चण्डीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज संसद में पेश किए गए बजट 2019-20 की सराहना करते हुए इसे ‘गांव, गरीब और किसान’ का बजट बताया है। उन्होंने कहा कि इस बजट से निश्चित तौर पर निवेश एवं रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा और इससे भारत को 5-ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की नींव पड़ेगी।
मुख्यमंत्री ने आज यहां श्रीमती सीतारमण के पहले बजट प्रस्तावों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि समाज के सभी वर्गों के कल्याण से ओतप्रोत इन प्रस्तावों से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सोच झलकती है, जो आम आदमी की चिंता करते हैं। इनसे निश्चित रूप से विकास और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
आधारभूत संरचना के सृजन, वर्ष 2022 तक हर ग्रामीण घर में बिजली एवं खाना पकाने की स्वच्छ सुविधा पहुंचाना, जीरो बजट खेती, जो कृषि को एक स्व-धारणीय (सेल्फ-सस्टेनेबल) पेशा बनाती है, पर जोर; और प्रधान मंत्री करम योगी मान धन योजना के तहत तीन करोड़ खुदरा व्यापारियों को पेंशन का लाभ पहुंचाना, इसे सही मायनों में ‘गाँव, गरीब और किसान’ का बजट बनाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि करदाताओं के लिए घोषित 5 लाख रुपये की न्यूनतम सीमा; आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए पैन और आधार को अंतरपरिवर्तनीय (इंटरचेंजेबल) बनाना; इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद के लिए लिए गए ऋण पर ब्याज पर 1.5 लाख रुपये की अतिरिक्त आयकर कटौती; किफायती मकान खरीदने के लिए 31 मार्च, 2020 तक के ऋणों पर 1.5 लाख रुपये की अतिरिक्त कटौती, मकान खरीददारों को 7 लाख रुपये का लाभ, जैसे प्रस्तावों से मध्यम वर्ग को निश्चित तौर राहत मिलेगी, जिसकी अत्यधिक आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक संपूर्ण बजट है, जिससे विदेशी निवेश के द्वार खुलेंगे और भारत निवेशकों की पहली पसंद बनेगा।