बेंगलुरू। कर्नाटक के दो निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। समर्थन वापस लेने वाले विधायकों के नाम एच नागेश और आर शंकर हैं। एच नागेश मुलाबागिलू सीट से निर्दलीय विधायक हैं, वहीं आर शंकर रेनेबेन्नूर विधानसभा सीट से केपीजेपी के विधायक हैं। बता दें कि वह विधानसभा में केपीजेपी के एकमात्र विधायक हैं।
दोनों विधायकों ने कर्नाटक के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को पत्र लिखा है। इस पत्र में दोनों ने लिखा है कि वे जेडीएस और कांग्रेस की गठबंधन सरकार से अपना समर्थन तुरंत प्रभाव से वापस ले रहे हैं। दोनों ने इस संबंध में राज्यपाल से जरूरी कदम उठाने की गुजारिश की है।
इस मामले में कर्नाटक के डिप्टी सीएम जी परमेश्वर ने कहा, “हम लगातार कह रहे हैं कि बीजेपी हमारे विधायकों को पद और पैसे का लालच देने की कोशिश कर रही है। लेकिन हमारी सरकार को गिराने की उनकी सारे कोशिशें नाकाम होंगी।” बता दें कि एक दिन पहले ही कर्नाटक बीजेपी के एक नेता ने दावा किया था कि सरकार के नाराज विधायक पार्टी के संपर्क में हैं और मकर संक्रांति के बाद कर्नाटक में नई सरकार बनेगी।
224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में फिलहाल 104 विधायकों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी है। कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस की गठबंधन की सरकार है, जिनके पास क्रमशः 80 और 37 विधायक हैं। ऐसे में बीजेपी अगर सरकार बनाना चाहती है तो सदन में विधायकों की कुल संख्या 208 से कम होनी जरूरी है। ऐसे में बीजेपी की सरकार बनने के लिए सत्ताधारी जेडीएस और कांग्रेस के कम से कम 14 विधायकों का इस्तीफा जरूरी है।