बाल कल्याण परिषद की ओर से सिरसा में राज्य स्तर प्रतियोगिता
ग्रुप डाँस व क्ले माडलिंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरष्कार पर कब्ज़ा जमाया
गुरुग्राम : बाल कल्याण परिषद की ओर से सिरसा में आयोजित राज्य स्तर प्रतियोगिता में ग्रुप डाँस” व क्ले माडलिंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरष्कार पर गुरुग्राम के रॉक फोर्ड कॉन्वेंट सीनियर सैकेन्डरी स्कूल, शक्ति पार्क सेक्टर 10 ए के बच्चों ने कब्जा जमाया. हर वर्ष होने वाली प्रदेश स्तर की इस प्रतियोगिता में इस बार दोनों ही प्रतियोगिताओं में प्रत्येक जोन व जिले के 20-20 प्रतिभिगी शामिल हुए थे. स्कूल के डाइरेक्टर मुकेश डागर ने सभी छात्र –छात्राओं व इन्हें प्रशिक्षण देने वाले सभी अध्यापकों की इस शानदार उपलब्धि पर ख़ुशी जाहिर की है साथ ही उनके अभिभावकों को बधाई दी है. उन्होंने गुरुग्राम जिला व अपने स्कूल के लिए इसे यादगार व गौरवपूर्ण क्षण बताया. सभी बच्चों को प्रदेश के राज्यपाल प्रोफ़ेसर कप्तान सिंह सोलंकी ने पुरष्कार प्रदान किया.
उल्लेखनीय है कि राज्य स्तरीय इस आयोजन में गुरुग्राम सहित प्रदेश के अन्य स्कूलों के बच्चे भी बड़ी संख्या में शामिल हुए थे. अलग -अलग शहरों से आये विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने भी अपनी अपनी कला का प्रदर्शन किया था. राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में गुरुग्राम के रॉक फोर्ड कॉन्वेंट सीनियर सैकेन्डरी स्कूल. शक्ति पार्क सेक्टर 10 ए के बच्चे “ग्रुप डाँस”, क्ले मोडलिंग, रंगोली व स्केटींग प्रतियोगिता में शामिल हुए. इनमे से “ग्रुप डाँस” में इस स्कूल से मानसी, अदिति, ,निष्ठा, आकांक्षा ,सिमरन, मेघा, स्नेहा ,हितेश, विकास, नमन, सूरज तथा अभिषेक ने अपने शानदार व आकर्षक प्रदर्शन से प्रथम पुरस्कार पर कब्जा जमा लिया.
इन्होने अपने नृत्य के माध्यम से महिषासुर वध का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया. नृत्य के दौरान इस समूह की भाव भंगिमा व तालमेल को देख कर दर्शक चकित थे. तालियों की गरगराहट से इस बात का अंदाजा लगाना सहज था कि रॉक फोर्ड कॉन्वेंट सीनियर सैकेन्डरी स्कूल के इन बच्चों ने दर्शकों का मन मोह लिया.
उल्लेखनीय है कि प्रथम पुरष्कार झटकने वाले इन बच्चों ने ग्रुप डाँस में इससे पूर्व जिला गुरुग्राम व उसके बाद जोनल प्रतियोगिता में भी लगातार प्रथम पुरष्कार जीतकर अपना रिकॉर्ड कायम रखा था. और अब 4 व 5 नवम्बर को हुए राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में भी अपना सिक्का जमा लिया. प्रशिक्षण देने वाले म्यूजिक शिक्षक अनिल कुमार के अनुसार यह बच्चों के अथक व नियमित अभ्यास का प्रतिफल है.
उन्होंने कहा कि ये सभी अपनी लगन व मेहनत से खाफी आगे बढ़ सकते हैं क्योंकि इनमें प्राकृतिक क्षमता मौजूद है. इन्हें प्रशिक्षण देने में स्कूल प्रबंधन व इनके माता- पिता का पूरा सहयोग मिला तभी अपने शहर गुरुग्राम का नाम रोशन किया.
इसी स्कूल के छात्र दिपाँशु ने क्ले मॉडलिंग में प्रथम पुरस्कार जीतकर अपने स्कूल का व गुरुग्राम जिले का परचम लहराया. दिपाँशु को प्रशिक्षण देने वाले शिक्षक अजय कुमार के अनुसार इस प्रतियोगिता में भी सभी जिले से 20 बच्चे शामिल हुए थे. दिपाँशु ने जिला गुरुग्राम में जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भी प्रथम पुरष्कार हासिल किया था और राज्य स्तर पर भी इसने अपनी कला व बेहतरीन हुनर का परिचय दिया और प्रथम रहा. यह उनके लिए गौरव की बात है कि उनके द्वारा तैयार छात्र ने राज्य में प्रथम दर्जा हासिल किया. अजय कहते हैं कि इससे बच्चों के साथ और अधिक मेहनत करने का प्रोत्साहन उन्हें भी मिला है. एक शिक्षक के लिए इससे अधिक ख़ुशी की कोई बात नहीं हो सकती कि उसके द्वारा प्रशिक्षित छात्र या छात्र अपने जीवन में अव्वल आये.
स्कूल के निदेशक मुकेश डागर के अनुसार इससे पहले भी पिछले 5 सालों से इस विधालय के छात्र लगातार राज्य स्तर पर पुरस्कार जीतते आ रहे हैं व अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा कर स्कूल व जिला का नाम रौशन करते रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे स्कूल में बच्चों को किताबी ज्ञान देने के साथ साथ व्यक्तित्व विकास का भी पूरा अवसर व वातावरण मुहैया कराया जाता है. एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी के सारे साधन यहाँ उपलब्ध कराये जाते हैं.
स्कूल की प्राचार्य रेनू चौहान ने सभी बच्चों, शिक्षकों व अभिभावकों को इस शानदार जीत के लिए बधाई दी है और भविष्य में और अधिक मेहनत करने की सलाह दी है.
सभी बच्चों ने प्रशिक्षण देने वाले शिक्षक अजय कुमार, अनिल कुमार व उन्हें तैयार करने में मुख्य भूमिका अदा करने वाले शिक्षक देवेन्द्र कुमार व शिक्षिका हिना श्रीवास्तव, अनुपम चौधरी व हेमलता का आभार जताया है. उन्होंने कहा कि इस स्कूल के प्रबंधन व सभी शिक्षक बच्चों के प्रति समर्पित रहते हैं तभी हम इस मुकाम पर पहुँच पाए हैं.