चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रेप की घटनाओं पर एक विवादास्पद बयान दे दिया है. उन्होंने कहा है कि 80-90 प्रतिशत रेप के मामलों में आरोपी और पीड़िता एक दूसरे को जानते हैं. उन्होंने कहा कि जब दोनों के बीच किसी दिन कोई अनबन होती है तो लड़की जाकर एफआईआर करा देती है कि मेरा रेप हुआ है.
एक कार्यक्रम के दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा, ”सबसे बड़ी चिंता यह है कि रेप और छेड़छाड़ की यह जो घटनाएं हैं, 80-90 प्रतिशत जानकारों के बीच में ही होती हैं. काफी समय तक दोनों इकट्ठे घूमते हैं और एक दिन अनबन हो गई. उस दिन उठ करके एफआईआर करवा देते हैं- ‘इसने मुझे रेप किया.”
बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं जब मनोहर लाल खट्टर ने रेप को लेकर कोई विवादित बयान दिया हो. इससे पहले भी 2014 में उन्होंने बालात्कार के लिए कपड़ो को जिम्मेदार ठहराया था. अब एक बार फिर वह अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने खट्टर के बयान को ‘महिला विरोधी’ टिप्पणी करार दिया और उनसे माफी मांगने की मांग की. सुरजेवाला ने ट्विटर पर खट्टर के एक कथित बयान का वीडियो पोस्ट करते हुए कहा, ‘महिला विरोधी-खट्टर सरकार,करे बेटियों का तिरस्कार!हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर जी की निन्दनीय टिप्पणी.’
बयान के बाद फंसे सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपनी सफाई दी है. खट्टर ने कहा कि मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया. खट्टर ने कहा कि उन्होंने ऐसा नहीं कहा कि सहमति से रेप होते हैं. बयान देकर बुरे फंसे खट्टर ने कहा कि रेप के मामलों की जांच रिपोर्ट में ऐसी बातें सामने आई हैं. खट्टर ने कहा, ”मैंने सहमति नहीं कहा, मैंने जानने वालों के बीच कहा. ये मेरी ओर से कही गयी बात नहीं है, ये इंवेस्टिगेशन से आया तथ्य है. इसे सामाजिक तौर पर डील करना चाहिए, इसमें राजनीति नहीं देखनी चाहिए.”