अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृहराज्य गुजरात में उत्तर प्रदेश और बिहार के निवासियों पर बीते चार दिनों से हमले हो रहे हैं। गुजरात में ‘पर-प्रांतीय’ के नाम से पहचाने जाने वाले इन हिंदी भाषी लोगों पर हमलों की अब तक १9 घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
ज्यादातर हमले साबरकांठा, मेहसाणा, अरवल्ली और गांधीनगर जिलों के ऐसे बाहरी क्षेत्रों में हुए हैं, जहां फैक्ट्रियों में उत्तर भारतीय काम करते हैं। कई फैक्ट्रियों और श्रमिकों के घरों में तोडफ़ोड़ व आगजनी की गई है। अहमदाबाद के चांदलोडिया इलाके में भी उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों की दुकानों, वाहनों और ढेलों (रेहडिय़ों) में तोडफ़ोड़ व आगजनी की गई। हमलों के आरोप में पुलिस अब तक 150 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
हिंदी भाषियों पर हमलों का यह सिलसिला साबरकांठा जिले के ढुंढर गांव में २८ सितम्बर को 4 माह की एक बच्ची से बलात्कार की घटना के बाद शुरू हुआ। मामले का मुख्य आरोपी बिहार का मूल निवासी एक श्रमिक है। वह गांव के पास एक सिरामिक फैक्ट्री में काम करता था। बलात्कार की इस घटना के बाद से ठाकोर समाज के लोगों ने ऐसे कारखानों में काम करने वाले बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। बलात्कार के मुख्य आरोपी रवींद्र को गिरफ्तार कर लिया गया है।
गुजरात न छोडऩे की अपील
हमलों के बाद कुछ इलाकों से उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के गुजरात से पलायन की सूचना है। पुलिस उप महानिरीक्षक एमए चावड़ा ने बताया कि ठाकोर समाज के नेताओं के साथ और शाांति समिति की बैठकें आयोजित होंगी। उत्तर भारतीय समाज के अग्रणियों से भी बैठकें कर उन्हें गुजरात नहीं छोडक़र जाने की अपील की जा रही है। सभी कारखानों और श्रमिकों के निवास-स्थानों के समीप सुरक्षा बलों की तैनाती की जा रही है।
रिजर्व पुलिस की 20 कंपनियां तैनात
पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने बताया कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए फैक्ट्रियों के पास गश्त बढ़ा दी गई। गंभीर धाराओं में मामले दर्ज किए जा रहे हैं। आइबी को सतर्क किया गया है। साइबर सेल भी नजर रख रही है। राज्य में रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं। भडक़ाऊ वीडियो वायरल करने वाले पर कार्रवाई की गई है।
अहमदाबाद में 2,500 सुरक्षाकर्मी तैनात
अहमदाबाद (सेक्टर दो) के संयुक्त पुलिस आयुक्त अशोक यादव ने बताया कि शहर में 2,500 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। फैक्ट्रियों और उत्तर प्रदेश व बिहार के मूल निवासियों के इलाकों में विशेष नजर रखी जा रही है। अफवाह फैलाने वालों पर एफआइआर के निर्देश दिए हैं। शहर के चांदलोडिया इलाके में भी दो दिन पहले हुए हमलों के सिलसिले में 10 लोगों को पकड़ा गया है।