भोपाल। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और मध्य प्रदेश इकाई के नेताओं के बीच टिकट देने को लेकर वैचारिक मतभेद सामने आ रहे हैं। राहुल गांधी ने पैराशूट नेताओं को पार्टी का टिकट न दिए जाने का ऐलान किया है जबकि मगर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ इससे सहमत नहीं हैं। कमलनाथ ने अपने बयान में साफ कहा है कि जो व्यक्ति चुनाव जीतने मे सक्षम होगा, उसे पार्टी अपना उम्मीदवार बनाएगी, चाहे वह भारतीय जनता पार्टी से ही क्यों न आये हों। कमलनाथ ने इस बात पर बल दिया है कि कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए लड़ेगी।
अपने केंद्रीय नेतृत्व के उलट कमलनाथ ने कहा कि जहां कांग्रेस कमजोर है और भाजपा से आने वाले व्यक्ति चुनाव जीतने की स्थिति में है तो कांग्रेस ऐसे व्यक्ति को अपना उम्मीदवार बनाने को प्राथमिकता देगी।
कमलनाथ के इस बयान से मध्यप्रदेश में भाजपा खेमे से कांग्रेस की ओर जाने वाले नेताओं की बांछें खिल गयी हैं। कयासों के बाजार गर्म हैं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने भोपाल में कहा था कि जो व्यक्ति कांग्रेस के लिए जमीनी लड़ाई लड़ता है, उसे पार्टी उम्मीदवार बनाएगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा था कि पैराशूट से आने वालों को उम्मीदवार नहीं बनाया जाएगा। राहुल गांधी के बयान के ठीक उलट अब कमलनाथ का बयान आया है। इससे सवाल उठना लाजिमी हैं कि क्या मध्यप्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ राहुल गांधी के निर्देशों का पालन नहीं करेंगे ?
बताया जाता है कि कुछ दिन पूर्व दिल्ली में उम्मीदवारों के चयन को लेकर बैठक हुई थी जिसमें राज्य के अलग अलग गुट के नेताओं के बीच तीखी नोक-झोंक हुई थी। सहमति नहीं बनने के कारण उम्मीदवारों की पहली सूची 12 अक्टूबर को जारी हो सकी। थी। टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी में पहले सी ही तनातनी चल रही है और अब कमलनाथ के बयान ने सबको चौका दिया है जिससे तकरार और बढ़ने के आसार हैं।