हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने प्रवेश-पत्रों पर क्यू-आर कोड अंकित किया
चण्डीगढ़, 29 फरवरी : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड, भिवानी ने फर्जी परीक्षार्थियों को पकडऩे के लिए हाईटेक टैक्नोलोजी का इस्तेमाल करते हुए प्रवेश-पत्रों पर क्यू-आर कोड अंकित किया ताकि फर्जी परीक्षार्थियों की पहचान की जा सके।
इस संबंध में बोर्ड के एक प्रवक्ता ने बताया कि 03 मार्च से प्रारम्भ होने वाली सैकेण्डरी/सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) वार्षिक परीक्षा मार्च-2020 को हस्तक्षेप रहित-पारदर्शी बनाने के लिए प्रवेश-पत्र पर क्यू-आर कोड लगाया गया है। उडऩदस्तें क्यू-आर कोड को स्कैन करके परीक्षार्थी के फोटो व विवरणों की जाँच की जाएगी, जिससे फर्जी परीक्षार्थियों पर शिकंजा कसा जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि विभिन्न उडऩदस्तों में नियुक्त बोर्ड के अधिकारियों व कर्मचारियों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी परीक्षा ड्यूटी पूर्ण कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी व निष्ठा से दें। उन्होंने बताया कि उडऩदस्तों में शामिल बोर्ड के अधिकारियो व कर्मचारियों का वॉटसअप ग्रुप बनाया गया है। परीक्षा केंद्रों पर कोई अनियमितता पाई जाती है तो इसकी सूचना तुरंत बोर्ड मुख्यालय पर दें। उन्होंने कहा कि उडऩदस्तों में नियुक्त संयोजक एवं सदस्य तथा ड्यूटी पर तैनात सभी स्टाफ द्वारा अपने कमीज की जेब पर या गले में सक्षम अधिकारी द्वारा जारी पहचान-पत्र लगाया जाना अनिवार्य होगा।
प्रवक्ता ने बताया कि प्रवेश-पत्र पर प्रतिदिन परीक्षार्थी एवं पर्यवेक्षक के हस्ताक्षर किये जाने अनिवार्य हैं तथा इसकी जाँच भी उडऩदस्ते करेंगे। उन्होंने बताया कि इन परीक्षाओं के सफल बनाने हेतु सभी परीक्षार्थियों तथा परीक्षा ड्यूटी पर तैनात अमले पर पैनी निगाहें रखी जाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी परीक्षा केंद्र पर नकल व हस्तक्षेप या किसी केंद्र अधीक्षक/सुपरवाईजर की ड्यूटी में कोताही/अनुशासनहीनता पाई जाती है तो भिवानी स्थित बोर्ड मुख्यालय कंट्रोल रूम का वाटसएप नं. 8816840349 तथा दूरभाष नं. 01664-254601, 254603 एवं 01664-254604, अम्बाला स्थित कंट्रोल रूम का दूरभाष नं. 0171-2441317, फतेहाबाद का दूरभाष नं. 01667-226230, रोहतक का दूरभाष नं. 01262-271425, करनाल का दूरभाष नं. 0184-2251001, पलवल का दूरभाष नं. 01275-251874 तथा गुरूग्राम का दूरभाष नं. 0124-2339230 पर तुरंत सूचित करें।
उन्होंने कहा कि निरीक्षण करते समय पर्यवेक्षक अमले के पहचान-पत्र अवश्य चैक किए जाएं तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई पर्यवेक्षक गलत ड्यूटी तो नही दे रहा है। निरीक्षण करते समय प्रतिरूपण केसों पर विशेष ध्यान दिया जाए। यदि किसी पर्यवेक्षक के कमरे में एक ही समय में दो से अधिक अनुचित साधन के केस बनते हैं तो उस अवस्था में पर्यवेक्षक को कार्यभार मुक्त करते हुए इसकी सूचना बोर्ड कार्यालय को दी जाए। उन्होंने कहा कि परीक्षा केन्द्रों पर अनुपस्थित पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट पहले दिन ही उत्तरपुस्तिकाओं के बण्डल के साथ संग्रहण केन्द्र पर जमा करवाई जाए।
प्रवक्ता ने कहा कि सभी उडऩदस्तों द्वारा यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि उनके संयोजक एवं सदस्यों का कोई भी सगा सम्बन्धी, पुत्र-पुत्री, पति-पत्नी या अन्य कोई ब्लड रिलेशन वाला परीक्षार्थी परीक्षा दे रहा है तो उनसे लिखित में लेते हुए इस बारे तुरन्त बोर्ड कार्यालय को सूचित किया जाए तथा उस अवस्था में उन द्वारा उस परीक्षा केन्द्र का निरीक्षण नहीं किया जाना है। उन्होंने कहा कि किसी परीक्षा केन्द्र पर केन्द्र अधीक्षक द्वारा नकल करवाने में संलिप्तता/सहयोग पाया जाता है तो उस अवस्था में बोर्ड से सम्पर्क करते हुए वैकल्पिक प्रबन्ध उपरान्त उसे कार्यभार मुक्त किया जाए।
उन्होंने आगे कहा कि सीटिंग प्लान, हस्ताक्षर चार्ट में दिए गए परीक्षार्थियों के अनुक्रमांकों के क्रम अनुसार ही बनाई जानी है तथा परीक्षा समाप्ति उपरान्त उत्तरपुस्तिका के बण्ड़ल पूर्व प्रथा अनुसार 30-30 उत्तरपुस्तिकाओं के ही बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि प्रश्र-पत्र उडऩदस्ता ईन्चार्ज उनके जिलों में गठित आर.ए.एफ. व अन्य उडऩदस्तों के साथ आपसी तालमेल बैठाकर रूट तैयार करेंगे। रूट इस प्रकार बनाए जाएं कि प्रत्येक परीक्षा केन्द्र का निरीक्षण हो सके।
प्रवक्ता ने बताया कि परीक्षाओं में अनुचित साधनों का प्रयोग करने वालों तथा सहायता प्रदान करने वालों के खिलाफ ‘शून्य सहनशीलता’ की नीति अमल में लाई जाएगी। परीक्षा आरम्भ होने से पूर्व सभी विद्यार्थियों की तलाशी के बाद ही परीक्षा भवन में प्रवेश की अनुमति होगी।