सुभाष चौधरी
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर दिल्ली सरकार और नगर निगम की कार्यशैली की तुलना करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला. उन्होंने दिल्ली सरकार के अधीन वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों की स्थिति और नगर निगम के अधीन चलने वाली प्राथमिक विद्यालयों की स्थिति का तुलनात्मक अध्ययन प्रस्तुत कर भाजपा को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने दिल्ली की जनता के सामने दो दो मॉडल ऑफ गवर्नेंस रखते हुए अपनी सरकार के पक्ष में मतदान करने की उम्मीद जताई .
उन्होंने कहा कि आज दिल्ली की जनता के सामने दो मॉडल ऑफ गवर्नेंस है। एक तरफ हम लोग सरकार चला रहे हैं जबकि दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में नगर निगम में व्यवस्था चल रही है . आगामी 8 फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा के चुनाव में जनता ठीक तरीके से इन दोनों गवर्नेंस के बीच में तुलना कर सकती है और मतदान कर सकती है. उन्होंने कहा कि एक तरफ दिल्ली सरकार के अधीन वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हैं जबकि दूसरी तरफ दिल्ली नगर निगम के अधीन प्राथमिक विद्यालय की देखरेख है. अब दिल्ली की जनता इन दोनों की व्यवस्था और इसमें हुए सुधार को लेकर अपना नजरिया तय कर सकती है और उसके अनुरूप आगामी 8 फरवरी को मतदान करेगी।
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उन्होंने कहा कि नगर निगम के अधीन भी स्कूल हैं और दिल्ली सरकार के भी स्कूल हैं. एक तरफ पिछले 9 साल में नगर निगम के 109 स्कूल बंद हो गए . 2011 से 2019 के बीच में एमसीडी ने 109 स्कूल बंद कर दिए वहीं पिछले 5 साल में दिल्ली सरकार ने लगभग 20 हजार नए क्लासरूम का निर्माण किया।
श्री केजरीवाल ने कहा कि इतना बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर लगभग 500 स्कूल खोलने के बराबर है. उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में पिछले 9 वर्षों में ढाई लाख से अधिक बच्चे कम हो गए . उन्होंने बताया की 2011- 12 में नगर निगम के स्कूलों में 985,000 बच्चे थे जबकि 2018 -19 में केबल 732000 बच्चे रह गए। उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम के स्कूलों की हालत खराब थी कि लोगों ने अपने बच्चे वहां से हटा ली उन्होंने दावा किया की दूसरी तरफ दिल्ली सरकार के अधीन चल रहे वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों की हालत में इतना जबरदस्त सुधार आया कि लोगों ने अपने प्राइवेट स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को वहां से निकालकर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नामांकन कराना शुरू कर दिया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर निगम के स्कूलों की हालत आज बेहद खराब है . आज जब 21वीं सदी में भारत दुनिया में विश्व गुरु बनने की इच्छा रखता है हर क्षेत्र में नेतृत्व करने का दम रखता है तब देश की राजधानी और नगर निगम के स्कूलों की बदतर हालत वास्तव में चिंता पैदा करने वाली है. उन्होंने कहा कि निगम के स्कूलों के अंदर आज भी बच्चे फर्श पर टाट पट्टी पर बैठने को मजबूर हैं जबकि दिल्ली सरकार के स्कूलों के अंदर प्राइवेट स्कूलों से भी बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं मौजूद हैं . स्विमिंग पूल बनाए जा रहे हैं. दूसरी तरफ नगर निगम के स्कूलों में पांचवी क्लास पास करके 74% बच्चे वह हिंदी की सिंपल लाइन भी लिखने में सक्षम नहीं होते
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूलों से पढ़कर निकलने वाले बच्चे प्राइवेट स्कूलों से भी बेहतर हैं. उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूलों के 12वीं क्लास के रिजल्ट 93% होते हैं जबकि दिल्ली सरकार की स्कूलों के 96% रिजल्ट हुए हैं. उन्होंने कहा कि एक हमारी सरकार की गवर्नेंस का मॉडल है जबकि दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी द्वारा चलाई जा रही गवर्नेंस का मॉडल सामने है. अब दिल्ली की जनता को यह तय करना है कि आगामी 8 फरवरी को होने वाले चुनाव में किस का समर्थन करेगी .
