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गुरूग्राम /फरीदाबाद । जस्टिस (सेवानिवृत) प्रीतमपाल ने आज फरीदाबाद जिला के पाली में स्थित हजार्ड्स वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का दौरा किया और देखा कि किस प्रकार से हजार्ड्स वेस्ट को अल्टरनेट फयूल में कन्वर्ट किया जा रहा है। जस्टिस प्रीतमपाल ने हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा एचएसआईआईडीसी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे हजार्ड्स वेस्ट उत्पन्न करने वाली फैक्टिरियों तथा कंपनियों से कहें कि वे हजार्ड्स वेस्ट पाली स्थित गैपिल में पहुंचाएं और इधर-उधर ना फैंके।
इस दौरे में हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय के निदेशक समीरपाल सरो भी उनके साथ थे। पाली में यह प्लांट गुजरात एनविरो प्रोटेक्शन एण्ड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राईवेट लिमिटिड (गैपिल) द्वारा संचालित किया जा रहा है। गैपिल हरियाणा के निदेशक प्रियेश भाटी ने जस्टिस प्रीतमपाल को बताया कि पूरे हरियाणा से हजार्ड्स वेस्ट इस प्लांट में आता है। उन्होंने बताया कि 2018-19 में लगभग 24497 मीट्रिक टन हजार्ड्स वेस्ट पूरे प्रदेश से प्राप्त हुआ था जिसमें से लगभग 60 से 70 प्रतिशत को अल्टरनेट फयूल में यहां कन्वर्ट किया जाता है तथा बचे हुए कचरे को लैंडफिल के रूप में प्रयोग किया जाता है।
जस्टिस प्रीतमपाल एनजीटी द्वारा गठित माॅनिटरिंग कमेटी के चेयरपर्सन हैं। उन्हें गैपिल हरियाणा के निदेशक द्वारा बताया गया कि उनके यहां पर पूरे प्रदेश से लगभग 1310 उद्योगों द्वारा हजार्ड्स वेस्ट भेजा जा रहा है। यह भी बताया गया कि हजार्ड्स वेस्ट उत्पन्न करने वाली कंपनियों से आग्रह किया जाता है कि वे इस वेस्ट को इधर-उधर ना फेंके बल्कि गैपिल हरियाणा प्लांट मंे दें। हजाडर््स वेस्ट कम मात्रा में जिन कंपनियों में उत्पन्न होता है, वे यदि इस प्लांट में सूचित भी कर दें तो उनके यहां से इस वेस्ट को मंगवाने की व्यवस्था प्लांट द्वारा की जाएगी। गैपिल के निदेशक ने बताया कि हजार्ड्स वेस्ट प्राप्ति के बारे में रिपोर्ट हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रत्येक रिजनल आॅफिसर के पास भेजी जाती है। जस्टिस प्रीतमपाल ने कहा कि हजार्ड्स वेस्ट के डिस्पोजल के लिए यह अच्छा तरीका है जिससे कि पर्यावरण को नुकसान ना हो।
इस मौके पर उनके साथ शहरी स्थानीय निकाय के निदेशक समीर पाल सरो, फरीदाबाद नगर निगम आयुक्त अनिता यादव, गुरूग्राम नगर निगम के आयुक्त यशपाल यादव, एडीशनल मुनीसीपल कमीशनर वाई एस गुप्ता, संयुक्त आयुक्त हरीओम अत्री, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी, नगर निगम के मुख्य अभियंता एन डी वशिष्ठ भी उपस्थित थे।