– गरीबों को खाना देने तथा अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली
– लोक निर्माण विश्राम गृह में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की बैठक
गुरुग्राम, 21 अप्रैल। केंद्रीय मंत्री तथा गुड़गांव के सांसद राव इंद्रजीत सिंह आज कोविड-19 लॉक डाउन के दौरान गुरुग्राम जिला में जरूरतमंद लोगों को खाना देने तथा अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए गुरुग्राम आए। उन्होंने प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अब तक की स्थिति का जायजा लिया और प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर संतोष जताते हुए यहां नियुक्त अधिकारियों की पीठ थपथपाई।
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि गुरुग्राम में आबादी घनत्व तथा देश-विदेश के अनेक स्थानों से यहां रहने वाले लोगों के कारण गुरुग्राम में कोरोनावायरस संक्रमण का भय ज्यादा था लेकिन यहां नियुक्त अधिकारियों ने स्थिति को बहुत अच्छे ढंग से संभाला। उन्होंने बैठक में अधिकारियों द्वारा किए गए कार्यों की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए कहा, मैं आपके टीमवर्क से बहुत प्रभावित हूं, जिसने लॉक डाउन के दौरान गुरुग्राम जिला में सुचारू व्यवस्था बनाए रखी और महामारी में लोगों को दिक्कत नहीं आने दी। उन्होंने जनता की तरफ से यहां नियुक्त अधिकारियों की टीम का यह कहते हुए शुक्रिया अदा किया कि वे जनता का नुमाइंदा होने के नाते ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन काल में यह पहला मौका है जब भारत वर्ष ही नहीं बल्कि पूरा विश्व महामारी से त्रस्त है। विश्व युद्ध की स्थिति में भी कुछ राष्ट्र अछूते रह गए थे, जिन पर युद्ध का प्रभाव नहीं हुआ लेकिन इस महामारी से सभी देश त्रस्त हैं।
बैठक के दौरान गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तथा अतिरिक्त मुख्य सचिव वीएस कुंडू ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि गुरु ग्राम जिला में जहां भी कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना है उन सभी स्थानों पर लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा घर-घर सर्वेक्षण भी शुरू किया जा चुका है, जिसमें टीम प्रत्येक घर में जाकर पूछ रही है कि परिवार के किसी भी व्यक्ति को खांसी, बुखार या जुकाम जैसे लक्षण तो नहीं है। अगर किसी को यह लक्षण पाए जाते हैं तो उसका रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किया जा रहा है। इसका उद्देश्य यही है कि कम्युनिटी ट्रांसमिशन ना हो। उन्होंने बताया कि अभी जिला के दूरदराज के क्षेत्रों में इस महामारी का ट्रांसमिशन नहीं हुआ है। श्री कुंडू ने बताया कि इस आपदा की स्थिति में समाज के सभी वर्गों ने एकजुट होकर काम किया और जरूरतमंद लोगों को राहत पहुंचाई है, जोकि सराहनीय बात है।
उपायुक्त अमित खत्री ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि अभी तक गुरुग्राम में प्रतिदिन 1 लाख 60 हजार से ज्यादा पके भोजन के पैकेट जरूरतमंद लोगों में वितरित किए जा रहे हैं। मौसम को देखते हुए अब पैक्ड खाने के पैकेतो की संख्या कम की जाएगी और इसके लिए जरूरतमंद परिवारों को डिस्ट्रेस राशन टोकन दिए जाएंगे जिसके लिए फार्म भरवाए जा रहे हैं। ये टोकन उन परिवारों को मिलेंगे जो बीपीएल या सरकार की अन्य किसी योजना में कवर नहीं होते और जिनके पास वर्तमान में राशन कार्ड नहीं है। इन्हें टोकन दिखा कर सरकारी राशन की दुकान से अदर प्रायरिटी हाउसहोल्ड के बराबर हर महीने राशन मुफ्त में तीन महीने तक दिया जाएगा । उन्होंने बताया कि उद्योग खोलने को लेकर भी सरकार द्वारा विभिन्न कमेटियों का गठन किया गया है और जल्द ही खोलने के लिए प्राप्त आवेदनों पर निर्णय ले लिया जाएगा।
नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने बैठक में बताया कि एक लाख 60 हजार खाने के पैकेटो में से लगभग एक लाख से सवा लाख पैकेट नगर निगम क्षेत्र में वितरित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि जल्द ही डिस्ट्रेस राशन टोकन पर जब सूखा राशन मिलना शुरू हो जाएगा तो पके भोजन के पैकेटो की संख्या कम हो जाएगी। उन्होंने बताया कि टोकन के लिए आवेदन मुख्यतः उन लोगों से लिए जा रहे हैं जो हरियाणा के डोमिसाइल नहीं है तथा माइग्रेंट लेबर है।
बैठक में उपस्थित सिविल सर्जन डॉक्टर जेएस पुनिया ने बताया कि गुरुग्राम जिला में 9291 लोगों की स्क्रीनिंग की गई और 3441 लोगों के सैंपल लिए गए। इनमें अब तक 37 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए जिनमें से 26 ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं और 11 एक्टिव है, जिनका इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि सब्जी मंडी आदि जगहों जहां पर संक्रमण ज्यादा फैलने की संभावना है वहां पर लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव वीएस कुंडू, पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकील, उपायुक्त अमित खत्री, नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह के अलावा डीसीपी सुमेर सिंह, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के प्रशासक जितेंद्र यादव, जीएमसीबीएल की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोनल गोयल, अतिरिक्त श्रम आयुक्त मनीष शर्मा, सिविल सर्जन डॉक्टर जेएस पुनिया, डॉ अनुज गर्ग, डॉ रामप्रकाश, गुरुग्राम के एसडीएम जितेंद्र कुमार, सोहना की एसडीएम डॉ चिनार चहल, बादशाहपुर के एसडीएम हितेंद्र शर्मा भी उपस्थित थे।
केन्द्रीय मंत्री ने की विश्राम गृह में अधिकारियों के साथ बैठक
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने आज गुरुग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह में कोरोना वायरस के संबंध में सभी अधिकारियों के साथ बैठक की । साथ ही कोविड -19 के लिए जिला प्रशासन द्वारा लिए जा रहे विभिन्न फैसलो की समीक्षा की । उन्होंने मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए कहा कि पूरे विश्व में कोरोना वायरस ने एक भयानक स्थिति पैदा कर दी है, ऐसे में यह जरूरी है कि प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय रहे । उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, सिविल प्रशासन, पुलिस प्रशासन व अन्य सामाजिक संगठन इस समय बखूबी अपना कार्य कर रहे हैं । साथ ही वे पूरी मुस्तैदी के साथ ड्यूटी के साथ अपनी एक जिम्मेदार नागरिक होने की भूमिका निभा रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि गुरूग्राम को इस समय एक एफिशिएंट जिला कहा जा सकता है , क्योंकि गुरुग्राम एक घनी आबादी वाला क्षेत्र है और यहां पर सभी फैसले बहुत ही सोच समझकर किए जाते है । उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में अन्य बड़े शहरों के मुकाबले मामले कम है और यह एक खुशी की बात है। कोरोना वायरस के जो भी मामले गुरुग्राम में देखने को मिले है, वे सभी जल्द ही रिकवर भी हो रहे है और संक्रमित लोगों की संख्या शून्य पर आ जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस समय पूरी तरह से सक्रिय है और वह अधिक से अधिक लोगों के टेस्ट कर रहे है , व पॉजिटिव पाए जाने पर उन्हें पूरी तरह से क्वारांटाइन किया जा रहा है ।
इंडस्ट्रीज पर पूछे गए एक सवाल पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि इंडस्ट्रीज को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आयेगी, इस बात का जिला प्रशासन द्वारा ध्यान दिया जा रहा है । साथ ही नियमो का पालन करने वाली कंपनी , इंडस्ट्री या अन्य किसी भी संस्थान पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की जाएगी । उन्होंने कहा कि सभी उद्योग क्षेत्र से जुड़े लोग इस बात का खास ध्यान रखे कि किसी भी प्रकार के नियमों का उल्लंघन उनके द्वारा ना हो तथा वे सभी नियमों का बखूबी पालन करे ।