चंडीगढ़। हरियाणा के पर्यटन मंत्री कंवर पाल ने बताया कि राज्य में फार्म-टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि किसान अपने मूल कार्य के साथ-साथ अतिरिक्त आय कमा सकें। कुछ ऐसे स्थानों को चिन्हित किया जाएगा जहां देश-विदेश से आने वाले पर्यटक गुड़ बनाने, गाय का दूध निकालने, खेती के लिए बिजाई करने, बागों से फल तोडऩे, पतंग उड़ाने, बैलगाड़ी चलाने जैसे कार्य तथा पहलवानों के अखाड़े मौके पर देखकर हरियाणवी संस्कृति के दर्शन कर सकें और हरियाणा के बारे में अपने ज्ञान में वृद्धि कर सकें।
पर्यटन मंत्री ने आज हरियाणा पर्यटन विभाग तथा हरियाणा पर्यटन निगम की समीक्षा बैठक के बाद यहां बताया कि पर्यटकों को असली हरियाणवी लाईफस्टाइल से रूबरू करवाने के लिए हरियाणा पर्यटन विभाग द्वारा इस पहल को तेजी से आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। वर्तमान सरकार के इस कदम से प्रदेश के किसान अपनी खेती-बाड़ी के साथ फार्म-टूरिज्म को अपनाकर अपनी आमदनी में इजाफा कर सकेंगे।
समीक्षा बैठक में हरियाणा पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विजयवर्धन ने जानकारी दी कि विभाग द्वारा अभी तक गुरुग्राम, फरीदाबाद, झज्जर, सोनीपत समेत अन्य जिलों में 17 लोगों को फार्म-टूरिज्म का लाइसेंस दिया जा चुका है और पर्यटकों में इसको लेकर काफी रूझान भी है। उन्होंने बताया कि कारपोरेट गु्रपस के लिए यह होली-डे डैस्टीनेशन के रूप में काफी प्रसिद्ध हो रहा है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि ऐसे फार्म-हॉऊस बालीवुड की फिल्मों की शूटिंग तथा टीवी सीरियल निर्माताओं को आकर्षित कर रहे हैं। हरियाणा का पर्यटन विभाग इन किसानों को हरियाणवी संस्कृति से संबंधित सामग्री तथा सीडी विडियोज बनाने के लिए प्रेरित कर रहा है ताकि पर्यटन की दृष्टिï से उनके फार्म-हाऊस को प्रोत्साहित किया जा सके।
उन्होंने बताया कि फार्म-टूरिज्म के माध्यम से पर्यटकों को हरियाणा के पहलवानों के अखाड़े, डेयरी-फार्म, फ्लोरीकल्चर, इमु पक्षियों के फार्म समेत हरियाणा की अन्य प्रसिद्ध संस्कृतियों के दर्शन करवाए जाएंगे।
इस अवसर पर हरियाणा पर्यटन निगम के चेयरमैन रणधीर गोलन, पर्यटन विभाग के महानिदेशक राजीव रंजन, हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक विकास यादव, महाप्रबंधक दिलावर सिंह भी उपस्थित थे।