श्री केजरीवाल ने कहा कि पिछले 15 वर्षों से दिल्ली नगर निगम पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है और वह दिल्ली एवं देश को 21वीं सदी में विश्व गुरु बनाने का सपना दिखा रही है फिर 15 वर्षों से उनके हाथ क्यों बंद है। उन्होंने एमसीडी को मोस्ट करप्ट डिपार्टमेंट बताया उन्होंने कहा कि इसमें इतना भ्रष्टाचार है कि दिल्ली का बच्चा-बच्चा इससे परिचित है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विजय गोयल के बयान को कोट करते हुए कहा कि उनसे जब पूछा गया कि एमसीडी कैसी है तो उन्होंने कह कि ” मैं कहूंगा कि चोर है मुझे कोई इनकार नहीं है।”
केजरीवाल ने सवाल किया की आखिर 15 साल से आप जनता को वायदा कर रहे हैं फिर आप कुछ क्यों नहीं कर रहे हैं .आखिर किसने आपको रोका है .
उन्होंने नॉर्थ एमसीडी का आंकड़ा प्रस्तुत करते हुए कहा कि इसमें 230 इंजीनियर है जिसमें से केवल 17 ही ऐसे इंजीनियर हैं जिस पर चार्जशीट नहीं है। उन्होंने कहा कि साउथ एमसीडी के इंटरनल ऑडिटर की रिपोर्ट यह बता रही है कि उन पर 1077 करोड के हाउस टैक्स की आउटस्टैंडिंग है. उन्होंने पूछा कि एरियर क्यों है . यह वसूली क्यों नहीं की जा रही है . उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि मुझे बताने की जरूरत नहीं सब को यह मालूम है कि उसकी रिकवरी क्यों नहीं की जाती है. केजरीवाल ने कहा कि नॉर्थ एमसीडी के चीफ इंटरनल ऑडिटर ने ही 1099 करोड़ के फाइनेंसियल घोटाले का खुलासा किया है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली की सभी सड़कों पर अवैध विज्ञापन व मोबाइल के टावर लगे हुए हैं .कोई देखने वाला नहीं है . इसके पीछे क्या चल रहा है यह सभी को पता है . उन्होंने कहा कि एमसीडी देश के उन चुनिंदा नगर निगमों में से एक है जो अपने इनकम में से अपने स्टाफ को वेतन देने की स्थिति में नहीं है. कई महीनों तक स्टाफ को तनख्वाह नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा की दूसरी तरफ हमारी सरकार के बारे में देश का बच्चा-बच्चा कहता है कि केजरीवाल सरकार सबसे ईमानदार सरकार है.
उन्होंने कहा कि हमने डोरस्टेप डिलीवरी सर्विस शुरू की. जहां लोगों को पहले लाइनों में लगकर कई कई बार चक्कर काटकर रिश्वत देकर अपने काम करवाने परते थे आज बिना रिश्वत दिए उनके घर पर वह सुविधा मुहैया कराई जा रही है. आम आदमी पार्टी की सरकार हर प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार पर नियंत्रण रखते हुए कम पैसे में काम करवा रही है और जनता की गाढ़ी कमाई को बचा रही है .
उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में हर फ्लाईओवर कम से कम कीमत पर बनाने में हम सक्षम हैं. दिल्ली के वजीरपुर फ्लाईओवर की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह 325 करोड़ के खर्च से बनने वाला था लेकिन इसे हमने 215 करोड़ के खर्च से ही बना दिया इसमें लगभग 100 करोड़ रुपए बचाएं।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दावा किया कि दिल्ली की अकेली ऐसी सरकार है जो पिछले 5 साल में मुनाफे में चल रही है. उन्होंने कहा कि हम से पहले दिल्ली सरकार हमेशा घाटे में चलती थी. उन्होंने कहा कि एक तरफ एमसीडी है जो भ्रष्टाचार की द्योतक है जहां चरम पर रिश्वतखोरी है और दूसरी तरफ दिल्ली सरकार है जो देश में सबसे ईमानदार सरकार के तौर पर स्थापित हो चुकी है. अब जनता निर्णय लेगी और आगामी 8 फरवरी को होने वाले चुनाव में को आम आदमी पार्टी ईमानदार सरकार को अपना समर्थन देंगी।
उन्होंने केवल शिक्षा व्यवस्था को लेकर ही भाजपा पर सवाल नहीं खड़े किए बल्कि दिल्ली सरकार के अधीन चल रहे अस्पतालों एवं स्वास्थ्य व्यवस्था तथा नगर निगम के अधीन चलने वाले अस्पतालों की स्थिति का तुलनात्मक अध्ययन भी प्रस्तुत किया . उन्होंने कहा की पिछले 7 सालों में नगर निगम की एक भी एडिशनल डिस्पेंसरी नहीं बनी. दीवारे टूटी पड़ी है .छतों से पानी गिरते हैं. दवाइयां नहीं है .गंदगी फैली हुई है .
