नागपुर : केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा महाविद्यालय नागपुर के नए परिसर को देश को समर्पित किया. इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने पिछली सरकारों की कार्यशैली की आलोचना की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जब सरकारें हुआ करती थीं तब एक सरकार भूमि पूजन करती थी, दूसरी सरकार पैसा देती थी, तीसरी सरकार कंस्ट्रक्शन शुरू करती थी और चौथी सरकार समाप्त करती थी। मगर नरेन्द्र मोदी सरकार की कार्य संस्कृति में जो सरकार भूमि पूजन करती है वो ही उसका लोकार्पण करती है.
गृह मंत्री ने कहा कि 1956 से ही राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा महाविद्यालय नागपुर में बना हुआ था। आज 42 एकड़ से भी ज्यादा भूमि में सभी अंतराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप एक आधुनिक महाविद्यालय का अत्याधुनिक परिसर बनकर आज देश को समर्पित करने का मौका है। ये समग्र देश के लिए बहुत गौरव का मौका है.
उन्होंने ने कहा कि 2016 में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने एनडीआरएफ को विशेष गति देने का काम किया। सिर्फ 4 साल में आज NDRF विश्व की सभी डिजास्टर संस्थाओं में अग्रणी बनकर अपनी सेवाएं दे रहा है। एनडीआरएफ की सेवाओं को जिलों और निचले स्तर तक पहुंचाने का काम आज पूरा हो चुका है. 1999 में जब ओडिशा में सुपर साइक्लोन आया तो लगभग 10 हजार लोग मारे गए थे। और हाल ही में आए तीन चक्रवात में 64 लोगों ने अपनी जान गवाई।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मैं मानता हूं कि 4 वर्ष के अल्पकाल के अंदर हमने बहुत बड़ी सिद्धि प्राप्त की. भारत सरकार ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सुभाष चंद्र बोस पुरस्कार शुरु किया है। आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एनडीआरएफ की पहचान हो रही है। नेपाल में भूकंप के समय भी एनडीआरएफ ने वहां तुरंत मदद पहुंचाई थी.
उन्होंने बताया कि 2014 में नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में जब पहली बार सरकार बनी, तो हमारी अर्थव्यवस्था 2 ट्रिलियन डॉलर की थी। 2019 तक 5 वर्ष में हमने इसमें 1 ट्रिलियन डॉलर और जोड़ा है। ये बताता है कि कितनी अच्छी तरह काम हुआ है. हमने लक्ष्य रखा है कि आजादी के जब 75 साल हों, तो हमारे देश की अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर की हो जाए। अगर इस दिशा में हमें जाना है तो इंफ्रास्ट्रक्चर, अर्बन डेवलपमेंट के क्षेत्र में बहुत काम होगा, ऐसे में डिजास्टर मैनेजमेंट की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है.