जेडीएस के 6 विधायक इस्तीफा देकर बीजेपी की सरकार बनाने की राह कर सकते हैं आसान
सुभाष चौधरी/प्रधान संपादक
नई दिल्ली /बेंगलुरु : कार्नाटक की राजनीति में दो धुर विरोधी कांग्रेस और जेडीएस के सत्ता में आने के लिए हाथ मिलाने की घटना को देखकर बीजेपी भी एक्शन मोड में आ गई है। खबर है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के निर्देश पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, धर्मेंद्र प्रधान और जेपी नड्डा बेंगलुरु के लिए रवाना हो गए हैं। राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि बीजेपी के नेता जेडीएस के कम से कम 6 विधायकों के संपर्क में है। उनकी यह कोशिश है कि इस संख्या को बढ़ाया जाए और अगर ऐसा हो गया तो जे डीएस में बिखराव की संभावना प्रबल है.
दूसरी तरफ है जानकारी यह भी मिली है कि बीजेपी जे डी एस के 6 एम् एल ए को इस्तीफा दिलवाकर अपने लिए सरकार बनाने का रास्ता साफ कर सकती है. क्योंकि इससे विधानसभा में चुन कर आये सदस्यों की संख्या कम हो जायेगी और उनमें से ही बहुमत की संख्या वाली पार्टी बन कर भाजपा सरकार बनाने में सफल हो सकती है. कहा जा रहा है कि जे डी एस के जिन विधायकों को बीजेपी इस्तीफा दिलवाएगी उन्हें बाद में बीजेपी की टिकट पर ही चुनाव लड़ाने की चर्चा है।
कानून विद मानते हैं कि अगर जे डी एस के 6 विधायक इस्तीफा देते हैं तो विधानसभा में मौजूद विधायकों की संख्या के अनुरूप ही बहुमत की संख्या तय की जायेगी. इससे बीजेपी के लिए सरकार बनाने का रास्ता साफ़ हो जाएगा.
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक विधानसभा के अब तक आए रुझानों के मुताबिक राज्य में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में भाजपा सामने आई है. हालाँकि किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है लेकिन भाजपा के सीएम प्रत्याशी वी एस येदुरप्पा ने कर्णाटक के राज्यपाल से मिल कर राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया । चुनाव आयोग के अब तक के रूझानों के मुताबिक भाजपा को 105, कांग्रेस को 77 और जनता दल सेक्युलर को 38 सीटें मिलती दिख रही हैं । दूसरी तरफ कांग्रेस ने जे डी एस को समर्थन देकर भाजपा को रोकने के पत्ता खेल दिया है. भाजपा के सीएम प्रत्याशी येदुरप्पा के साथ राज्यपाल से मिलने वालों में केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार, सदानंद गौड़ा सहित कई वरिष्ठ नेता थे.
खबर है कि येदुरप्पा ने राज्यपाल से मिला कर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. उन्होंने राज्यपाल से बहुमत साबित करने का समय माँगा है.
इधर बीजेपी को कर्नाटक में सत्ता से दूर बनाए रखने के लिए कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन देने का ऐलान किया है। चर्चा है कि जेडीएस ने भी कांग्रेस के इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है और देवगौड़ा के बेटे कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री पद मिल सकता है। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता परमेश्वर जी को डिप्टी सीएम का पद मिल सकता है। कांग्रेस की तरफ से 20 जबकि जेडीएस की तरफ से 14 नेताओं को मंत्री पद देने पर समझौता हुआ है।
उल्लेखनीय है कि राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा की 222 सीटों पर 12 मई को 72.13 फीसदी मतदान हुआ था। आर.आर नगर सीट पर चुनावी गड़बड़ी की शिकायत के चलते मतदान स्थगित कर दिया गया था जबकि जयनगर सीट पर भाजपा उम्मीदवार के निधन के चलते मतदान स्थगित किया गया था। भाजपा के सीएम प्रत्याशी येदुरप्पा के साथ राज्यपाल से मिलने वालों में केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार, सदानंद गौड़ा सहित कई वरिष्ठ नेता थे.