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राष्ट्रव्यापी कर्यक्रम 21 जुलाई को गुरुग्राम से होगा शुरू
देश में विद्यार्थियों को देंगे कानून और पुलिस कार्यप्रणाली का प्रशिक्षण
आठवीं और नौवीं कक्षा के छात्रों को करेंगे शामिल
देश के 7 हजार विद्यार्थी गुरुग्राम के राष्ट्रीय कार्यक्रम में होंगे शामिल
गुरुग्राम,19 जुलाई। देश में विद्यार्थियों को बुनियादी कानून और पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी देने के लिए भारत सरकार द्वारा स्टूडेंट पुलिस कैडेट(एसपीसी) नामक नया कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इस राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम का शुभारंभ 21 जुलाई को केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह हरियाणा के गुरुग्राम से करेंगे। इस कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी उपस्थित रहेंगे।
यह जानकारी आज गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त के के राव ने पुराने पुलिस आयुक्त कार्यालय के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी। सम्मेलन में आईआरबी भौंडसी के पुलिस अधीक्षक कुलविन्द्र सिंह, जिन्हे इस कार्यक्रम के राष्ट्रीय लांच के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, भी उपस्थित थे।
श्री राव ने बताया कि यह एसपीसी कार्यक्रम आठवीं और नौंवी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए चलाया जाएगा, जिसमें उन्हें मानवता और सामाजिक गतिविधियों के साथ जोडक़र समाज के लिए उपयोगी नागरिक बनने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। एक ऐसा नागरिक जिसे देश के बुनियादी कानून की जानकारी हो और वह कानून का स्वेच्छा से पालन करे, समाज में दूसरो के लिए उसके मन मे जिम्मेदारी का अहसास हो और वह समाज के कमजोर वर्ग के प्रति दया का भाव रखता हो तथा सामुदायिक मुद्दे को हल करने में सहभागिता करे। पुलिस आयुक्त ने बताया कि नौंवी कक्षा उत्तीर्ण करने पर एसपीसी के विद्यार्थियों के कैंप लगवाए जाएंगे जिनमे यह देखा जाएगा कि एसपीसी के प्रशिक्षण में उन्होंने कितना सीखा है।
उन्होंने कहा कि एसपीसी कार्यक्रम का उद्द्ेश्य युवाओं की क्षमताओं का सदुपयोग करते हुए उन्हें मानव मूल्यों के दृष्टिकोण के साथ समाज का अग्रणी नागरिक बनाना है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि एक अनुमान के अनुसार विश्व मे सबसे ज्यादा युवा जनसंख्या भारत में है। पुलिस की कार्यप्रणाली में भी अब आमूल चूल परिवर्तन हो रहा है और पुलिस एक एनफोर्समेंट एजेंसी से कानून को सुगमता से लागू करने वाली एजेंसी बनती जा रही है। इसलिए युवाओं में सामाजिक उत्तरदायित्व तथा समग्रता के साथ देश के अच्छे नागरिक बनने की भावना पैदा करना उद्द्ेश्य है। इसके साथ साथ युवाओं की समस्याओं का समाधान भी निकाला जाएगा। इन उद्द्ेश्यों के साथ एसपीसी कार्यक्रम ‘शिक्षा- मूल्य-कानून’ को आपस में जोड़ते हुए विद्यालय प्रबंधन को स्कूलों का आत्मविश्वास से युक्त अनुशासित युवाओं के साथ सुरक्षित वातावरण तैयार करने में मदद करना है। इस कार्यक्रम में पुलिस के साथ काम करते हुए युवा अनुशासन, आत्म नियंत्रण, शारीरिक एवं मानसिक फिटनेस , अच्छा स्वास्थ्य विकसित करने की दिशा में भी काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में विद्यालयोंं में पढ़ाने वाले शिक्षक कम्युनिटी पुलिस ऑफिसर्स(सीपीओ) तथा अपर सीपीओ के रूप में काम करेंगे, जिन्हें पुलिस द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए एक वार्षिक गतिविधि कलेंडर बनाया जाएगा तथा समय समय पर मॉनीटरिंग भी की जाएगी।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम मे अध्ययन कक्षाओं, शारीरिक प्रशिक्षण, फील्ड विजिट, एसपीसी कैंप, प्रैक्टिकल प्रौजेक्ट आदि को शामिल किया जाएगा। विद्यार्थियों को बुनियादी कानून और संविधान, संप्रेक्षण कौशल, आपदा प्रबंधन , स्वास्थ्य एवं स्वच्छता तथा जीवन में अपने लक्ष्य निर्धारित करना सीखाया जाएगा। जिला और राज्य स्तर पर समर कैं प लगाए जाएंगे। इसके अलावा,योग, क्रास कंट्री दौड़, ड्रिल और परेड भी शारीरिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का हिस्सा होंगे। श्री राव ने बताया कि एसपीसी कैडेटों के प्रशिक्षण का मूल्यांकन करने के बाद उन्हें प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि एसपीसी कार्यक्रम की गतिविधियों का उद्द्ेश्य युवाओं में सामाजिक प्रतिबद्धता विकसित करने के साथ उन्हें बुराईयों के खिलाफ सशक्त बनाना है।
श्री राव ने बताया कि 21 जुलाई को गुरुग्राम में होने वाले एसपीसी के राष्ट्रीय लांच कार्यक्रम में देशभर के भिन्न राज्यों से लगभग 7000 विद्यार्थी भाग लेंगे। उन्होंने ये भी बताया कि एसपीसी कैडेटों के लिए एक विशेष युनिफार्म का चयन कर लिया गया है तथा एसपीसी का एक अलग ‘लोगो(प्रतीक चिन्ह)’ तथा झंडा भी तैयार कर लिया गया है।
एक सवाल के जवाब में श्री राव ने बताया कि दूसरे राज्यों से आने वाले बच्चे उन राज्यों के दिल्ली में स्थित भवनों में ठहरेंगे तथा उन्हें वहां से गुरुग्राम लाने के लिए बसों का प्रबंध किया गया है। यही नही, उनकी सुविधा के लिए लायजन अफसर भी प्रत्येक दल के साथ लगाए गए हैं।