाली समीक्षा में गुरुग्राम को पुनः रेड जोन घोषित किया जा सकता है। हालांकि उम्मीद लगी थी की जिस दर से यहां संक्रमित लोगों के रिकवर होने की स्थिति बनी थी उससे जिला को ग्रीन जोन में शिफ्ट करने की संभावना बन गई थी।
अगर आगामी सप्ताह में ग्रीन जोन में शिफ्ट कर दिया जाता तो जिले में सब कुछ लगभग सामान्य तरीके से संचालित करने की अनुमति मिल जाती। उद्योग व्यवसाय एवं सामान्य गतिविधियां वह आवाजाही कुछ शर्तों के साथ शुरू करने की अनुमति मिल जाती लेकिन आशंका के बादल फिर मंडराने लगे हैं। अगर नई रोगियों की संख्या इसी तरह बढ़ती रही तो जिला से ऑरेंज जॉन का तगमा भी छिन सकता है जबकि रेड जोन का लेबल लगने से कई और पाबंदियां लग जाएंगी।
स्वास्थ विभाग का दावा है कि गुरुग्राम में मिलने वाले लगभग सभी नए की का संबंध किसी न किसी रूप में दिल्ली से है। इनमें से कई लोग या तो दिल्ली के सरकारी या निजी कार्यालयों में कार्यरत हैं या फिर वहां के किसी कोविड-19 संक्रमित मरीज के संपर्क में हाल-फिलहाल में आए हैं। माना यह जा रहा है कि जब तक दिल्ली से गुरुग्राम की ओर आवाजाही पूर्णता बंद नहीं की जाएगी तब तक गुरुग्राम को इस संक्रमण का दंश झेलना ही पड़ेगा और परिणाम स्वरूप यहां के लोगों को पाबंदी भरा जीवन जीने को मजबूर होना पड़ेगा।
संभव है इन्हीं वास्तविकता ओं को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार के निर्देश पर जिला उपायुक्त अमित खत्री एवं पुलिस कमिश्नर मोहम्मद अकील की ओर से गुरुग्राम के सभी बॉर्डर को लगभग सील करने की व्यवस्था पिछले 2 दिनों से कर दी गई है। व्यवसाई हो या उद्यमी या फिर कंपनियों में काम करने वाले श्रमिक या दिल्ली पुलिस में काम करने वाले गुरु ग्राम निवासी किन्ही को भी गुरुग्राम से प्रतिदिन आने जाने की छूट नहीं दी जा रही है। उन्हें या तो दिल्ली में स्थाई तौर पर रहने या फिर गुरुग्राम में ही अगले कम से कम 14 दिनों के लिए घरों में बंद रहने की सलाह दी जा रही है।
खबर है कि गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकील ने अब मीडिया वकील डॉक्टर जैसे प्रोफेशनल को भी दिल्ली से आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। केवल अत्यधिक आकस्मिक कारणों से ही किसी को बॉर्डर क्रॉस करने की अनुमति मिलेगी या फिर ऐसे व्यक्ति जो गुरुग्राम होते हुए दूसरे राज्य को जाना चाहते हैं उन्हें ही यहां से गुजरने की अनुमति आवश्यक परमिट के आधार पर दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली में कुल 11 जिले हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मीडिया से बातचीत में यह स्वीकार किया है कि दिल्ली के सभी 11 जिले रेड जोन में है क्योंकि यहां लगातार नए रोगियों की संख्या बढ़ रही है। केंद्रीय समिति ने पूरी दिल्ली को रेड जोन घोषित किया हुआ है और यहां रेड जोन के लिए जारी सभी प्रकार के प्रतिबंध अगले आदेश तक लागू रहेंगे। स्थिति से पता चलता है कि दिल्ली देश के उन चार पांच राज्यों में से शामिल है जहां पिछले एक माह से भी अधिक समय से लगातार कोविड-19 संक्रमित नए रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। कुल मिलाकर स्थिति नियंत्रण में नहीं है इसलिए दिल्ली में उत्पन्न हालात के कारण गुरुग्राम भी परेशान हो रहा है।
स्वास्थ विभाग हरियाणा भी अपने हेल्थ बुलेटिन में नए पॉजिटिव केस के बारे में लगातार उनकी हिस्ट्री दिल्ली से संबंधित होने का दावा कर रहा है। इसलिए इस प्रकार की खबरों से अब गुरु ग्राम वासियों में दिल्ली से संबंध रखने वाले या दिल्ली आने जाने वाले लोगों या परिवारों से दूरियां बनाने का भय पैदा होने लगा है। जाहिर है लोग इस बात को जानने को उत्सुक दिखने लगे हैं कि उनका कोई पड़ोसी दिल्ली में तो काम नहीं करता या फिर दिल्ली से उनका कोई व्यवसाय तो नहीं चलता। जिला प्रशासन भी अंदर खाते या मान बैठा है की दिल्ली से गुरुग्राम का संबंध कम से कम 2 सप्ताह के लिए विच्छेद करने के बाद ही यहां का रिकॉर्ड सुधर सकता है।
विभाग के अनुसार गुरुग्राम में वर्तमान में 78 लोग संक्रमण की आशंका के कारण क्वॉरेंटाइन में रखे गए हैं। शनिवार को जांच के लिए 250 लोगों के सैंपल लिए गए हैं जिनमें से 104 सैंपल गवर्मेंट लैब के द्वारा जबकि 146 सैंपल प्राइवेट लैब के द्वारा लिए गए हैं। वर्तमान में 336 लोगों की रिपोर्ट का स्वास्थ्य विभाग को इंतजार है। इससे साफ है कि आने वाले समय में नए कोविड-19 संक्रमित लोगों की संख्या और बढ़ सकती है।
शायद इसीलिए जिला प्रशासन और गुरुग्राम पुलिस पहले से भी ज्यादा सावधानी और सख्ती बरतने में जुट गई है। जिला उपायुक्त अमित खत्री बारंबार लोगों से लॉक डाउन की गाइडलाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंस इन और स्वास्थ्य सुरक्षा के अन्य उपाय पर अमल करने की सलाह दे रहे हैं।