सर्वाधिक पुरस्कार जीत कर यह साबित कर दिया कि इस स्कूल की पढ़ाई का स्तर बेहद उम्दा
जनरल नॉलेज क्विज में जूनियर ग्रुप में कुमार अंकित द्वितीय तथा सीनियर ग्रुप में मोनिष्का ने प्रथम पुरस्कार पर कब्जा जमाया
चित्रकला के जूनियर ग्रुप में कुमार अंकित ने द्वितीय जबकि निखिल कुमार ने तृतीय स्थान किया हासिल
गुरुग्राम । मैत्री कल्याण मंच गुरुग्राम की तरफ से अंतर स्कूल प्रतियोगिता का आयोजन प्रतिवर्ष की भांति किया गया। इसमें कला, संस्कृति सहित भिन्न भिन्न विषयों पर आधारित अलग अलग वर्ग के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इसमें शहर के कई स्कूलों के विद्यार्थियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। लोहड़ी व संक्रांत पर्व के अवसर पर 13 जनवरी को श्री कृष्णा मंदिर सैक्टर – 4 ,में आयोजित इस प्रतियोगिता में रॉकफोर्ड कान्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल गुरुग्राम के बच्चों ने अपनी तेजस्विता का परिचय देते हुए सर्वाधिक पुरस्कार जीत कर यह साबित कर दिया कि इस स्कूल की पढ़ाई का स्तर बेहद उम्दा है।
बच्चों की प्रतिभा का आकलन करने व उन्हें प्रोत्साहित करने वाले इस खास आयोजन में सर्वप्रथम विभिन्न समूहों के छात्र छात्राओं के लिए जनरल नॉलेज क्विज का आयोजन किया गया । इसमें जूनियर ग्रुप में कुमार अंकित द्वितीय पुरस्कार तथा सीनियर ग्रुप में मोनिष्का ने प्रथम पुरस्कार पर कब्जा जमाया। दोनों ही रॉकफोर्ड स्कूल के बच्चे हैं।
इन प्रतियोगिताओं में से चित्रकला के क्षेत्र में बच्चों के रुझान का आंकलन करने के लिए एक प्रतियोगिता रखी गयी थी जिसमें कई स्कूलों के बच्चों ने भाग लेकर चित्रकला में अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया।
वहाँ का दृश्य देखते ही बन रहा था। छोटे – छोटे बच्चे अपनी भावनाओं को अपने रंगों के माध्यम से कागज़ पर उकेर रहे थे। बच्चों के चित्र काफी सुन्दर व संदेशपरक लग रहे थे। इन सभी प्रायिभागियों में रॉकफोर्ड स्कूल के छात्र वहाँ उपस्थित सभी दर्शकों के केंद्र बिंदु बने हुए थे।
इसी तरह जूनियर ग्रुप में कुमार अंकित ने द्वितीय तथा निखिल कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। दूसरी तरफ सीनियर ग्रुप में भी रॉक फोर्ड स्कूल के बच्चे दीपांशु पांडेय प्रथम तथा आशीष गुप्ता ने अपनी कला का प्रदर्शन कर शानदार तृतीय स्थान हासिल कर लिया।
यह आयोजन पुती तरह रॉकफोर्ड कान्वेंट सीनियर सैकेंडरी स्कूल के छात्रों के नाम ही रहा। प्रतियोगिता के प्रत्येक क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ी। यहाँ तक कि इसी स्कूल की दृष्टि सरकार ने सांत्वना पुरस्कार तथा शुभांकर ने विशेष पुरस्कार तथा 600 रुपये नगद राशि प्राप्त कर वहाँ उपस्थित सभी लोगों का दिल जीत लिया। दर्शक लगातार इन प्रतिभागियों के लिए तालियां बजा रहे थे।
उल्लेखनीय है कि यह आयोजन हर वर्ष कराया जाता है और पिछले 8 – 10 सालों से रॉकफोर्ड स्कूल के बच्चों की बहुमुखी प्रतिभा प्रदर्शन के कारण इस स्कूल को सर्वश्रेष्ठ स्कूल का खिताब मिलता रहा है। इस बार भी रॉकफोर्ड ने ही यह खिताब अपने नाम किया।
इस अवसर पर अपने छात्र व छात्राओं की प्रसंशनीय उप्लब्द्धियों पर रॉकफोर्ड स्कूल के निदेशक मुकेश डागर ने खुशी जाहिर की। उन्होंने सभी विजेताओं को शुभकामनाएं दी और भविष्य की तैयारी के लिए प्रेरित किया। उनका कहना था कि बच्चों में प्रतिभा तो नैसर्गिक होती है लेकिन अगर स्कूल का माहौल और शिक्षक योग्य मिलते हैं तो उनकी प्रतिभा को उभारने का पूरा मौका मिलता है। रॉकफोर्ड हमेशा इस कोशिश में रहता है कि बच्चों में मौजूद उनकी खास क्षमता को पहचान कर उनकी रुचि के अनुरूप प्रशिक्षण दिया जाए। बच्चे एक बेडौल पत्थर होते हैं और उन्हें सुडौल बनाने की भूमिका स्कूल की होती है।
सभी विजयी विद्यार्थियों को स्कूल की प्राचार्या ने भी बधाई दी और किताबी ज्ञान के साथ साथ दुनिया के अन्य क्षेत्रों में भी अपनी क्षमता का विकास करने की सलाह दी। उन्होंने बच्चों की तैयारी कराने के लिए सभी शिक्षकों को भी प्रोत्साहित किया और उन्हें आगे की तैयारी के लिए कुछ इनपुट भी दिए।