लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के एक मंत्री दलित के घर हलवाई का खाना खाकर बुरे फंस गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के सभी मंत्रियों सांसदों ,विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह दलितों के भरोसे को फिर से हासिल करने के लिए उनके साथ कुछ वक्त गुजारें. उनके घर जाएं उनके साथ भोजन करें. इस निर्देश के तहत योगी मंत्रिमंडल के एक मंत्री सुरेश राणा एक दलित के घर भोजन करने अचानक पहुंचे. लेकिन उन्होंने हलवाई का बना खाना मंगवा कर उनके घर में खाया.
खबर है कि सोमवार को मंत्री सुरेश राणा एक दलित परिवार के घर भोजन करने गए. उन्होंने उस परिवार की बनाये भोजन की बजाय बाहर से खाना मंगवाया. उनके साथ कई बीजेपी नेता थे. वे सोमवार रात लगभग 11:00 बजे पहुंचे.
देश के प्रमुख अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि रजनीश ने बताया कि मंत्री को भी यह पता नहीं था कि वह किसके घर जाने वाले हैं. हालांकि यह सब कुछ पहले से बनाई योजना के तहत अंजाम दिया गया. रजनीश के अनुसार उन्हें अपने घर में ही रहने के लिए कहा गया.
मंत्री के वहां पहुँचने पर रात में खाना दुकान से मंगवाया गया और मजे की बात तो यह है कि मंत्री जी और उनके साथ पार्टी के पदाधिकारियों के लिए खाना भी हाई प्रोफाइल वाला मंगवाया गया. खाने में दाल मखनी मटर पनीर पुलाव और तंदूर रोटी मंगवाई गई. साथ ही मीठे के रूप में गुलाब जामुन भी शामिल था. इसके अलावा मंत्री जी ने रजनीश के घर का पानी भी नहीं पीया. उनके लिए मिनरल वाटर मंगवाए गए थे. रजनीश ने स्पष्ट कर दिया कि यह केवल औपचारिकताएं थी. इसमें हकीकत कुछ भी नहीं. अखबार ने अपनी रिपोर्ट में मंत्री सुरेश राणा के हवाले से कहा हिया कि मंत्री ने इस आरोप को खारिज क्र दिया है.