नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के चुनावी रुझानों में सस्पेंस बरकरार है! सत्ताधारी बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला जारी है! जबकि छतीसगढ़ में स्थिति स्पष्ट है कि कांग्रेस बड़ी बहुमत से सरकार बना रही है। इसी तरह राजस्थान में कांग्रेस सरकार बनाने की स्थिति में है जबकि तेलांगना में कांग्रेस नीत गठबंधन असफल रहा और मिजोरम में भी कांग्रेस बुरी तरह हर गयी। हालाँकि अंतिम चुनाव परिणाम आना सभी राज्यों में बाकी है लेकिन सरकार गठन को लेकर अभी से गहमा गहमी शुरू है। बयानबाजी इस कदर शुरू है कि कई नेताओं को लगता है कि कहीं उनके हाथ से सीएम की दावेदारी न निकल जाए। राजधानी दिल्ली और तीन राज्यों की राजधानियों के बीच नेताओं के फोन लगातार बिजी ही गए हैं। कोई निर्दलीय विधयकों से संपर्क साध रहे हैं तो कोई अपनी पार्टी के आकाओं से निर्देश ले रहे है।
इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से बातचीत की है! उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल से भी फोन पर बात की है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दोपहर ढाई बजे प्रेस कांफ्रेंस कर सकते हैं। इसके साथ ही एक बड़ी खबर यह भी आ रही है कि 16 दिसंबर को सिलीगुड़ी में पीएम मोदी की प्रस्तावित रैली टल गई है. उधर मायावती ने मध्य प्रदेश में जीते अपने विधायकों को दिल्ली बुलाया है।
मध्य प्रदेश के रुझानों में सियासी स्कोर अभी कांग्रेस और बीजेपी के बीच में फंसा हुआ है। अभी तक कुल 230 सीटों के रुझानों में बीजेपी को 110 और कांग्रेस को 109 सीटों पर बढ़त है। बीएसपी 5 और अन्य छह सीटों पर आगे हैं. इसके साथ ही ऐसा लग रहा है कि त्रिशंकु विधानसभा बनने की स्थिति में बसपा के नेतृत्व में छोटे दल किंगमेकर की भूमिका निभा सकते हैं।
इसके साथ ही सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर सपा-बसपा की बातचीत जारी है। कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश को लेकर एसपी-बीएसपी एक साथ फैसला लेंगे। मध्य प्रदेश में बीएसपी 4, समाजवादी पार्टी 1 और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी 2 सीटों पर आगे है। मध्य प्रदेश में सपा और गोंडवाना पार्टी का हालांकि चुनाव से पहले गठबंधन हुआ था लेकिन बाद में ये गठबंधन टूट गया था लेकिन चुनाव बाद इन दलों के किंगमेकर बनने के बाद ये सामूहिक रूप से त्रिशुंक विधानसभा की स्थिति में फैसला लेंगे।
इस बीच समाजवादी पार्टी नेता रामगोपाल यादव का कहना है, BJP की गलत नीतियों ने देश को नष्ट कर दिया है, और यह उसी का परिणाम है… किसी भी गठबंधन के बारे में बातचीत तब की जाएगी, जब तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी।
बसपा सुप्रीमो ने दिल्ली बुलाए जीते प्रत्याशी
राजस्थान और मध्यप्रदेश में सत्ता के लिए चल रही भाजपा-कांग्रेस की रस्साकशी के बीच निर्दलीय और दूसरी पार्टी के जीते प्रत्याशी सत्ता बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इसी के मद्देनजर बसपा सुप्रीमो मायावती ने सभी राज्यों में बीएसपी के जीते हुए उम्मीदवारों को दिल्ली बुलाया है ताकि किसी भी तरह की खरीद फरोख्त या लालच में पड़ने से विधायकों को बचाया जा सके।
सोनिया गांधी से मिलने उनके आवास पहुंचे राहुल
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने उनके आवास पहुंच गए हैं। इधर, बसपा सुप्रीमों मायावती ने तीनों राज्यों में अपने जीते हुए विधायकों दिल्ली बुलाया है ।बताया जा रहा है कि वह नहीं चाहतीं कि विधायकों की तोड़फोड़ हो।
कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वाले खुद मुक्त हो जाएंगे-गहलोत
चुनावी नतीजों से पहले रुझानों को देखते हुए अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बीजेपी बिना मुद्दे के चुनाव लड़ी. चुनावी भाषणों में पीएम मोदी ने जिस भाषा का प्रयोग किया, वह भी गलत था.उन्होंने कहा कि आज देश में जो माहौल है, वह खतरनाक है. आरबीआई के गवर्नर का इस्ताफा देना काफी दुखद है. उन्हें मजबूर होकर इस्तीफा देना पड़ा. यह घटना असामान्य है. राहुल गांधी ने किसानों के मुद्दे उठाए, रोजगार, महंगाई के मुद्दे उठाए. ये जिस तरह से देश में शासन कर रहे हैं उससे देश में दुख का माहौल है. यह माहौल लोकसभा चुनाव का संकेत है.
अशोक गहलोत ने कहा कि देश में अच्छे दिन आए नहीं. न तो 2 करोड़ लोगों को नौकरी मिली. न तो कालाधान विदेश से आया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की बहुमत की सरकार राजस्थान में आ रही है. लोकतंत्र में सबको साथ लेकर चला जाता है. करीब 30 साल बाद इतने बहुमत से बीजेपी की सरकार बनी. मगर वह कांग्रेस को भी साथ लेकर नहीं चल पाए. विपक्ष की बातों को वह अनसुना करते रहे. कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वाले खुद मुक्त हो जाएंगे.
गुलाम नबी आजाद ने कहा, भाजपा की सरकारों के खिलाफ जनता में है निराशा
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना के रुझानों में कांग्रेस के बेहतरीन प्रदर्शन के मद्देनजर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने दावा किया है कि केंद्र एवं राज्य की भाजपा सरकारों के खिलाफ जनता में निराशा है।
आजाद ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, “भाजपा की केंद्रीय और राज्य सरकारों के खिलाफ निराशा है और यह निराशा बढ़ती जाएगी। केंद्र सरकार के पास कुछ महीने का समय है, चाहे तो वह जनसरोकारों की बात कर ले।”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीके हरिप्रसाद ने कहा, “यह, 56 इंच के सीने वाले नेता के अहंकार और नकली चाणक्य के अहंकार को थप्पड़ मिला है। महागठबंधन के नेता राहुल गांधी हैं। महागठबंधन के नेता मिलकर तय करेंगे कि प्रधानमंत्री कौन होगा।”