सुभाष चौधरी/संपादक
चंडीगढ़। लंबे समय से प्रतीक्षित मनोहर लाल कैबिनेट को अंततः आज विस्तार मिला । प्रदेश के राज्यपाल सतनारायण सत्यदेव आर्य ने आज 6 कैबिनेट और 4 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्रियों को राजभवन में शपथ दिलाई। आज जिन मंत्रियों को शपथ दिलाई गई उनमें सबसे पहला नाम भाजपा के वरिष्ठ नेता और पिछली कैबिनेट में स्वास्थ्य मंत्री रहे अनिल विज का नाम शामिल है जबकि दूसरे नंबर पर कंवर पाल, तीसरे नंबर पर मूलचंद शर्मा जो फरीदाबाद से विधायक है, दूसरी बार जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं, चौथे नंबर पर रंजीत सिंह, पांचवें नंबर पर जयप्रकाश दलाल और छठे नंबर पर कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले बावल से विधायक डॉक्टर बनवारीलाल हैं। आज राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ लेने वालों में 4 नाम शामिल हैं। इनमें ओम प्रकाश यादव , कमलेश ढांढा, अनूप धानक और संदीप सिंह शामिल हैं।
मंत्रिमंडल का विस्तार पिछले 2 सप्ताह से भी अधिक समय से प्रतीक्षित था और लगातार कयास लगाए जा रहे थे कि कौन-कौन से विधायक हैं जिन्हें मंत्री पद से नवाजा जा सकता है। हालांकि वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल विज का नाम तो पहले से ही तय माना जा रहा था क्योंकि वही एक मात्र बड़े नेता हैं जो पिछली मंत्रिमंडल में थे और पुनः जीतकर वापस विधानसभा पहुंचे हैं। इनके साथ के लगभग सभी वरिष्ठ मंत्री यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला भी चुनाव हार गए हैं । ऐसे में नए चेहरों पर कयास लगाना बेहद मुश्किल हो रहा था।
इस मंत्रिमंडल के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी और जे जेपी गठबंधन की ओर से सभी प्रमुख जातियों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है। अभी कई ऐसे समुदाय हैं जिन्हें मंत्रिमंडल के इस पहले विस्तार में शामिल नहीं किया जा सका है जबकि पंजाबी समुदाय से स्वयं मुख्यमंत्री मनोहर लाल हैं और डिप्टी चीफ मिनिस्टर दुष्यंत चौटाला जाट समुदाय से हैं बावजूद इसके एक और पंजाबी समुदाय के प्रतिनिधि के तौर पर अनिल विज भी शामिल किए गए हैं जबकि जाट समुदाय से रंजीत सिंह और जयप्रकाश दलाल को भी मंत्रिमंडल में कैबिनेट बर्थ दिया गया है। ब्राह्मण समाज से फरीदाबाद से दूसरी बार विधायक बने मूलचंद शर्मा को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। यादव समाज से ओम प्रकाश यादव को राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का दर्जा दिया गया है जबकि अनुसूचित जाति से अनूप धानक और सिख समुदाय से युवा विधायक संदीप सिंह को राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का दर्जा देकर संतुलन साधने की कोशिश की गई है।
माना जा रहा है कि आने वाले समय में कुछ और चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं जबकि दूसरी तरफ कई बोर्ड और निगमों के चेयरमैन के पद पर भी कुछ विधायकों को समायोजित करने की कोशिश हो सकती है। उल्लेखनीय है कि मनोहर मनोहर लाल सरकार को निर्दलीय विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है और उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज करना उनके लिए मुश्किल होगा।
आज 10 मंत्रियों की सूची में हरियाणा की व्यावसायिक राजधानी गुरुग्राम से चुनकर गए नवनिर्वाचित भाजपा विधायक सुधीर सिंगला का नाम शामिल नहीं है जबकि पास के दूसरे विधानसभा क्षेत्र बादशाहपुर से निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंचे निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद भी इस बार मंत्रिमंडल में स्थान पानी से वंचित रहे हैं । जिला के दूसरे विधानसभा क्षेत्र पटौदी और सोहना से भी नए नवेले बने दोनों ही विधायकों को कोई जिम्मेदारी नहीं मिली है ।