नई दिल्ली। पीएम मोदी ने टीवी 9 भारतवर्ष के राष्ट्रीय कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कहा कि हमने निर्णय लेने वाला नेतृत्व दिया है। पहले सरकार को सीमा में बांध दिया गया था। हम योजनाओं को बाहर तक ले गए। उन्होंने कहा कि देश का एक भी राज्य ऐसा नहीं है, जहां जाकर भारत सरकार ने अपना कोई महत्वपूर्ण कार्य शुरू न किये हो। हमें मजबूत होना है और इसके लिए काम कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि पहले दुनिया नियम बनती थी और भारत को उसका पालन करना पड़ता था। आज हमारा देश दुनिया के नियम बनाने में अहम भूमिका निभाने की ओर बढ़ रहा है। हममें दुनिया को जोड़ने की ताकत है।हम दुश्मन देश के अंदर गए और दुश्मनों को मार गिराया।
उन्होंने कहा कि हमारा डीबीटी डायरेक्ट बेनिफिसियरी के एकाउंट में जाने वाला है जबकि कांग्रेस का डीबीए डायरेक्ट बिचौलिया ट्रांसफर था। योजनाओं में हो रहे भ्रस्टाचार को रोका। 8 करोड़ से ज्यादा फर्जी नाम सरकारी योजनाओं का लाभ ले रहे थे जिसे रोकने में सफलता मिली। यह आंकड़ा केवल भाजपा व एनडीए समर्थक सरकारों वाले राज्यों के हैं अगर कांग्रेस समर्थक सरकार वाले राज्यों के आंकड़े आएंगे तो इससे भी बड़ी संख्या सामने आएगी।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की ग्लोबल स्टैंडिग पहले कहां थी? और आज कहां है इसकी तुलना कर के देख लीजिए। कालेधन पर एसआईटी बनाने को पिछली सरकार तीन साल तक टालती रही, हमनें आते ही इसपर फैसला लिया! जिसकी नीयत देश के करदाताओं के पैसे पर डोल रही हो और जो सिर्फ अपनी नहीं बल्कि अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए भी इंतजाम करना चाहता हो, वो ईमानदार व्यवस्था का निर्माण नहीं कर सकता।
पीएम मोदी ने कहा कि आप लोग ही हेडलान चलाया करते थे. ये घोटाला हुआ, इतने लाख करोड़ का नुकसान हुआ। बीते 5 वर्षों में हमारी सरकार ने रिज़र्व बैंक और सरकारी एवं प्राइवेट बैंकों के साथ मिलकर देश को फ़ोन बैंकिंग घोटाले से उभारा है, अब कोई बैंकों का पैसा लेकर बैठ नहीं सकता।