आबादी 4लाख, थाना3, पुलिस चौकी 2 व महिला सुरक्षा कर्मी एक, कैसे मिलेगा महिलाओं को इंसाफ

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खास खबर  : 

: महिला पुलिसकर्मी ना होने से पुन्हाना उपमंडल के 150 गावों की महिलाऐं इंसाफ को इधर-उधर भटने को मजबूर हैं

: सरकार के महिला सुरक्षा के दावे खोखले साबित हो रहे हैं

यूनुस अलवी

 
मेवात   पुन्हाना उपमंडल की आबादी चार लाख है। जिसमें तीन थाना और दो पुलिस चौकी कार्यत हैं। उपमंडल स्तर पर महिला सहायता केंद्र अलग से स्थापित है। पुन्हाना में करीब 150 छोटे-बडे गांव लगते हैं। उत्तर प्रदेश और राजस्थान राज्यों के अलावा पलवल जिला से सिमाऐं सटी हुई हैं। मेवात में अन्य थानों की अपेक्षा पुन्हाना उपमंडल में क्राईम को रेसो भी अधिक है। इन सब बातों को मद्देनजर रखते हुऐ यहां पर करीब 20 महिला पुलिस कर्मी होने चाहिएं। सभी थानों और पुलिस चौकियों की जिम्मेदारी एक मात्र पुलिस कर्मी के पास है। ऐसे में सहज ही अंजादा लगाया जा सकता है कि महिलाओं को कैसे इंसाफ मिलता होगा।
 
  प्राप्त जानकारी के अनुसार नूंह जिला में नूंह महिला थाना, नगीना, रोजका मेव, फिरोजपुर झिरका, नूंह, तावडू, पुन्हाना, पिनगवां, बिछौर पुलिस थानों को सहित कुल आठ थाने हैं। इसके अलावा करीब 12 पुलिस चौकी और चार अपराध शाखा के थाने कार्यत हैं। थानों के अलावा सरकार ने फिरोजपुर झिरका, तावडू, नूंह और पुन्हाना में महिला हेल्प डेस्क खोल रखी हैं। महिलाओं की सुरक्षा के लिए जिले भर में महिला पुलिसकर्मियों का टोटा है। पुन्हाना उपमंडल का तो सबसे बुरे हालात हैं जहां तीन थाने, दो पुलिस चौकी एक महिला हेल्प डेस्क पर एक महिला एएसआई ही कार्यत हैं। जबकी हर महिने यहां पर रेप, छेड-छाड, दहेज हत्या, दहेज उत्पीडन आदी के सैंकडों मामले दर्ज किये जाते हैं। इसके अलावा महिला पुलिसकर्मियों को आरोपियों को पकडने, महिलाओं का मेडिकल कराने, कोर्ट ऐवीडेंस, पेंडिंग मामलों का निपटरा, डांक आदि की जिम्मेदारी उठानी पडती है। 
 
    केवल पुन्हाना उपमंडल में जहां करीब 30 महिला पुलिसकर्मी होनी चाहिए उनके एवज में केवल एक ही एनजीओ सभी थानों और पुलिस चौकियों का काम संभाल रही है। महिला पुलिसकर्मी और एनजीओ ना होने से उनको मामलों की तफसीस आदी में काफी दिक्कत आती है।
     जिला पार्षद मदीना बेगम, समाजसेवी उमर पाडला, बुरहान हुसैन का कहना है कि सरकार ने उपमंडल स्तर पर पुलिस हेल्प डेस्क खोल दिये यहां महिला कर्मी लगाऐ नहीं। उनका कहना है कि जब रेवाडी रेंज कि तत्कालीन आईजी ममता सिंह ने मेवात में हेल्प डेस्क खोले थे तब कहा था कि हर एक हेल्प डेस्क पर करीब पांच पुलिस कर्मी तैनात किए जाऐगें। जिससे यहां आने वाली महिलाओं को समय पर न्याय मिल सकेगा।
 
क्या कहते हैं डीएसपी
 
पुन्हाना के डीएसपी अशोक कुमार का कहना है कि उन्होने महिला पुलिस कर्मियों की डिमांड उच्च अधिकारियों को भेज रखी है। नियुक्ति करना मेरा काम नहीं हैं। जब भी महिला कर्मी आजाऐगीं उनको सभी थानों में तैनात कर दिया जाऐगा।

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