उन्होंने कहा कि दिल्ली की तीनों नगर निगमों में पिछले वर्षों में हेल्थ का बजट 97 करोड़ कम हुआ है। दूसरी तरफ दिल्ली सरकार ने सारे 400 नये मोहल्ला क्लीनिक बनाएं हैं. 26 पॉलीक्लिनिक बनाए हैं और दिल्ली सरकार के अस्पतालों में केवल 7200 बेड होते थे अब तक 10000 बेड बन चुके हैं . इसे 20000 बेड तक पहुंचाने का काम चल रहा है. अगले 2 वर्षों में यह पूरा हो जाएगा. सभी मोहल्ला क्लीनिक और अस्पताल air-conditioned हो गए हैं .इसकी चर्चा दुनिया के अंदर हो रही है. उन्होंने कहा कि हमारे हेल्थ का बजट 3500 करोड़ से बढ़कर सारे 7000 करोड़ से भी अधिक हो गया है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली की जनता से किए वायदे की याद भी दिलाई उन्होंने कटाक्ष किया कि उन्होंने अपने वायदे में कहा था कि 3 साल के अंदर एक भी ढलान दिल्ली में नहीं मिलेंगे लेकिन आज लगता नहीं कि दिल्ली में एक भी ढलान समाप्त किया गया. उन्होंने कहा था करप्शन फ्री कर देंगे लेकिन नगर निगम करप्शन का प्रतीक है. उन्होंने कहा था सोशल सिक्योरिटी कार्ड देंगे लेकिन कम नहीं हुआ ।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने एक तरफ एक भी वायदा पूरा नहीं किया जबकि आम आदमी पार्टी ने अपने सारे वायदे पूरे किए . बल्कि वायदे से भी ज्यादा पूरा किया. उन्होंने कहा कि हमने नहीं कहा था कि हम बस में तो यात्रा करेंगे हमने किया. हमने नहीं कहा था कि 200 यूनिट बिजली फ्री देंगे फिर भी हमने दी. हमने यह नहीं कहा था कि तीर्थयात्रा कराएंगे लेकिन हमने दिल्ली की जनता बुजुर्गों को फ्री तीर्थ यात्रा करवाई . उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में जो वायदे दिल्ली की जनता से किए थे उसके अलावा भी बहुत सारे काम हमने यहां किए.
उन्होंने कहा की भारतीय जनता पार्टी की कारस्तानी दिल्ली में साफ साफ दिखती है. इन्होंने दिल्ली को कूड़े के ढेर में तब्दील कर दिया है. दिल्ली आज गंदगी की ढेर पर बैठी है .इसके लिए भाजपा नेतृत्व जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि एमसीडी की तो बदतर हालत है ही साथ ही यही हालत दिल्ली पुलिस की भी है .इसके लिए भाजपा जिम्मेदार है. उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली के थाने में 90% ऐसी संभावना रहती है कि आपकी शिकायतों को दर्ज नहीं किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों दिल्ली के अंदर जो हालात बने और जो हिंसा हुई आगजनी हुई सभी इसके साक्षी बने हैं. इसमें दिल्ली पुलिस की भूमिका साफ साफ दिखी . उन्होंने कहा कि आज दिल्ली की जनता को यह तय करना है कि भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली पुलिस का शासन उनको पसंद है या आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार की कार्यशैली. उन्होंने डीडीए की भी स्थिति को भी चिंताजनक बताया .
उन्होंने कहा कि आज दिल्ली की जनता के सामने दो गवर्नेंस मॉडल प्रस्तुत है और मैं उम्मीद करता हूं कि आगामी 8 फरवरी को होने वाले मतदान में दिल्ली की जनता आम आदमी पार्टी के पक्ष में वोट करेगी. भारी बहुमत के साथ सपोर्ट करेगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली की एक भी जनता यह नहीं चाहती है कि पूरी दिल्ली की हालत एमसीडी जैसी हो जाए या दिल्ली पुलिस की तरह बन जाए. सभी चाहते हैं कि स्कूल हो ,अस्पताल हो ,बिजली हो ,या पानी की व्यवस्था हो, सभी जगह दिल्ली सरकार की तरह मजबूत तरीके से काम हो।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में बिगड़ी कानून व्यवस्था के लिए दिल्ली पुलिस जिम्मेदार नहीं बल्कि उनको आदेश देने वाले उनको काम करने से रोकने वाले जिम्मेदार हैं. इसके लिए भाजपा नेतृत्व जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि जब दिल्ली पुलिस के सिपाहियों के हाथ बांध दिए जाएंगे तो फिर काम कैसे होंगे . इसलिए मैं दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और कर्मचारियों को इसके लिए जिम्मेदार नहीं मानता.