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गुरूग्राम। हरियाणा गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष भानी राम मंगला ने कहा कि मुख्यमंत्री गौशाला जगमग योजना के अंतर्गत गौशालाओं में सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित किए जाएंगे। इस योजना के अंतर्गत गौ सेवा आयोग द्वारा 90 प्रतिशत सहायता राशि गौशाला को दी जाएगी। हरियाणा देश का पहला ऐसा राज्य होगा जहां प्रत्येक गौशाला में बिजली सोलर प्लांट द्वारा आएगी। इसके अतिरिक्त गौशलाओं में 1000 यूनिट तक 2 रूपए प्रति यूनिट की दर से तथा इससे ज्यादा यूनिट पर कामर्शियल की बजाय डोमेस्टिक दर से बिजली का शुल्क लिया जाएगा।
वे आज गुरूग्राम के लोक निर्माण विश्रामगृह में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि गुरूग्राम के कार्टरपुरी गांव में पायलेट प्रोजेक्ट के तहत कामधेनु धाम गाऊशाला में बायो सीएनजी प्लांट लगाया जाएगा जिसका टेंडर भी नगर निगम गुरूग्राम द्वारा जारी किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस बायो सीएनजी प्लांट से जहंा गोबर का सही प्रयोग होगा वहीं गोबर द्वारा बनाई गई सीएनजी गैस को सिलेंडर में रिफिल करके गाड़ियों इत्यादि में भी इस्तेमाल किया जाएगा जिससे प्रदूषण भी कम होगा। इसके अलावा गोबर से कण्डे, गमले, फिनायल आदि बनाकर बाजार में बेचा जाएगा जिससे गऊशालाओं की आमदनी बढेगी।
उन्होंने बताया कि इस समय गुरूग्राम में 9 पंजीकृत गऊशाला है। वर्ष 2018-19 के दौरान चारा खरीदने, शैड निर्माण आदि के लिए प्रोत्साहन अनुदान के रूप में लगभग 44 लाख रूपए की रशि के डिमांड ड्राफट वितरित किए गए हैं।
एक सवाल के जवाब में श्री मंगला ने बताया कि हरियाणा सरकार के विधेयक गौवंश संवर्धन एवं गौवंश संरक्षण अधिनियम- 2015 के अंतर्गत हरियाणा में गौवध तथा गौ तरस्करी पर 10 साल की सजा व 1 लाख रूपए के जुर्माने का प्रावधान किया गया जोकि पूरे देश में सबसे सख्त कानून है। उन्होंने बताया कि गौ मास रखने तथा गौ मास ले जाने पर पूर्णतया प्रतिबंध है। यदि कोई व्यक्ति ऐसा करता पाया जाता है तो उसे 5 साल की सजा व 50 हजार रूपए तक जुर्माने का प्रावधान है।
श्री मंगला ने जानकारी देते हुए बताया कि अप्रैल 2018 से दिसंबर 2018 तक हरियाणा गौसेवा आयोग द्वारा हरियाणा की गौशालाओं के रखरखाव, चारे, शैड निर्माण, मशीनरी व अन्रू जरूरतों के लिए लगभग 23 करोड़ रूपए का अनुदान दिया गया है। बेसहारा गौवंश के विषय में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि बेसहारा गौवंश को सहारा देने के लिए प्रदेश में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। प्रदेश में 50-50 एकड़ में दो गौ-अभ्यारण जिला पानीपत के गावं नैन तथा हिसार के गावं ढंढूर में बनाए जा रहे हैं जिसमें पांच- पांच हजार गौवंश का पालन पोषण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार की जेल में गौशालाएं खोलने की भी योजना है जिसमें 600 गाय रखी जाएगी जिसमें 200 दुधारू तथा 400 दूध ना देने वाली गाय होगी। इस योजना का शिलान्यास हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा करनाल जिला की जेल से गत माह किया जा चुका है।
श्री मंगला ने बताया कि ग्रामीण गौसेवा योजना के अंतर्गत यदि पंचायत अपनी 2 एकड़ भूमि गौशाला के लिए देती है तो उसे 5 लाख रूपए तथा यदि 5 या 6 गांव मिलकर जमीन देते हैं तो 21 लाख रूपए की राशि सरकार द्वारा अनुदान के रूप में दी जाएगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा में गौशालाओं के लिए जमीन दान देने पर उसकी रजिस्ट्री पर स्टाम्प ड्यूटी नहीं लगेगी।
इस अवसर पर गौसेवा आयोग के अध्यक्ष भानी राम मंगला के अलावा ब्रिगेडियर समंद्र सिंह चैहान, हरियाणा पशु कल्याण बोर्ड के सदस्य पूरण लोहचब, पशुपालन विभाग की उपनिदेशक डा. पुनीता गहलावत आदि उपस्थित थे।