फरीदाबाद : सरकारी अस्पताल से चोरी हुए बच्चे को बरामद करने के मामले में मुस्तैदी दिखाने वाले पुलिसकर्मियों और अस्पताल की नर्स को पुलिस कमिश्नर डा. हनीफ ने सम्मानित किया। कमिश्नर ने पुलिसकर्मियों को ऐसी उपलब्धि के लिए बधाई दी तथा आगे भी इसी तरह मुस्तैदी दिखाने की अपील की।
फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर के दफ्तर में पुलिसकर्मियों तथा नर्स को सम्मानित करने का कार्यक्रम आयोजित किया गया. दरअसल कल फरीदाबाद के सबसे बड़े सरकारी बादशाह खान सिविल अस्पताल से जन्म के दो घंटे बाद ही एक महिला ने बच्चे को चोरी कर लिया था। अस्पताल की नर्स की मुस्तैदी के बाद जल्द ही चोरी की इस घटना के बारे में मालूम चल गया था, जिसकी वजह से पुलिस भी सतर्क हो गई थी।
चोरी की घटना के मात्र 3 घंटे बाद ही पुलिस की टीमों ने दिल्ली बॉर्डर के पास सेहतपुर गांव से सास-बहु को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने सास-बहु को गिरफ्तार करने के बाद मौके से ही बच्चे को बरामद कर लिया था। अस्पताल की नर्स चंद्रकांता की मानें तो उसके पास डाक्टर का मैसेज आया था, जिसमें आई फोटो उसने पहचान ली। सूचना मिलते ही मैं उस महिला के घर पहुंच गई तथा पुलिस को सूचित कर दिया। इतने में पुलिस भी वहीं पर आ गई और पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
वहीं पुलिस की मानें तो कल अस्पताल से नवजात बच्चा चोरी हुआ था। नर्स चंद्रकांता की मदद से पुलिस ने ढ़ाई घंटे में ही बच्चे को बरामद कर लिया था। उसी को लेकर आज यहां पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया है।
वही अस्पताल के प्रधान चिकित्सा अधिकारी की माने तो कल गलती से अपने नवजात बच्चे को जननी ने किसी दूसरी महिला को सौंप दिया था। इस मामले में अस्पताल की लापरवाही नहीं थी । हमनें सीसीटीवी की मदद से पुलिस को इसकी सूचना दे दी थी। पुलिस की मुस्तैदी के कारण ही बच्चे को बरामद किया गया। अस्पताल में लगाए गए कैमरे की बदौलत ही बच्चे को पुलिस बरामद कर पाई।उन्होंने बताया की पूरा अस्पताल सीसीटीव कैमरे की निगाहों में रहता है अस्पताल में होने वाली हर हरकत सीसीटीव कैमरे में कैद हो जाती है ।