नयी दिल्ली, 25 फरवरी : पूर्वोत्तर दिल्ली के कुछ इलाकों में मंगलवार को फिर से हिंसा हुई जहां भीड़ ने पथराव किया और बंद दुकानों में तोड़फोड़ की । पूर्वोत्तर दिल्ली में तनाव व्याप्त है। सीएए और एनआरसी को लेकर भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। तीसरे दिन भी मौजपुर-बाबरपुर इलाके में सुबह पथराव हुआ।उत्तर पूर्वी दिल्ली में एक महीने के लिए धारा 144 लगा दी गई है। अब तक 11 मामले दर्ज किये गए हैं जबकि 56 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
सूत्रों का कहना है कि इस इलाके में हालात अभी पूरी तरह तनावपूर्ण बने हुए हैं। एक दिन पहले ही, संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हुई हिंसा में एक हेड कॉन्स्टेबल सहित उत्तर पूर्वी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में हुई हिंसा में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। 130 घायल हैं.
गोकुलपुरी हिंसा में शहीद दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल को किंग्सवे कैंप के पुलिस लाइन में आखिरी सलामी दी। इस हिंसा में रतन लाल की कल मौत हो गई थी। वह राजस्थान के सीकर में तिहावली गांव के रहने वाले थे।
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आप नेता ने राजघाट पहुंचकर दिल्ली में शांति के लिए प्रार्थना की। मिडिया से बातचीत में केजरीवाल ने कहा कि पिछले दो दिनों में दिल्ली में हुई हिंसा से पूरा देश चिंतित है। जान और माल की हानि हुई है। यदि हिंसा बढ़ती है तो यह सभी को प्रभावित करेगी। हम सभी यहां गांधी समाधि पर प्रार्थना करने आए हैं जो अहिंसा के अनुयाई थे।
दूसरी तरफ गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में गृहमंत्रालय की बैठक खत्म हो गई है। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज सभी दलों के सदस्यों की बैठक गृहमंत्रालय में हुई है। गृह मंत्री ने आज बैठक बुलाई थी. यह सकारात्मक थी। उन्होंने बताया कि बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सभी राजनीतिक दल यह शहर में शांति स्थापित करने में सहयोग करेंगे ।