मुम्बई ।।बॉलीवुड की ‘ड्रीम गर्ल’ हेमा मालिनी मंगलवार को अपना 70 वां जन्मदिन मना रही हैं। इस उम्र में भी उनका जादू और करिश्मा बरकरार है। ‘जॉनी मेरा नाम’ और ”सीता और गीता” जैसी फिल्मों में दमदार अभिनय करके उन्होंने सालों तक दर्शकों के दिलों पर राज किया है। आज फिल्मों से अलग सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में भी उनकी एक अलग पहचान है और वह वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मथुरा से सांसद भी हैं। उन्हें वर्ष 2000 पद्मश्री से सम्मानित किया गया। प्रस्तुत है उनसे जुड़ी कुछ खास बातें…
16 अक्टूबर 1948 को तमिलनाडु के आमनकुंडी में तमिल परिवार में पैदा हुईं हेमा मालिनी अपने माता पिता की तीसरी संतान थीं। उनकी मां जया लक्ष्मी चक्रवर्ती प्रोड्यूसर थीं।
चेन्नई में जन्मीं हेमा मालिनी की शुरुआती पढ़ाई वहीं हुई। इतिहास उनका प्रिय विषय था लेकिन वह अपनी स्कूल की पढ़ाई भी पूरी नहीं कर सकीं। क्योंकि उन्हें लगातार फ़िल्मों के ऑफर मिलने लगे थे। हेमा ने अपने करियर की शुरुआत महज 14 साल की उम्र में कर दी थी।
हेमा मालिनी की पहली तमिल फ़िल्म ”ईथु साथ्यम” थी। इसमें और तेलुगु फिल्म ‘पांडव वनवासन’ में हेमा ने एक नर्तकी का किरदार किया था। उनकी पहली हिंदी फ़िल्म ‘सपनों का सौदागर’ थी जिसमें वो राजकपूर की हीरोइन बनी थीं। उस वक़्त 20 साल की हेमा राजकपूर से उम्र में 24 साल छोटी थीं। राजकपूर ने तब कहा था- ‘एक दिन यह लड़की सिनेमा की बहुत बड़ी स्टार बनेगी।‘
लगभग चार दशक के करियर में कई सुपरहिट फिल्मों में काम करने वाली हेमा के बारे में करियर के शुरुआती दौर में एक तमिल निर्माता-निर्देशक ने कह दिया था कि उनमें स्टार अपील नहीं है। पर बाद में सत्तर के दशक में इसी निर्माता-निर्देशक ने साल 1973 में हेमा मालिनी के साथ फिल्म ‘गहरी चाल’ बनाई।
हेमा कांजीवरम् साड़ियां, चमेली के गजरे और ढेर सारी ज्वेलरी बहुत पसंद हैं। हेमा साल 2007 में नेत्रदान कर चुकी हैं। उन्होंने जनता से अपील की थी कि- “हमें हर साल 2 लाख लोगों के लिए आंखें चाहिए जबकि हमें लगभग 30 हज़ार आंखें ही दान में मिल रही हैं। ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसमें सक्रिय होना चाहिए।”
हेमा की बायोग्राफी ‘बियॉन्ड द ड्रीम गर्ल’ भी आ चुकी है। हेमा की बायोग्राफी को एक प्रसिद्ध मैगजीन के पूर्व एडिटर और प्रोड्यूसर राम कमल मुखर्जी ने लिखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हेमा की इस आधिकारिक जीवनी के लिए प्रस्तावना के तौर पर बहुत संक्षिप्त टिप्पणी लिखी हैं।
हेमा डांस की कई विधाओं जैसे भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी और ओडिसी में उन्हें महारत हासिल है, उन्होंने देश-विदेश में कई स्टेज शो पेश किए हैं। हेमा की बतौर निर्देशक पहली फ़िल्म ‘दिल आशना है’ थी, जिसमें उन्होंने शाहरूख खान को डायरेक्ट किया था। वो मेरी सहेली और न्यु वुमन जैसी मैगजीन की एडीटर भी हैं।
अपनी बायोग्राफी में हेमा ने बताया है कि धर्मेंद्र के अलावा जीतेंद्र और संजीव कुमार भी उन्हें बहुत पसंद करते थे और उनसे शादी करना चाहते थे। पर उन्हें धर्मेन्द्र से प्यार था। पहले से शादीशुदा धर्मेंद्र ने कई तरकीब लगाकर उनसे 1980 में शादी कर ली। दोनों ने शादी के लिए अपना धर्म परिवर्तन भी कर लिया था।
1970 के दशक में धर्मेंद्र और हेमा किसी भी फ़िल्म को हिट कराने की गारंटी माने जाते थे। धर्मेंद्र-हेमा की जोड़ी ने बॉलीवुड को कई यादगार फ़िल्में दी हैं। दोनों ने करीब 27 फ़िल्मों में साथ काम किया और इनमें से 16 फ़िल्में सुपर हिट रही हैं।
हेमा मालिनी की राजनीतिक पारी साल 1999 में शुरू हुई जब उन्होंने पहली बार भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करना शुरू किया। हेमा मालिनी ने छोटे पर्दे पर धारावाहिक ”जय माता की”, कामिनी दामिनी में अभिनय किया और ‘नुपूर’ और ‘मोहिनी’ जैसे शोज का निर्माण और निर्देशन किया।